माइक्रोफ़ाइलेरिया पैरासाइट टेस्ट क्या है?

माइक्रोफाइलेरिया पैरासाइट टेस्ट का उपयोग “फिलारिसिस” नामक एक रोग का पता लगाने के लिए किया जाता है। यह रोग फिलारियल नाम के एक कीड़े के कारण होता है। जब यह कीड़ा अपने शुरुआती अवस्था (लार्वा) में होता है, तो ऊतकों में रहने वाला एक पैरासाइट इसे खून तक पहुंचा देता है।

ये फाइलेरियल कीड़े हाथीपाँव, रिवर ब्लाइंडनेस और लौ-लौ फाइलेरियासिस जैसी बिमारियों का कारण बन सकते हैं। तीन तरह के फाइलेरियल सूक्ष्म कीड़े होते हैं, जो कि शरीर के विभिन्न अंगों को प्रभावित करते हैं। 

लिम्फेटिक फाइलेरियासिस लसिका तंत्र को प्रभावित करता है, वहीं सबक्युटेनियस फाईलेरियल कीड़े त्वचा के निचले भाग को प्रभावित करते हैं। सिरॉस कैविटी फाईलेरियल कीड़े पेट की सिरॉस कैविटी (serous cavity) के अंदर रहते हैं।

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  1. माइक्रोफ़ाइलेरिया पैरासाइट टेस्ट क्यों किया जाता है - What is the purpose of Microfilaria Parasite test in Hindi
  2. माइक्रोफ़ाइलेरिया पैरासाइट टेस्ट से पहले - Before Microfilaria Parasite test in Hindi
  3. माइक्रोफ़ाइलेरिया पैरासाइट टेस्ट के दौरान - During Microfilaria Parasite test in Hindi
  4. माइक्रोफ़ाइलेरिया पैरासाइट टेस्ट के परिणाम का क्या मतलब है - What does Microfilaria Parasite test result mean in Hindi?

माइक्रोफ़ाइलेरिया पैरासाइट टेस्ट किस लिए किया जाता है?

इस टेस्ट में ब्लड स्मीयर प्रक्रिया की मदद से खून में माइक्रोफाइलेरिया पैरासाइट की उपस्थिति का पता लगाया जाता है।

इस टेस्ट की सलाह उन लोगों को दी जाती है जिनमे माइक्रोफ़ाइलेरिया के शुरुआती लक्षण दिखाई देते हैं:

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माइक्रोफ़ाइलेरिया पैरासाइट टेस्ट की तैयारी कैसे करें?

यह टेस्ट ब्लड स्मीयर (खून की कुछ बूंदों को स्लाइड पर डालकर उसकी जांच करना) प्रक्रिया से किया जाता है। यह जरूरी है कि अगर आप किसी प्रकार के सप्लीमेंट, एंटीबायोटिक या अन्य किसी प्रकार की दवा ले रहे हैं तो डॉक्टर को इनके बारे में पहले ही बता दें। ऐसा इसलिए जरूरी है, क्योंकि ये टेस्ट के रिजल्ट पर प्रभाव डाल सकते हैं। यदि आप किसी और मेडिकल स्थिति में है या किसी बीमारी से ग्रस्त हैं तो ब्लड सैंपल देने से पहले डॉक्टर को बता दें।

जैसा कि यह टेस्ट विशेष रूप से माइक्रोफ़ाइलेरिया की जांच करने के लिए किया जाता है इसीलिए यह जरूरी है कि ब्लड सैंपल रात के समय लिए जाएं। ऐसा इसलिए है, क्योंकि माइक्रोफ़ाइलेरिया रात के समय सक्रिय होते हैं।

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माइक्रोफ़ाइलेरिया पैरासाइट टेस्ट कैसे किया जाता है?

  • रक्त का प्रवाह रोकने के लिए व्यक्ति की बांह में इलास्टिक बैंड बांधा जाता है, जिस से नसों में खून का बहाव रुक जाता है। खून का बहाव रुकने से नसें फुलने लग जाती हैं और इससे नस में सुई लगाने में भी आसानी रहती है। 
  • इंजेक्शन लगाने से पहले नस वाली जगह को अल्कोहल युक्त दवा से साफ किया जाता है।
  • सुई से जुड़ी एक ट्यूब या शीशी में खून के सैंपल को भर लिया जाता है।
  • पर्याप्त रक्त मिल जाने पर बैंड हटा दिया जाता है। 
  • सुई निकालने के बाद इंजेक्शन वाली जगह पर रुई लगाई जाती है। थोड़ा सा दबाव डाल कर रक्त प्रवाह को रोका जाता है और संक्रमण से बचाने के लिए बैंडेज लगा दी जाती है।

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बैंड लगाने के कारण बांह में थोड़ा कसाव महसूस हो सकता है। कुछ लोगों को सुई से हल्का सा दर्द या चुभन भी महसूस हो सकती है।

 इस टेस्ट से निम्न खतरे जुड़े हो सकते हैं:

  • सैंपल लेने में कठिनाई आना
  • ब्लड निकालने से अत्यधिक ब्लीडिंग होना
  • बेहोशी होना
  • हीमेटोमा (त्वचा के अंदर रक्त का जमना)
  • सुई लगने वाली जगह पर संक्रमण 

