गुड़हल को जवाकुसुम के नाम से भी जाना जाता है। इसका फूल बहुत सुंदर होता है। गुड़हल का पौधा न सिर्फ सुंदर होता है बल्कि इसमें औषधीय गुण भी पाए जाते हैं। गुड़हल मालवेसी परिवार से संबंधित है। कई बीमारियों और स्‍वास्‍थ्‍य से संबंधित समस्‍याओं जैसे कि अपच, बेचैनी, स्‍कर्वी रोग (गंभीर रूप से विटामिन सी की कमी होने के कारण होता है) एवं यहां तक कि बुखार के इलाज में आयुर्वेदिक चिकित्‍सक के निर्देशानुसार गुड़हल ले सकते हैं।

गुड़हल को अंग्रेजी में हिबिस्कुस कहा जाता है और इसे ग्रीक शब्‍द ‘हिबिस्‍कोस’ से लिया गया है। इस सदाबहार पौधे की पत्तियां चमकदार होती हैं। हिबिस्कुस पौधे के फूलों में सबसे ज्‍यादा औषधीय गुण पाए जाते हैं। इसके पौधे के फूल बड़े और चमकीले रंग के होते हैं। इसकी सबसे सामान्‍य किस्‍म हिबिस्कुस रोजा साइनेसिस है जिसके लाल चमकदार फूल होते हैं। गुड़हल का सेवन कई तरह से फायदेमंद साबित होता है।

गुड़हल के बारे में तथ्‍य:

  • वानस्‍पतिक नाम: हिबिस्कुस रोजा साइनेसिस
  • कुल: मालवेसी
  • सामान्‍य नाम: चाइना रोस, शो फ्लोवर
  • संस्‍कृत नाम: रुद्र पुष्प, अरुणा, जपा, ओड्र पुष्प
  • उपयोगी भाग: फूल
  • भौगोलिक विवरण: ये विश्‍व के उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पाया जाता है।
  1. गुड़हल के फायदे - Gudhal ke Fayde in Hindi
  2. गुड़हल के नुकसान - Gudhal ke Nuksan in Hindi

बालों के लिए गुड़हल के फायदे - Gudhal ke phool ke fayde balon ke liye in Hindi

कुछ लोग अपने बालों के झड़ने से बहुत परेशान रहते हैं। ऐसे में गुड़हल की पत्तियां बालों से जुड़ी कई प्रकार की समस्याओं को दूर करने में मदद करती हैं।

(और पढ़ें- बाल झड़ने के कारण)

गुड़हल की पत्तियों को अच्छी तरह से पीसकर जैतून के पत्तों के साथ मिलाएं। अब इस पेस्ट को अपने सिर पर 10 से 15 मिनिट के लिए लगाकर रखें। फिर कुछ देर बाद हल्के गुनगुने पानी से अपने सिर को धो लें। ऐसा करने से बाल घने दिखाई देने लगेंगे।

(और पढ़ें- बाल झड़ने के घरेलू उपाय)

गुड़हल की पत्तियों को पीसकर नारियल तेल के साथ मिलाकर कुछ देर के लिए गर्म कर लें। अब ठंडा होने के बाद इस तेल से अपने सिर की मालिश करें। ऐसा करने से बाल चमकदार दिखाई देते हैं और बालों में मजबूती आती है। साथ ही रूसी की समस्या से भी निजाद मिलता है।

(और पढ़ें- बाल झड़ने के लिए तेल)

इसके अलावा गुड़हल के पत्तों और इसके फूल से बना पेस्ट बालों के लिए प्राकृतिक हेयर कंडीशनर का काम करता है। इसे लगाने के लिए बालों को पहले शैम्पू से धो लें, फिर इसे लगाएं। ऐसा करने से बालों का रंग काला होता है और रूसी से भी छुटकारा मिलता है।

गुड़हल की पत्तियों को पानी और आंवला पाउडर मिला कर पीस लें। फिर अपने सिर की मालिश करें। ऐसा करने से बालों का झड़ना बंद होता है और बाल लंबे होते हैं।

(और पढ़ें - हेयर फॉल टिप्स)

गुड़हल की चाय कोलेस्ट्रॉल के लिए - Gudhal ke phool ki chai kare cholesterol kam in Hindi

