वायरल फीवर एक ऐसा बुखार है जो वायरल इन्फेक्शन के कारण होता है और इसे आम भाषा में वायरल भी कहा जाता है। बच्चों और बूढ़े लोगों में वायरल बुखार होना काफी आम होता है, क्योंकि उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती है और उनका शरीर वायरस से लड़ नहीं पाता। वायरस सूक्ष्म जीवाणु होते हैं, जो आसानी से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल जाते हैं। जब आप को वायरस के कारण कोई समस्या होती है, जैसे सर्दी जुकाम, तो आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली शरीर का तापमान बढ़ा देती है ताकि वायरस जीवित न रह सके। बुखार अपने आप में कोई बीमारी नहीं है, बल्कि ये किसी अंदरूनी समस्या का संकेत होता है। बुखार होने का मतलब होता है कि आपका शरीर वायरस से लड़ रहा है।

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वायरल फीवर में बुखार के अलावा थकान, चक्कर आना, आंखों में जलन, दस्त, उल्टी, कमजोरी और सिरदर्द जैसी समस्याएं होती हैं। ये आमतौर पर खतरनाक नहीं होता है, लेकिन कुछ दुर्लभ मामलों में इससे जटिलताएं हो सकती हैं, जैसे कोमा, मिर्गी, किडनी फेलियर आदि।

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वायरस के कारण होने वाली बीमारियों का कोई इलाज नहीं है। हालांकि, इसके लक्षणों का इलाज किया जा सकता है लेकिन इसे ठीक करने में कुछ दिनों से लेकर एक हफ्ते का समय तक लग सकता है। वायरल बुखार में खाने-पीने संबंधी कुछ बदलाव और अन्य घरेलू उपाय करने से आप जल्दी ठीक हो सकते हैं।

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इस लेख में वायरस फीवर हो जाए तो क्या करें और इसके लिए आपको डॉक्टर के पास कब जाना चाहिए के बारे में बताया गया है।

  1. वायरल बुखार में क्या करना चाहिए - Viral fever ke liye kya kare
  2. वायरल फीवर के लिए डॉक्टर के पास कब जाएं - Viral bukhar hone par doctor ke pas kab jana chahiye

वायरस के कारण होने वाली समस्याओं के लिए कोई दवा नहीं होती। वायरल फीवर कुछ दिनों में अपने आप ठीक हो जाता है, इसके लक्षणों व समस्याओं के लिए आप निम्नलिखित तरीके से प्राथमिक उपचार कर सकते हैं:

