कहावत है कि समय पर खाओगे खाना, डॉक्टर के पास नहीं पड़ेगा जाना। ये पंक्तियां छोटी जरूर है, मगर इनके अंदर अच्छी हेल्थ का सबसे बड़ा फॉर्मूला छिपा है। जी हां, ताजा रिसर्च के मुताबिक जो महिलाएं शाम 6 बजे के बाद डिनर करती हैं, उनमें हृदय रोग का जोखिम ज्यादा होता है।

देर रात खाने की आदत बना रही बीमार
दरअसल अमेरिकन हेल्थ एसोसिएशन के शोधकर्ताओं ने अपने इस नए अध्ययन के जरिए उन महिलाओं को चेताया है जो देर रात खाने की आदत को अपनी लत बना चुकी हैं। हालांकि, यहां सावधान रहने की जरूरत है। क्योंकि, रिपोर्ट से पता चलता है कि देर रात खाना खाने से महिलाओं में कैलोरी की मात्रा बढ़ जाती है। जिसके कारण हृदय रोग का खतरा भी अधिक हो जाता है।

  • अध्ययन के लिए, शोधकर्ताओं की एक टीम ने रिसर्च की शुरुआत में 7 सामान्य स्वास्थ्य उपायों का उपयोग करते हुए 112 महिलाओं के हृदय स्वास्थ्य (हार्ट हेल्थ) का आकलन किया।
  • सात सामान्य स्वास्थ्य उपायों में धूम्रपान न करना, शारीरिक व्यायाम, पोषक भोजन ग्रहण करना, वजन न बढ़ने देने के साथ ही कोलेस्ट्रॉल, ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित रखना शामिल था। ये सभी वे कारक हैं, जो कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ को प्रभावित करते हैं।

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देर खाना खाने से हृदय के जोखिम की वजह
अमेरिका के कोलंबिया विश्वविद्यालय में इस रिसर्च के प्रमुख लेखक नूर मकरेम के मुताबिक जीवन से जुड़े 7 सवालों के आधार पर हृदय के स्वास्थ्य स्कोर की गणना की गई थी। शोध के प्रारंभिक परिणामों से संकेत मिलता है कि समय और कैलोरी का ध्यान रखते हुए शाम का भोजन करने से हृदय रोग के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है।

  • रिसर्च के दौरान, अध्ययन में शामिल महिलाओं ने कंप्यूटर या सेल फोन पर इलेक्ट्रॉनिक खाद्य डायरी बनाई, जिसमें उन्होंने रिसर्च के शुरुआती पहले हफ्ते और 12 महीने बाद एक हफ्ते के दौरान क्या, कितना और कब खाया का रिकॉर्ड रखा।
  • इन महिलाओं द्वारा तैयार की गई अपनी खाद्य आदतों की डायरी के आधार पर शोधकर्ताओं ने हार्ट हेल्थ और खाने के समय के बीच संबंध को स्थापित किया।
  • शोधकर्ताओं ने पाया कि लगभग सभी प्रतिभागियों ने शाम 6 बजे के बाद खाना खाया। शोध में सामने आया कि जिन महिलाओं ने देर शाम अपनी दैनिक कैलोरी जरूरत का ज्यादा हिस्सा लिया, उनका हृदय स्वास्थ्य ज्यादा खराब था।
  • शाम 6 बजे के बाद हर 1 प्रतिशत ज्यादा कैलोरी के सेवन के साथ उनकी हार्ट हेल्थ में गिरावट आई।
  • शोधकर्ताओं ने पाया कि शाम 6 बजे के बाद जिन्होंने ज्यादा कैलोरी लीं, उन महिलाओं में उच्च रक्तचाप (हाई बीपी), हाई बॉडी मास इंडेक्स (उच्च शरीर द्रव्यमान सूचकांक) और ब्लड शुगर पर लंबे समय तक नियंत्रण की संभावना कम हो गई।
  • रात 8 बजे के बाद खाने खाने से हर 1 प्रतिशत अतिरिक्त कैलोरी के साथ रिस्क और भी बढ़ता चला गया। जो महिलाएं रात में ही ज्यादा खाना खाती हैं उनमें ब्लड प्रेशर का असर ज्यादा होता है।

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क्या है डॉक्टर की राय?
myUpchar से जुड़ी डॉक्टर शहनाज़ ज़फर का कहना है कि सूर्य डूबते समय खाना खा लेना सही माना जाता है, क्योंकि इससे हमारे शरीर को कई तरह की सकारात्मक ऊर्जा मिलती है।

  • जल्दी डिनर (रात का खाना) करने से अन्य काम करने का वक्त मिलता है तो टहलने के लिए भी पर्याप्त समय होता है। जिससे पाचन क्रिया (डाइजेशन) बेहतर होती है और अधिकतर कैलोरी बर्न हो जाती है।
  • कैलोरी खत्म होने से वजन बढ़ने का खतरा कम होता है, जिससे बीमार होने की आशंका भी नहीं होती।
  • देर रात में खाना खाने के बाद अक्सर लोग सो जाते हैं, जिससे कैलोरी बर्न नहीं होती और इसके कारण वजन में वृद्धि हो जाती है। यही वजह है कि अधिक वजन होने के कारण प्रत्यक्ष रूप से हृदय रोग का जोखिम भी बढ़ जाता है।

क्या करना चाहिए ?
डॉक्टर शहनाज़ के मुताबिक रात का खाना हमेशा तय समय पर खाना चाहिए। इससे वजन बढ़ने का खतरा कम होगा और हृदय रोग की आशंका भी कम हो जाएगी।

रिसर्च से जुड़े डॉक्टर क्रिस्टिन न्यूबी का कहना है कि दिल की हेल्थ (हृदय के स्वास्थ्य) के बारे में सोचने के लिए कोई निर्धारित उम्र नहीं है। भले ही आप 20 साल के जवान हों या 30-40 वर्ष के, या फिर आप 60 या 70 साल के ही क्यों न हों। आप स्वस्थ हों या किसी प्रकार के हृदय रोग से पीड़ित, कभी भी अपने दिल को स्वस्थ रखने की पहल कर सकते हैं।

कुल मिलाकर इस पूरे अध्ययन से पता चलता है कि आपके हेल्दी रहने के लिए आपके हृदय का स्वस्थ रहना सबसे ज्यादा जरूरी है। इसके लिए आपको कोशिश करनी होगी कि सूर्यास्त के बाद कुछ भी न खाएं, ताकि आप आधुनिकता की आड़ में पल रही गंभीर बीमारियों से बच सकें।

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