मुंह में फंगल इन्फेक्शन - Oral Thrush in Hindi

Dr. Ayush PandeyMBBS,PG Diploma

June 28, 2017

August 17, 2023

मुंह में फंगल इन्फेक्शन
मुंह में फंगल इन्फेक्शन

मुंह का फंगल इंफेक्शन (थ्रश) क्या है?

कैंडिडिआसिस एक संक्रमण जो कैंडिडा नाम के एक फंगस की वजह से होता है। कैंडिडा आम तौर पर त्वचा और शरीर के अंदर, मुंह, गले, आंत और योनि जैसी जगहों पर रहता है, बिना कोई समस्या पैदा किये।

हालांकि कभी-कभी, अगर मुंह, गले या खाने की नाली के अंदर का वातावरण कैंडिडा के बढ़ने के लिए अनुकूल हो जाता है तो वह तेजी से बढ़कर संक्रमण का कारण बन सकता है।

जब यह कैंडिडा से होने वाला फंगल इंफेक्शन मुंह में होता है तो इसे मेडिकल भाषा में "थ्रश" या "ओरल कैंडिडिआसिस" और आम भाषा में मुंह का फंगल इन्फेक्शन कहते हैं।

आम तौर पर यह मुंह के अंदर अजीब से सफेद दाग की तरह दिखता है। वयस्कों में यह आमतौर पर इम्युनिटी कमजोर होने की वजह से होता है।

इलाज के लिए एंटीफंगल दवाएं उपलब्ध हैं, जो आपको डॉक्टर की सलाह लेने के बाद ही लेनी चाहिए।

मुंह में फंगल इन्फेक्शन के लक्षण - Oral Thrush Symptoms in Hindi

मुंह और गले में कैंडिडिआसिस के कई अलग-अलग लक्षण हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • भीतरी गाल, जीभ, मुंह की छत और गले पर सफेद धब्बे
  • लाली या दर्द
  • मुंह में रूई जैसा अहसास
  • स्वाद न आना
  • खाने या निगलने में दर्द
  • मुंह के कोनों पर दरार और लालिमा

खाने की नाली में में कैंडिडिआसिस के लक्षणों में निगलने में कठिनाई या दर्द शामिल हैं।

(और पढ़ें - फंगल इन्फेक्शन का आयुर्वेदिक इलाज)

मुंह में फंगल इन्फेक्शन के कारण - Oral Thrush Causes in Hindi

मुंह में फंगल इन्फेक्शन क्यों / कैसे होता है?

कैंडिडा फंगस की थोड़ी मात्रा आपके मुंह, पाचन तंत्र और त्वचा में होती है। यह नार्मल है और आमतौर पर आपके शरीर में अन्य जीवाणु इसे नियंत्रण में रखते हैं। लेकिन कभी-कभी, कुछ बीमारियां या दवाएं - जैसे कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स या एंटीबायोटिक्स - इस संतुलन को बिगाड़ सकती हैं। इससे कैंडिडा नियंत्रण से बाहर हो सकता है। ऐसा होने पर मुंह में फंगल इंफेक्शन होता है।

तनाव भी इसका कारण बन सकता है, या कई अन्य बीमारियां जैसे -

यदि आप धूम्रपान करते हैं या डेन्चर पहनते हैं जो सही से फिट नहीं हो रहा हो, तो आपको मुंह में फंगल इन्फेक्शन होने की अधिक संभावना है। और बच्चे स्तनपान करते समय अपनी माताओं को संक्रमण पारित कर सकते हैं।

(और पढ़ें - फंगल इन्फेक्शन में क्या खाना चाहिए)

मुंह में फंगल इन्फेक्शन की जांच - Diagnosis of Oral Thrush in Hindi

डॉक्टर आमतौर पर कैंडिडिआसिस का निदान मुंह या गले में देख कर सकते हैं। कभी-कभी मुंह से एक सैंपल लेकर परीक्षण के लिए एक प्रयोगशाला में भेजा जा सकता है जहां उसकी जांच माइक्रोस्कोप से की जाती है।

गले में फंगल इन्फेक्शन की जांच के लिए एंडोस्कोपी की जा सकती है। डॉक्टर रोगी के लक्षणों को ठीक करने के लिए एंडोस्कोपी किए बिना ऐंटिफंगल दवा लेने को कह सकते हैं।

(और पढ़ें - फंगल कल्चर टेस्ट)

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मुंह में फंगल इंफेक्शन का इलाज - Oral Thrush Treatment in Hindi

मुंह, गले या खाने की नाली में फंगल इन्फेक्शन का इलाज आमतौर पर एंटिफंगल दवा से किया जाता है। मुंह या गले में हल्के से मध्यम संक्रमण के लिए उपचार आमतौर पर 7 से 14 दिनों के लिए मुंह के अंदर एंटिफंगल दवा लगा कर किया जाता है। इन दवाओं में क्लोट्रिमेज़ोल, माइकोनाज़ोल या निस्टैटिन शामिल हैं।

गंभीर संक्रमणों के लिए सबसे आम उपचार है फ्लुकोनाज़ोल (एक एंटिफंगल दवा) जिसे मुंह से या एक नस के माध्यम से लिया जाता है। यदि फ्लुकोनाज़ोल लेने के बाद रोगी बेहतर नहीं होता है, तो डॉक्टर कोई अन्य एंटिफंगल दवा देंगे।

खाने की नाली में फंगल इन्फेक्शन का उपचार भी फ्लुकोनाज़ोल ही है। जो लोग इससे ठीक नहीं होते, उनके लिए अन्य एंटिफंगल दवाओं का उपयोग किया जा सकता है।

(और पढ़ें - फंगल इन्फेक्शन का होम्योपैथिक इलाज)



संदर्भ

  1. National Health Service [Internet]. UK; Thrush in men and women.
  2. Cleveland Clinic. [Internet]. Cleveland, Ohio. Thrush.
  3. Center for Disease Control and Prevention [internet], Atlanta (GA): US Department of Health and Human Services; Candida infections of the mouth, throat, and esophagus.
  4. MedlinePlus Medical Encyclopedia: US National Library of Medicine; Yeast Infections.
  5. Better health channel. Department of Health and Human Services [internet]. State government of Victoria; Vaginal thrush.

मुंह में फंगल इन्फेक्शन की ओटीसी दवा - OTC Medicines for Oral Thrush in Hindi

मुंह में फंगल इन्फेक्शन के लिए बहुत दवाइयां उपलब्ध हैं। नीचे यह सारी दवाइयां दी गयी हैं। लेकिन ध्यान रहे कि डॉक्टर से सलाह किये बिना आप कृपया कोई भी दवाई न लें। बिना डॉक्टर की सलाह से दवाई लेने से आपकी सेहत को गंभीर नुक्सान हो सकता है।