  • वायरल बुखार में आराम करना सबसे महत्वपूर्ण होता है, ताकि आपका शरीर अपनी सारी ताकत बीमारी से लड़ने में लगा सके। इसीलिए वायरल होने पर कहीं बाहर जाने की जगह घर पर रहें और ज्यादा से ज्यादा आराम करें। बुखार होने पर आपको थकान भी महसूस होती है, जिसके कारण नींद आसानी से आ जाती है। अगर आपके बच्चे को वायरल फीवर हुआ है, तो उसे स्कूल या बाहर खेलने न भेजें और घर पर आराम कराएं। (और पढ़ें - थकान दूर करने के घरेलू उपाय)
  • वायरल में हल्के गर्म नमक के पानी से दिन में कुछ बार गरारे करना काफी फायदेमंद होता है। अगर आपके गले में खराश या दर्द है, तो गरारे आपकी समस्या काफी कम कर सकते हैं। गले को ठीक करने के लिए आप हल्के गर्म पानी में शहद और नमक डालकर गरारे भी कर सकते हैं। इसके अलावा गले में दर्द से राहत के लिए आप कुछ लौंग भी चबा सकते हैं। (और पढ़ें - गले में दर्द होने पर क्या करे)
  • अगर आपको ठंड लग रही है, तो कंबल लेकर सोएं और अगर बुखार के कारण गर्मी लग रही है, तो पंखे में सोएं। (और पढ़ें - बुखार भगाने के घरेलू उपाय)
  • नाक बंद होने पर या नाक बहने पर आप "डिकंजेस्टेन्ट" (Decongestant: नाक खोलने वाली दवा) का उपयोग भी कर सकते हैं। (और पढ़ें - बहती नाक को रोकने के उपाय)
  • धनिये में ऐसे पदार्थ होते हैं जो आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं, इसीलिए वायरल बुखार या संक्रमण में धनिये के पत्ते लेना अच्छा होता है। आप चाहें तो धनिये की चाय बना सकते हैं या इसे पानी में मिलाकर भी ले सकते हैं। (और पढ़ें - रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के उपाय)
  • शरीर में पानी की कमी होने से रोकने के लिए जितने हो सके उतने तरल पदार्थ लें। आप चाहें तो पानी की जगह स्पोर्ट्स ड्रिंक भी ले सकते हैं। ज्यादा तरल पदार्थ लेने से आपको अधिक मूत्र आएगा और उसके माध्यम से शरीर में बनने वाले स्राव भी निकल जाएंगे, इसीलिए थोड़ी-थोड़ी देर में पानी पीते रहें। (और पढ़ें - पानी की कमी को दूर करने के उपाय)
  • कोशिश करें कि हल्के कपडे पहनें जो ज्यादा टाइट न हों। (और पढ़ें - बच्चे को बुखार से कैसे बचाएं)
  • अगर आपकी नाक बंद है या नाक व आंखों के आस-पास दर्द या दबाव महसूस हो रहा है, तो दिन में कुछ बार 10 से 15 मिनट के लिए भाप लें। (और पढ़ें - बंद नाक खोलने के उपाय)
  • वायरल बुखार में हल्के गर्म पानी से अपने शरीर को स्पंज की सहायता से साफ करें या एक तौलिए को हल्के गर्म पानी से गीला करके खुद को साफ करें। (और पढ़ें - गर्म पानी पीने के फायदे)
  • अपने कमरे को गर्म रखना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है, लेकिन कमरे को बहुत अधिक गर्म न करें। 
  • बदन दर्द या नाक बंद होने पर आप गर्म पानी से नहा सकते हैं। गर्म पानी की भाप से आपको आराम मिलेगा। अपने कमरे को गर्म करने के लिए आप कमरे में ह्युमिडिफायर का उपयोग कर सकते हैं। (और पढ़ें - गर्म पानी से नहाने के फायदे)
  • वायरल बुखार के लिए तुलसी के पत्ते लेना बहुत ही प्रभावशाली होता है। इसके लिए थोड़े पानी में तुलसी के पत्ते उबालें और उसमें लौंग डाल दें। अब इस मिश्रण को तब तक उबलने दें जब तक पानी आधा न हो जाए और फिर इस मिश्रण को थोड़ी-थोड़ी देर में पिएं। (और पढ़ें - तुलसी की चाय बनाने की विधि)
  • चिकन सूप पीना वायरल फीवर में होने वाले जुकाम के लिए अच्छा माना जाता है। अगर आप ये नहीं लेना चाहते हैं, तो काली मिर्च और लहसुन वाला वेजिटेबल सूप भी पी सकते हैं। (और पढ़ें - वेजिटेबल सूप बनाने की रेसिपी)
  • अगर आपको ठंड लग रही है और आप कंबल ले रहे हैं, तो ज्यादा कंबल न लें। 
  • बुखार कम करने के लिए आप मेडिकल स्टोर पर मिलने वाली एसीटामिनोफेन, आइबुप्रोफेन, एस्पिरिन और नेप्रोक्सेन जैसी दवाएं ले सकते हैं। याद रहे कि बच्चों को कभी भी एस्पिरिन न दें व कोई भी दवा लेने से पहले अपने डॉक्टर से बात कर लें और दवा के पैकेट पर दिए गए निर्देश पढ़ लें। (और पढ़ें - टायफाइड में क्या खाना चाहिए)
  • वायरल संक्रमण के लिए चावल का पानी (कांजी) बहुत लाभकारी माना जाता है। इसे पीने से मूत्र अधिक आता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है। (और पढ़ें - बच्चों की इम्यूनिटी कैसे बढ़ाएं)
  • इस बात का ध्यान रखें कि एंटीबायोटिक दवाओं से वायरस के कारण हुई समस्याएं ठीक नहीं की जा सकती हैं और इनका ज्यादा उपयोग करना आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है, इसीलिए जब तक आपके डॉक्टर न कहें, तब तक एंटीबायोटिक दवाएं न लें। (और पढ़ें - एंटीबायोटिक लेने से पहले ध्यान दें।)
  • वायरल फीवर के लिए सूखे अदरक में थोड़ा शहद मिलाकर लेने की सलाह दी जाती है। इससे आपको वायरल के लक्षणों में तुरंत राहत मिलेगी। (और पढ़ें - शहद और गर्म पानी के फायदे)
  • शराबकॉफी दोनों ही शरीर के पानी को कम करते हैं, इसीलिए वायरल फीवर में ये न लें।
  • अपने शरीर के तापमान को ठंडा रखने के लिए अपने आस-पास का वातावरण ठंडा करने का प्रयास करें। हालांकि, इस बात का ध्यान रखें कि अगर आप कांपने लगें, तो तुरंत ठंडी जगह से दूर चले जाएं नहीं तो आपका बुखार अधिक बढ़ सकता है। (और पढ़ें - तेज बुखार होने पर क्या करना चाहिए)
  • अगर आपको सिगरेट पीने की आदत है, तो अपनी इस आदत को छोड़ने का प्रयास करें क्योंकि इससे आपके लक्षण बढ़ सकते हैं और आपके गले में भी समस्याएं हो सकती हैं। अगर आप ये आदत छोड़ नहीं पा रहे हैं, तो कम से कम वायरल ठीक हो जाने तक धूम्रपान न करें और ऐसे किसी व्यक्ति के पास खड़े न हों जो सिगरेट पी रहा हो क्योंकि उनकी सिगरेट का धुआं भी आपको नुकसान दे सकता है। (और पढ़ें - सिगरेट पीना कैसे छोड़ें)
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अधिकतर मामलों में वायरल फीवर होने पर चिंता करने लायक कोई बात नहीं होती और ये अपने आप कुछ दिनों में ठीक हो जाता है। हालांकि, अगर आपको निम्नलिखित समस्याएं या लक्षण अनुभव हो रहे हैं, तो अपने डॉक्टर के पास अवश्य जाएं -

(और पढ़ें - पेशाब में दर्द के उपाय)

जिन लोगों को पहले से ही कोई बीमारी है, जैसे कैंसर या एचआईवी उन्हें वायरल फीवर के लक्षण अनुभव होने पर तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए, नहीं तो उनके लक्षण बिगड़ सकते हैं और जटिलताएं हो सकती हैं।

(और पढ़ें - एचआईवी एड्स हो तो क्या करना चाहिए)

 

नोट: प्राथमिक चिकित्सा या फर्स्ट ऐड देने से पहले आपको इसकी ट्रेनिंग लेनी चाहिए। अगर आपको या आपके आस-पास किसी व्यक्ति को किसी भी प्रकार की आपातकालीन स्वास्थ्य समस्या है, तो डॉक्टर या अस्पताल​ से तुरंत संपर्क करें। यह लेख केवल जानकारी के लिए है।

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