गुड़हल की पत्तियों से बनी चाय हमारे शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बनाए रखने में मदद करती है। यह LDL को कम करने और HDL को बनाने में सहायक होती है। इसमें उपस्थित पोषक तत्व धमनी (artery) में पट्टिका (plaque) को जमने से रोकती हैं। इसे हमारे शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम हो जाता है। इस तरह गुड़हल हमारे दिल से संबंधित सभी परेशानियों के लिए फायदेमंद होता है। हिबिस्कस की चाय में शामिल हाइपोलिपिडेमिक (hypolipidemic) और हाइपोग्लाइसेमिक (hypoglycemic) गुण डायबिटीज जैसे रक्त शर्करा विकारों से पीड़ित लोगों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। मधुमेह रोगियों पर किए गए एक अध्ययन से पता चला है कि गुलहड़ की खट्टी चाय कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स को कम करती है, जो डायबिटीज को रोकने में मदद करती है।

(और पढ़ें- कोलेस्ट्रॉल डाइट)
 

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गुडहल के फूल के फायदे एनीमिया के लिए - Gudhal ke phool ke gun anemia me in Hindi

हमारे शरीर में आयरन कि कमी से एनीमिया कि समस्या हो जाती है। गुड़हल के फूल में उपस्थित आइरन हमें एनीमिया की समस्या से निजाद दिलाने में मदद करता है। इसका उपयोग करने के लिए 40 से 50 गुड़हल के फूल की कलियों को अच्छे से पीसकर उसके रस को एक टाइट डिब्बे में बंद कर लें। प्रतिदिन सुबह और शाम एक महीने तक इस के रस को दूध के साथ लेने से एनीमिया की समस्या दूर हो जाएगी। साथ ही इसके सेवन से स्टैमिना भी बढ़ता है।

(और पढ़ें- एनीमिया ​के घरेलू उपाय)

गुडहल के उपयोग मासिक धर्म में - Gudhal ke phool ke upyog periods me in Hindi

महिलाओं में होने वालें मासिक धर्म के चक्र को नियमित बनाए रखने के लिए गुड़हल बहुत ही लाभदायक होता है। क्योकि महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन (estrogen) का स्तर कम होने से हॉर्मोन्स (hormones) का संतुलन बिगड़ जाता है। जिससे महिलाओं का मासिक चक्र सही समय पर नहीं आ पाता है। ऐसे में गुड़हल की पत्तियों से बनी चाय पीना चाहिए। जिससे मासिक धर्म के चक्र में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं आएगी।

(और पढ़ें- मासिक धर्म में देरी)

गुड़हल की पत्तियां एंटी-एजिंग के लिए - Gudhal ke phool ke upay anti ageing ke liye in Hindi

गुड़हल की पत्तियां महिलाओं के एंटी-एजिंग (anti-ageing) की समस्या को दूर करने में असरदार औषधि का काम करती है। गुड़हल की पत्तियां शरीर के फ्री रेडिकल्स (free radicals) को हटाने का काम करती है। जिससे उम्र बढ़ने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है और हमारी त्वचा जवा और खूबसूरत दिखने लगती है।

(और पढ़ें- एजिंग के आयुर्वेदिक उपाय)

गुड़हल की पत्ती के लाभ उच्च रक्तचाप के लिए - Gudhal ki patti ke fayde kare BP kam in Hindi

उच्च रक्तचाप से पीड़ित व्यक्तियों के लिए भी गुड़हल के फायदें हैं। 2008 नवंबर, में प्रकाशित एएचए (अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन) की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि गुलहड़ का उपभोग उच्च रक्तचाप को कम करता है। ​हाई बीपी की समस्या के लिए गुड़हल की पत्तियों से बनी चाय बहुत ही लाभदायक होती है। इसके सेवन से हमारे हृदय की गति सामान्य हो जाती है और हम रिलैक्स महसूस करने लगते हैं। बोस्टन में टफट्स यूनिवर्सिटी (Tufts University) के अनुसार,  इसके सूजन कम करने वाले गुणों के कारण, हिबिस्कस चाय 10 अंकों तक रक्तचाप को कम कर देती है। पर इसके लिए, आपको कुछ हफ्तों तक नियमित रूप से रोजाना इस चाय के तीन कप पिने होंगे।

(और पढ़ें- हाई बीपी के लिए आहार)

गुड़हल का पौधा वजन कम करने में फायदेमंद - Gudhal flower ke fayde kare wajan kam in Hindi

