पाचन तंत्र आपके भोजन को पचाने का कार्य करता है। पाचन तंत्र की मदद से भोजन पर्याप्त पोषक तत्वों में बदलते हुए, शरीर की आवश्यकता को पूरा करता है। इन पोषक तत्वों से ही शरीर को ऊर्जा मिलती है और कोशिकाएं ठीक होती है। आगे जानेंगे कि यह पाचन तंत्र क्या होता है, यह कैसे काम करता है और इसको मजबूत बनाने के लिए क्या उपाय करने चाहिए।

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  1. पाचन तंत्र क्या है? - What is Digestive system in Hindi
  2. पाचन तंत्र की प्रक्रिया और कार्य - How does the digestive system work in Hindi
  3. पाचन तंत्र को मजबूत कैसे करें - Tips for better digestive health in Hindi
  4. सारांश

पाचन तंत्र जठरांत्र मार्ग (Gastrointestinal tract) से बना होता है। पाचन तंत्र में जिगर (यकृत), अग्नाशय व पित्ताशय शामिल होते हैं। जठरांत्र मार्ग आपके मुंह से गुदा तक कई अंगों द्वारा जुड़ा होता है। इसमें मुंह, ग्रासनली, पेट, छोटी आंत, बड़ी आंत व गुदा की मुख्य भूमिका होती है। पाचन तंत्र के मजबूत हिस्सों में यकृत, अग्नाशय और पित्ताशय की थैली को शामिल किया जाता है। छोटी आंत तीन हिस्सों में विभाजित होती है। जिसका पहला हिस्सा पाचनांत्र (ग्रहणी), दूसरा हिस्सा मध्यांत्र व तीसरे हिस्से को आंत का निचला हिस्सा (शेषान्त्र) कहा जाता है।

इसके बाद बड़ी आंत में अपेंडिक्स, सीकम (Cecum/ बड़ी आंत में मौजूद एक थैली), बृहदान्त्र (Colon) और मलाशय हिस्से होते हैं। जठरांत्र मार्ग में मौजूद सभी सुक्ष्मजीवी को आंत वनस्पति (Gut flora) भी कहा जाता है। यह पाचन क्रिया के लिए अच्छे माने जाते हैं। इसके अलावा तंत्रिका तंत्र व रक्तवाही तंत्र भी पाचन क्रिया को ठीक करता है। इसमें आपकी तंत्रिकाएं, हार्मोन्स, बैक्टीरिया, रक्त और कुछ भीतरी अंग आपके द्वारा लिए गए भोजन और तरल पदार्थों को पचाने का कार्य करते हैं।