हालाँकि समय पर उचित उपाय करने से इन खतरों को कम किया जा सकता है।

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माइक्रोफ़ाइलेरिया पैरासाइट टेस्ट के परिणाम क्या बताते हैं?
टेस्ट के सामान्य परिणाम बताते हैं कि खून में कोई माइक्रोफ़ाइलेरिया पैरासाइट नहीं है और फाइलेरियासिस की सम्भावना नहीं है। अगर रक्त में माइक्रोफ़ाइलेरिया पाया जाता है तो यह पैरासिटिक डिजीज का संकेत देता है, जैसे:

  • लसिका वाहिनी शोथ (लिम्फैनजाइटिस)
  • लसिका पर्व शोथ (लिम्फैडेनाइटिस)
  • फीलपाँव 
  • ट्रॉपिकल इओसिनोफिलिया

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माइक्रो फाइलेरिया टेस्‍ट से जुड़े सवाल और जवाब

सवाल 4 साल से अधिक पहले

मुझे फाइलेरिया है। मुझे इसके इलाज के लिए कोई दवा बताएं?

Dr. , सामान्य चिकित्सा

फाइलेरिया के ट्रीटमेंट के लिए आप डॉक्टर की सलाह से ही दवा लें। इसे ठीक नहीं किया जा सकता है, लेकिन दवा की मदद से इसे कंट्रोल कर सकते हैं।

सवाल 4 साल से अधिक पहले

मेरी आंटी को फाइलेरिया है। मैं जानना चाहता हूं कि इसका इलाज कैसे किया जाता है और इसके लिए किस डॉक्टर से मिलना चाहिए?

Dr Anjum Mujawar MBBS, MBBS , आकस्मिक चिकित्सा

फाइलेरिया के इलाज के लिए आप किसी भी सामान्य चिकित्सक से मिलें। इसे ठीक नहीं किया जा सकता है, लेकिन दवा की मदद से इसे कंट्रोल कर सकते हैं। फाइलेरिया का इलाज लंबे समय तक चलता है। इसलिए इसमें धैर्य रखने की बहुत जरूरत होती है।

सवाल 4 साल से अधिक पहले

मुझे अपना माइक्रो फाइलेरिया टेस्ट करवाना है। मैं जानना चाहता हूं कि फाइलेरिया के लिए ब्लड टेस्ट करवाने का सबसे अच्छा समय कौन-सा है?

Dr. B. K. Agrawal MBBS, MD , कार्डियोलॉजी, सामान्य चिकित्सा, आंतरिक चिकित्सा

लसीका फाइलेरिया का कारण बनने वाली प्रजातियों में माइक्रोफाइलेरियल लेवल होते हैं, जो रात के समय अपनी चरम सीमा पर होते हैं। इसलिए डॉक्टर रात को 10:00 से देर रात 2:00 बजे के बीच इस टेस्ट के लिए सैंपल लेने के लिए कहते हैं।

सवाल लगभग 4 साल पहले

मुझे कुछ दिनों से शरीर में दर्द और सूजन थी, तो मैंने अपना माइक्रो फाइलेरिया टेस्ट करवा लिया था। मेरी रिपोर्ट नॉर्मल है, लेकिन मेरी आंटी को फाइलेरिया है। मैं जानना चाहता हूं कि क्या यह समस्या मच्छर के काटने की वजह से होती है?

Dr. , सामान्य चिकित्सा

यह बीमारी लसीका फाइलेरियासिस के हिस्सों में मच्छरों के काटने की वजह से होती है। मच्छरों की एक विस्तृत श्रृंखला इस परजीवी को संचारित कर सकती है, जो भौगोलिक क्षेत्र पर निर्भर है। अफ्रीका में इसके लिए एमोफेलिस मुख्य वेक्टर है, जबकि अमेरिका में यह क्यूलेक्स क्विन्कफैसिआटस नाम से जाना जाता है, जबकि प्रशांत और एशिया में यह संक्रमण एडीज और मैनसोनिया इस बीमारी के वाहक हैं।

संदर्भ

  1. Kobayashi M et al. Detection of microfilarial antigen in circulating immune complex from sera of Wuchereria bancrofti-infected individuals. Am J Trop Med Hyg. 1997 Aug;57(2):200-4. PMID: 9288817
  2. Center for Disease Control and Prevention [internet], Atlanta (GA): US Department of Health and Human Services; Blood Specimens - Specimen Collection.
  3. Victorian Infectious Diseases Reference Laboratory. Filariasis (Microfilaria detection in blood). Melbourne, Victoria. [Internet]
  4. Bain BJ. Diagnosis from the blood smear. . N Engl J Med. 2005 Aug 4;353(5):498-507. PMID: 16079373
  5. University of Rochester Medical Center Rochester, NY. [Internet] Blood Smear
  6. Jaso J, Nguyen A, Nguyen AN. A synoptic reporting system for peripheral blood smear interpretation. Am J Clin Pathol. 2011 Mar;135(3):358-64. PMID: 21350088
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