गुड़हल का सेवन करने से बार-बार भूख लगने की समस्या से निजात मिलती है। यदि आप कार्बोहाइड्रेट में समृद्ध भोजन का सेवन करते हैं तो आपके वजन बढ़ने की अधिक संभावना है। हालांकि, अध्ययनों ने अनुसार, हिबिस्कस स्टार्च और ग्लूकोज को अवशोषित करने का काम करता है और वजन घटाने में मदद कर सकता है। हिबिस्कस, एमिलेज़ (amylase) के उत्पादन को रोकता है, जो कार्बोहाइड्रेट और स्टार्च के अवशोषण में मदद करता है, इसलिए हिबिस्कस चाय पीना वजन कम करने में मदद कर सकती है।

इसकी पत्तियों से बनी चाय बहुत ही एनरजेटिक (energetic) होती है जिससे हमे लंबे समय तक भूख नहीं लगती है। कम खाने से हमारी पाचन क्रिया तेज होती है। इसे शरीर में अनावश्यक चर्बी जमा नहीं हो पाती है और वजन कम करने में मदद मिलती है।

(और पढ़ें - वजन कम करने के आसान उपाय और वजन कम करने के लिए व्यायाम)

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त्वचा के लिए गुड़हल के लाल फूल के फायदे - Gudhal flower ke upyog twacha ke liye in Hindi

गुड़हल की पत्तियों में आयरन, विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट के गुण होते हैं जो की हमारे चेहरे की झुर्रियांमुँहासे, दाग धब्बों को ठीक करने और चेहरे से जुड़ी कई प्रकार की समस्याओं से निजाद दिलाने में हमारी मदद करते हैं। इसके उपयोग के लिए लाल गुड़हल की पत्तियों को पानी में उबाल कर अच्छी तरह पीस लें। अब इसमें थोड़ा शहद मिलाएं और अपने चेहरे पर लगाएं। ऐसा करने से आपके चेहरे का रूखापन दूर होगा और चेहरे पर ताज़गी दिखाई देने लगेगी। गुड़हल की पत्तियों को पीसकर त्वचा पर लगाने से सूजन और जलन में आराम मिलता है।

(और पढ़ें- त्वचा की देखभाल कैसे करे​)

हिबिस्कुस के फायदे सर्दी और जुखाम में - Gudhal ke phool ki chai kare sardi jukam kam in Hindi

गुड़हल की पत्तियों में अच्छी मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है जिससे यह हमें सर्दी और जुखाम से रहत दिलाने में मदद करता है। यह गले को आराम देता है और विटामिन सी के स्तर को बढ़ाने में मदद करती है। सर्दी और जुखाम से निजात पाने के लिए गुड़हल की पत्तियों से बनी चाय का रोजाना सेवन करें। इससे आपकी सर्दी जल्द ही ठीक हो जाएगी।

(और पढ़ें- सर्दी जुकाम के घरेलू उपाय)

 

हिबिस्कुस पाउडर फॉर किडनी स्टोन - Hibiscus powder for stone in hindi

अगर किसी को किडनी में स्टोन की समस्या है तो हिबिस्कुस पाउडर और गुड़हल की पत्तियों से बनी चाय का सेवन करें। इस के उपयोग से किडनी स्टोन की समस्या में लाभ मिलेगा। 2012 के एक अध्ययन द्वारा यह पता चला है कि गुलहड़ का सेवन किडनी में पथरी का इलाज कर सकता है। हालांकि, यह अध्ययन चूहों पर किया गया था। यह किसी भी साइड इफेक्ट्स के बिना काम करता है। जो लोग किडनी स्टोन से पीड़ित हैं उनके लिए यह बहुत ही सकारात्मक समाधान है।

(और पढ़ें- किडनी स्टोन के घरेलू उपाय)