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  • पाचन तंत्र का कार्य आपके मुंह में भोजन डालते ही शुरू हो जाता है। इसका मुख्य कार्य जठरांत्र मार्ग में आपके भोजन को छोटे-छोटे हिस्सों में विभाजित करके, उनसे सभी पोषक तत्वों को प्राप्त करना होता है। इसके बाद प्राप्त पोषक तत्वों को शरीर के जरूरी हिस्सों में भेज दिया जाता है। बड़ी आंत भोजन के सभी तरल को अवशोषित करके बचे हुए भाग को मल के रूप में बाहर कर देती है। आपके तंत्रिकाएं व हार्मोन्स इस प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
  • भोजन को खाने के साथ ही पाचन क्रिया शुरू हो जाती है। इसमें एक पूरी प्रक्रिया के अंतर्गत काम होता है। तो आइये क्रम अनुसार जानते हैं कि कैसे भोजन इस प्रक्रिया से गुजरता है और पाचन तंत्र में आपके शरीर का कौन सा हिस्सा कैसे काम करता है।
  • मुंह- भोजन को मुंह में डालने के साथ ही आपकी पाचन क्रिया शुरू होती है। जब आप भोजन को चबाते हैं तो लार आपके भोजन को नरम करती हुई और भोजन में मिलना शुरू हो जाती है। इसके नरम होने के कारण ही यह ग्रासिका नली से आराम से नीचे पेट में जा पाता है। (और पढ़ें - मुंह के छाले का उपचार)
  • ग्रासनली – मुंह में लार के मिलने व भोजन को चबाने के बाद चबाया भोजन ग्रासनली से होता हुआ पेट की ओर बढ़ता है।
  • पेट – पेट की ग्रंथियां आपके भोजन में पाचन के लिए जरूरी एसिड व एंजाइमों (Enzymes) को मिलती है। (और पढ़ें - पेट दर्द का इलाज)
  • अग्नाशय – इसके बाद अग्नाशय पाचन रस को बनाते हुए भोजन से कार्बोहाइड्रेट, वसाप्रोटीन को अलग करना शुरू कर देता है। अग्नाशय इससे प्राप्त पाचन रस को आगे छोटी आंत में भेज देता है। (और पढ़ें - कम कार्बोहाइड्रेट वाला भारतीय भोजन)
  • यकृत (जिगर) – पाचन तंत्र में यकृत अहम भूमिका अदा करता है। यकृत पाचन रस का निर्माण करता है, इसको पित्त रस भी कहा जाता है। इससे वसा को पाचने में मदद मिलती है। यकृत से पित्त रस पित्त की नलिकाओं में पहुंचता है। इसके बाद यह पित्ताशय में जाकर जमा हो जाता है और आवश्यकता होने पर यह छोटी आंत में चला जाता है। (और पढ़ें - लीवर रोग का इलाज)
  • पित्ताशय – भोजन को ग्रहण करते समय पित्ताशय में पित्त रस जमा हो जाता है। जैसे ही आप भोजन को ग्रहण करना शुरू करते हैं आपके पित्ताशय से पित्त रस छोटी आंत में पहुंचना शुरू हो जाता है। (और पढ़ें - वात, पित्त और कफ असंतुलन क्या है)
  • छोटी आंत – आपकी छोटी आंत पाचन रस को भोजन में मिलाती है। इस पाचन रस में पित्त रस और अग्नाशय रस भी मौजूद होता है, जो भोजन से प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट व वसा को निकालने का काम करता है। छोटी आंत में मौजूद बैक्टीरिया ऐसे एंजाइम्स बनाते हैं, जिससे कार्बोहाइड्रेट को पचाना आसान हो जाता है। छोटी आंत से ही रक्त वाहिकाओं में पानी की मात्रा पूरी की जाती है। इसके अलावा यह पानी व जरूरी पोषक तत्वों को अवशोषित करने का काम भी करता है। (और पढ़ें - पानी कब पीना चाहिए)
  • बड़ी आंत – आपकी बड़ी आंत से पानी की अधिक मात्रा जठरांत्र मार्ग के द्वारा रक्तवाहिकाओं में पहुंचता है। बड़ी आंत में मौजूद बैक्टीरिया भोजन के बचे हुए सभी पोषक तत्वों को निकालने के साथ ही “विटामिन के” को बनाने का काम करते हैं। इसके बाद बचा तत्व आपका मल बन जाता है, जो मलाशय में पहुंच जाता है। (और पढ़ें - आंतों में सूजन का इलाज)
  • मलाशय – बड़ी आंत से जो भी मल मलाशय (Rectum) में पहुंचता है, वह आंतों के संचालन के दौरान गुदा (Anus) से होता हुआ शरीर से बाहर आ जाता है।  

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आपकी दिनचर्या आपके पाचनतंत्र को प्रभावित करती है। आप क्या खाते हैं, कितनी मात्रा में खाते हैं, पानी पीना की मात्रा, आहार में फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों का होना व नियमित रूप से की जाने वाली एक्सरसाइज सभी का सीधा असर आपके पाचन तंत्र पर पड़ता है। पाचन तंत्र को मजबूत बनाने के लिए हम आपके लिए कुछ उपाय लेकर आएं हैं। तो जानते हैं इनके बारे में -

पाचन तंत्र को मजबूत करें फाइबर युक्त आहार से - Pachan tantra majboot karne ka upay hai fiber

पाचन तंत्र को मजबूत बनाने के लिए आपको फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शामिल करना चाहिए। इसके लिए आप ज्यादा से ज्यादा सबूत अनाज, फलियां, फल व फाइबर युक्त सब्जियां खाना शूरू करें। उच्च फाइबर युक्त आहार लेने से आपका पाचन तंत्र सही रहता है और आपको कब्ज की समस्या भी परेशान नहीं करती है। इसके साथ ही आप इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम व बवासीर जैसे गंभीर रोगों से भी दूर रहते हैं।

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पाचन तंत्र मजबूत करने का तरीका है वसायुक्त आहार - Pachan tantra majboot karne ka tarika hai fat yukt aahaar

