बारिश की फुहारें किसे अच्छी नहीं लगती। बरसात के मौसम में हरियाली की चादर ओढ़े धरती की प्राकृतिक छवि, सुंदर घाटियां, रिमझिम बारिश में लंबी ड्राइव, अपनों के साथ शाम की शानदार पार्टी का आनन्द उठाने के लिए हम अक्सर आतुर रहते हैं। बरसात की ठंडी फुहारें और इसके बाद तेज धूप की बजह से मौसम में उमस की गर्मी से त्वचा और पैरों से जुडी कई परेशानियां पैदा हो जाती हैं। इस मौसम में शादियों या पारिवारिक समारोहों में मौसम की मार झेल रही महिलाओं को मेकअप को बनाये रखना एक चुनौती से कम नहीं होता क्योंकि बारिश की फुहारों और पसीने से मेकअप धुल जाता है और चेहरा बदरंग हो जाता है जिससे आपका मूड खराब हो जाता है और समारोह की आभा भी खराब हो जाती है।

बरसात के मौसम में त्वचा पर खुजली, जलन, दाग आदि की समस्याएं खड़ी हो जाती हैं।

बरसात के मौसम में पसीने की वजह से दुल्हनों के सौन्दर्य तथा निखार में गंभीर समस्या पैदा होती है। इस समस्या को कुछ घरेलू आयुर्वेदिक नुस्खों से काबू पाया जा सकता है। मौसम में तपिश की वजह से पसीने तथा तैलीय रिसाव में भी वृद्धि होती है जो कि त्वचा पर जम जाते हैं जिससे त्वचा में चिकनाहट आ जाती है तथा यह धूल एवं प्रदूषण को आकर्षित करना शुरू कर देती है जिससे त्वचा अपना आर्कषण खो देती है तथा निर्जीव हो जाती है।

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तो चलिए जानते हैं कि बरसात के मौसम में आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

  • बरसात के मौसम में सौंदर्य के लिए गीले तथा पाउडर आधारित श्रृंगार सौंदर्य उत्पाद बेहतर माने जाते हैं। बरसात के मौसम में ‘‘कोमल, नाजुक तथा सरल एवं सादा’’ सौन्दर्य सर्वश्रेष्ठ नियम है। इस दौरान गीले तथा वॉटर्रप्रूफ सौंदर्य प्रसाधनों का प्रयोग किया जाना चाहिए। क्रीमी आधारित सौंदर्य उत्पादों की बजाय पाउडर आधारित सौंदर्य प्रसाधन बेहतर एवं सार्थक साबित होते हैं।
     
  • बरसात के मौसम के दौरान दिन के समय का मेकअप हल्का तथा सरल किया जाना चाहिए। एस्ट्रिंजेंट लोशन को बराबर मात्रा में गुलाब जल में मिलाकर फ्रिज में रख दें तथा त्वचा की सफाई के बाद ठंडे लोशन को सूती कपड़े के पैड से त्वचा को रंगत प्रदान करने के लिए प्रयोग करें। इससे न केवल त्वचा को स्फूर्ति मिलेगी बल्कि इससे त्वचा के छिद्र बन्द करने में भी मदद मिलेगी। बर्फ के एक टुकड़े को साफ कपड़े में लपेटकर इससे चेहरे को धो कर साफ कर लें, इससे चेहरे के छिद्र बंद करने में मदद मिलेगी। जब आप पाउडर प्रयोग कर रहे हों तब पाउडर को हलके गीले स्पंज से पूरे चेहरे तथा गर्दन पर लगाएं जिससे यह त्वचा पर जम जाता है तथा लम्बे समय तक रहता है। कॉम्‍पैक्‍ट पाउडर लूज़ पाउडर की अपेक्षा ज्यादा चिर स्थाई रहता है तथा कोमल सजावट प्रदान करता है। वॉटर प्रूफ मस्कारा तथा आई लाइनर से आंखों के मेकअप को गर्म ऋतु में बनाए रखने में मदद मिलती है। इस समय बाजार में वॉटर प्रूफ लिप कलर्स तथा लिप लाईनर भी उपलब्ध हैं। अपनी पलकों को भूरे या स्लेटी रंग की लाईन से ढकें तथा यह दिनभर आपको सौम्य लुक प्रदान करेगा। लिपिस्टक प्रयोग करते वक्त हल्के गुलाबी रंग भूरे तथा बैंगनी रंग जैसे हल्के रंगों का प्रयोग करें। बशर्ते यह आपकी त्वचा के रंग के अनुकूल हो। यदि आपकी त्वचा का रंग पीला है तो नारंगी शेड की बजाय गुलाबी शेड अपनाएं। याद रखें कि रंग बहुत चमकीला नहीं होना चाहिए।
     
  • बरसात के मौसम में मलाईदार तथा तैलीय पदार्थों से बने सौन्दर्य प्रसाधनों का कम से कम प्रयोग किया जाना चाहिए। शुद्ध ग्लिसरीन तथा शहद के प्रयोग से ज्यादा पसीना आ सकता है। मलाईदार फाउंडेशन तथा आईशैडो का प्रयोग नहीं किया जाना चाहिए। पाउडर शैडो तथा ब्लशर ज्यादा सार्थक होते हैं। प्रसाधन सामग्री में हल्‍की भीनी सुगंध होनी चाहिए।
     
  • बरसात के मौसम के दौरान प्राकृतिक उत्पादों में गुलाब जल तथा गुलाब आधारित स्किन टॉनिक उपयुक्त कहलाए जा सकते हैं। गुलाब प्राकृतिक तौर पर ठंडक देता है। खीरा, पपीता, नींबू का रस, खसखस से बने सौन्दर्य उत्पादों को गर्मी के दौरान सौन्दर्य सम्बन्धी समस्याओं के लिए प्रयोग किया जा सकता है।
     
  • बरसात के मौसम में दुल्हनों के सौन्दर्य श्रृंगार को शुभ दिन के तीन हफ्ते पहले टेस्ट कर लेना चाहिए। विभिन्न तरीकों पर गहरे अध्ययन के बाद जो आपको पसन्द आए उसे अपनाना चाहिए। अगर शादी रात के समय में आयोजित की जा रही है तो गहरे रगों का उपयोग कीजिए क्योंकि हल्के रंगों से दुल्हनें की आभा फीकी दिखाई देगी।

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