हिबिस्कुस के अन्य फायदे - Hibiscus ke any fayde in hindi

  • गुड़हल की चाय हमें किडनी की समस्याओं और डिप्रेशन की वजह से हुए खराब मूड को ठीक करने में मदद करती है। शायद आप जानते होंगे कि गुड़हल के पत्तों को चबाने से मुँह के छाले भी ठीक हो जाते हैं। गुड़हल की पत्तियों और फूल को पीसकर बने पाउडर को दूध के साथ मिला कर पीने से मेमोरी पावर बढ़ती है। (और पढ़ें - याददाश्त बढ़ाने के घरेलू उपाय)
  • हिबिस्कस एक फूल है जो एंटीऑक्सीडेंट में समृद्ध है। जिसकी वजह से यह कैंसर को रोकने में मदद करता है। (और पढ़ें- कैंसर के लिए आहार)
  • हिबिस्कस आपके बालों के रंग को काला करने में मदद कर सकता है। यह आपके बालों को सफेद होने से रोकता है। (और पढ़ें- सफेद बालों का तेल)
  • अल्जाइमर रोग के खतरे को गुलहड़ का सेवन रोक सकता है।
  • कई लोग पाचन को सुधारने के लिए हिबिस्कस की चाय पीते हैं। इसका उपयोग कब्ज के इलाज में भी किया जाता है।
  • ठंडी हिबिस्कस चाय आपकी प्यास बुझा सकती है, और यही कारण है कि अधिक कसरत करने के बाद इसका सेवन किया जाता है।

गुड़हल के फायदे के साथ साथ इसके कई नुकसान भी हैं -

  • गुड़हल की चाय उन महिलाओं के लिए असुरक्षित है जो गर्भवती हैं या जो प्रजनन उपचार के दौर से गुजर रही हैं। यह शरीर में एस्ट्रोजेन का स्तर कम करती है और मासिक धर्म का कारण हो सकती है, जिससे गर्भपात हो सकता है या खून बह सकता है। विशेष रूप से, पहली तिमाही में गर्भवती महिलाओं को हिबिस्कुस चाय नहीं लेनी चाहिए। हार्मोन उपचार करवा रही महिलाओं या गर्भनिरोधक गोलियां ले रही महिलाओं को हिबिस्कुस चाय नहीं लेनी चाहिए। (और पढ़ें- गर्भवती महिला के लिए व्यायाम)
  • स्तनपान कराने वाली माताओं द्वारा हिबिस्कुस चाय के उपयोग के बारे में ज़्यादा जानकारी उपलब्ध नहीं है, इसलिए इस अवधि के दौरान इसे लेने से बचें। (और पढ़ें- ब्रेस्ट फीडिंग के फायदे)
  • गुड़हल की चाय के उपयोग से नींद आने लगती है। अतः वाहन ड्राइव करते समय या मशीन चलाते समय गुड़हल चाय का उपयोग नहीं करें। (और पढ़ें- ज्यादा नींद आना)
  • गुड़हल के उपयोग से उच्च रक्तचाप को कम किया जाता है। निम्न रक्तचाप वाले इस का उपयोग नहीं करें। इसके उपयोग से आप का स्वास्थ्य ख़राब हो सकता है।

(और पढ़ें - लो बीपी के घरेलू उपाय)


उत्पाद या दवाइयाँ जिनमें गुड़हल है

संदर्भ

  1. María Herranz-López et al. Multi-Targeted Molecular Effects of Hibiscus sabdariffa Polyphenols: An Opportunity for a Global Approach to Obesity. Nutrients. 2017 Aug; 9(8): 907. PMID: 28825642
  2. McKay DL, Chen CY, Saltzman E, Blumberg JB. Hibiscus sabdariffa L. tea (tisane) lowers blood pressure in prehypertensive and mildly hypertensive adults. J Nutr. 2010 Feb;140(2):298-303. PMID: 20018807
  3. Frankova A et al. In Vitro Digestibility of Aluminum from Hibiscus sabdariffa Hot Watery Infusion and Its Concentration in Urine of Healthy Individuals.. Biol Trace Elem Res. 2016 Dec;174(2):267-273. Epub 2016 Apr 23. PMID: 27107884
  4. Shivananda Nayak B, Sivachandra Raju S, Orette FA, Chalapathi Rao AV. Effects of Hibiscus rosa sinensis L (Malvaceae) on wound healing activity: a preclinical study in a Sprague Dawley rat. Int J Low Extrem Wounds. 2007 Jun;6(2):76-81. PMID: 17558005
  5. Adhirajan N, Ravi Kumar T, Shanmugasundaram N, Babu M. In vivo and in vitro evaluation of hair growth potential of Hibiscus rosa-sinensis Linn. J Ethnopharmacol. 2003 Oct;88(2-3):235-9. PMID: 12963149
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