सामान्य तौर पर वसायुक्त खाद्य पदार्थ पाचन प्रक्रिया को धीमा करते हैं, जिससे आपको कब्ज की समस्या होती है। लेकिन वसा की थोड़ी मात्रा आपके आहार में होना जरूरी भी है। बस, आपको इसका अधिक मात्रा में सेवन नहीं करना चाहिए। वसायुक्त खाद्य पदार्थ के साथ फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों के लेने से यह दोनों ही पाचन तंत्र को मजबूत बनाते हैं।

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पाचन तंत्र को बनाएं मजबूत प्रोबायोटिक युक्त खाद्य पदार्थों से - Pachan tantra majboot kare probiotic food se

प्रोबायोटिक पाचन तंत्र में मौजूद सूक्ष्म जीवाणुओं की तरह ही होते हैं। यह आपके पाचन तंत्र को दुरुस्त बनाए रखते हैं। यह अंसतुलित आहार, एंटीबायोटिक्स और तनाव के प्रभावों को कम करके शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। प्रोबायोटिक्स पाचन तंत्र में पोषक तत्वों के अवशोषण को बढ़ाने के साथ ही आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करते हैं। इसके अलावा यह इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम रोग का उपचार भी करने में सहायक होते हैं। इसलिए सभी को प्रोबायोटिक्स युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए। आप इसमें कम वसा युक्त दही का सेवन कर सकते हैं।

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पाचन तंत्र मजबूत करता है निश्चित समय पर भोजन - Pachan majboot karne ka upay hai time par khana

पाचन तंत्र को सही रखने के लिए आपको अपना आहार निश्चित समय पर लेना चाहिए। इसके लिए आपको सुबह का नाश्ता, दोपहर व रात के भोजन साथ ही चाय आदि का सेवन करने के लिए भी एक निश्चित समय का निर्धारण करना होगा। 

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पाचन तंत्र मजबूत करने के उपाय में उचित मात्रा में पानी पिएं - Pachan tantra strong karen pani pi kar

शरीर के अनुसार पानी पीना हर किसी के लिए जरूरी होता है। ऐसा इसलिए कहा जाता है क्योंकि इससे हमारे शरीर का पाचन तंत्र सुचारू रूप से काम करता है। यदि आपके शरीर में पानी की कमी हो जाए तो आपको कई तरह के रोग हो सकते हैं। शरीर में पानी की कमी के कारण कब्ज की समस्या भी हो जाती है। इसको दूर करने के लिए आपको भरपूर मात्रा में पानी पीना चाहिए।

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पाचन तंत्र को मजबूत करने के लिए शराब से रखें दूरी - Pachan tantra ko majboot kare sharab chod kar

नशे की आदत से शरीर में कई तरह के रोग पनपने लगते हैं। शराब, कैफीन व घूम्रपान पाचन तंत्र पर बुरा असर डालते हैं। अगर आप अपने पाचन तंत्र को सही बनाए रखना चाहते हैं तो आपको शराब व धूम्रपान से दूरी बनानी होगी।

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पाचन मजबूत करने के उपाय में करें नियमित रूप से व्यायाम - Pachan tantra ko sahi kare exercises se

नियमित रूप से व्यायाम करने से आप कई रोगों से बच सकते हैं। नियमित व्यायाम से आपके शरीर के सभी अंग और पाचन क्रिया सही बनी रहती है। इसके साथ ही आपका वजन भी नियंत्रण में रहता है। इन खूबियों के चलते आपको अपने लिए समय निकालकर रोजाना व्यायाम करना चाहिए।

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अच्छे पाचन तंत्र के लिए रहें तनाव से दूर - Pachan tantra badhane ka upay hai tanav se duri

आज के दौर में हर दूसरे व्यक्ति को किसी न किसी बात को लेकर तनाव रहता है। तनाव व चिंता शरीर की सक्रियता को कम कर देते हैं। इसके अलावा यह पाचन तंत्र को भी प्रभावित करते हैं। जिसका सीधा असर आपके दैनिक कार्यों की क्षमता पर पड़ता है। इस कारण जितना हो सके आप खुद को तनाव मुक्त रखें। 

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अच्छे स्वास्थ्य के लिए पाचन तंत्र का ठीक तरह से काम करना जरूरी है। इसलिए, यहां लेख में हमने कुछ ऐसे टिप्स बताए हैं, जो पाचन तंत्र को सही बनाए रखने में मदद कर सकते हैं। आप इन उपायों का बेहतर तरीके से पालन करें। अगर फिर भी पाचन में सुधार नहीं होता है, तो जल्द से जल्द से डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

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