अगर कोई डायबिटीज (शुगर की बीमारी) से ग्रसित हैं, तो अपने रक्त में शर्करा के स्तर को उन लोगों के बराबर लाने का प्रयास करें, जिन लोगों को शुगर नहीं है। इसलिए, डॉक्टर से पूछें कि शुगर का स्तर कितना होना चाहिए। इसके साथ ही साथ डॉक्टर से मधुमेह से संबंधित सारी जानकारियां लें, जैसे डायबिटीज में क्या करना चाहिए, क्या नहीं करना चाहिए? किन चीजों से परहेज करना चाहिए और किन चीजों से परहेज नहीं करना चाहिए? इसके अलावा, शुगर से जुड़ी सभी समस्याओं को डॉक्टर से साझा करें और और समाधान पूछें।

साथ ही डायबिटीज के इलाज से संबंधित हर तरह की जानकारी के लिए इस लिंक पर क्लिक करें।

(और पढ़ें - डायबिटीज के घरेलू उपाय

  1. डायबिटीज (शुगर) में क्या करें - diabetes (shugar) me kya kare in Hindi
  2. डायबिटीज (शुगर) में परहेज और क्या न करें - Diabetes (shugar) me parhej aur kya na kare in Hindi

शुगर कम करें रोजाना दवाई लेकर - shugar kam kare rojana dawai le kar in Hindi

डाइबिटीज को कम करने के लिए, शुगर को सामान्य बनाने वाली टैबलेट लेने से शुगर से राहत मिलती है। इसलिए दवाई लेना न भूलें।

निम्म दवाईओं को आप मधुमेह की बीमारी में ले सकते हैं -

  • डूलाग्लुटाइड (ट्रिलिसीटी)
  • एक्सएनाटाइड (बायेटा)
  • एक्सनेटाइड एक्सटेंडेड रिलीज
  • लीराग्लुटाइड (विक्टोज़ा)
  • प्रामलिनटाइड (सिमलिन)
  • सेमेग्लुटाइड (ओजेमिक)

जरूरत होने पर इंसुलिन का इंजेक्शन लें - 

अगर आपके शरीर ने इंसुलिन का निर्माण करना बंद कर दिया है या पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन का निर्माण नहीं हो पा रहा है, तो इंसुलिन का इंजेक्शन लें। टाइप 1 और टाइप 2 मधुमेह से ग्रसित अधिकतर लोग इंसुलिन का प्रयोग करते हैं।

इस बात का ध्यान रखें कि इंसुलिन को टैबलेट के रूप में नहीं लिया जा सकता है। इसलिए रोजाना अपने आपको को इंसुलिन का इंजेक्शन लगाएं। मधुमेह से ग्रसित कुछ लोग पूरे दिन में इंसुलिन का एक इंजेक्शन लेते हैं और कुछ लोग 2 और कुछ लोग 2 से भी अधिक लेते हैं। इंसुलिन का इंजेक्शन लेना न भूले, अगर आप बीमार हैं तब भी।

यदि आप इंसुलिन नहीं लेते हैं तो शुगर को कम करने वाले टैबलेट लें -

यदि आप इंसुलिन नहीं लते हैं, तो शुगर को कम करने के लिए टैबलेट का इस्तेमाल करें। इसके अलवा मधुमेह से ग्रसित लोगों को हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह का पालन करना चाहिए। इसके साथ ही साथ सही तरीके से व्यायाम भी करना चाहिए।

(और पढ़ें - डायबिटीज की दवा)

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मधुमेह से बचने के लिए लगवाएं टीका - madhumeh se bachne ke liye lagwayen tika in Hindi

मधुमेह एक ऐसी समस्या है, जिममें अन्य बीमारियां होने की संभावना बहुत बढ़ जाती है। इसलिए समय-समय पर टीकाकरण करवाते रहने से इन बीमारियों से बचा जा सकता है। इसके अलावा इसके बारे में अपने डॉक्टर से जरूर पूछें।

  • फ्लू टीका - साल में एक बार फ्लू टीका लगवाने से आप फ्लू के संक्रमण से बचे रहते हैं। इसके साथ ही साथ फ्लू की अन्य जटिलताओं से भी लड़ने की क्षमता मज़बूत बनी रहती है।
  • निमोनिया टीका - कभी-कभी निमोनिया टीकाकरण के लिए केवल एक इंजेक्शन (एक शॉट) की ही ज़रूतर होती है। यदि आप मधुमेह की समस्याओं से जुझ रहे हैं और 65 साल से ऊपर हैं, तो आपको बूस्टर शॉट की जरूरत पड़ सकती है।
  • हेपेटाइटिस बी टीका - हेपेटाइटिस बी टीका को मधुमेह से ग्रसित वयस्कों के लिए सलाह दी जाती है। इसके अलावा अगर आपकी उम्र 60 साल से कम है और आपने इसके पहले कोई टीका नहीं लगवाया है तब आपको हेपेटाइटिस बी टीका की सलाह दी जाती है। यदि आपकी उम्र 60 साल या उससे अधिक है, तो किसी भी हाल में हेपेटाइटिस बी टीका न लगवाएं। अपने डॉक्टर से संपर्क करें कि ये टीका आपके लिए सही है या नहीं।
  • अन्य टीका - समय-समय पर टेटनस का इंजेक्शन लगवाते रहें। हालांकि, टेटनस का इंजेक्शन 10 साल में एक बार लगाया जाता है। इसके अलावा आपके डॉक्टर आपको अन्य टीका की सलाह भी दे सकते हैं।

(और पढ़ें - डायबिटीज के लिए योगासन)

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डायबिटीज में करना चाहिए रोजाना व्यायाम - diabetes me karna chahiye rojana vyayam in Hindi

फुर्तीला और ताज़ा रहना हर इंसान के लिए बहुत अच्छा होता है। अगर आप मधुमेह से ग्रसित हैं, तो व्यायाम करना आपके लिए और भी बेहतर होगा।

अपने आप को ताजा रखने के लिए इन चीजों को अपनाएं -

मधुमेह रोगियों के लिए फुर्तीला रहना बेहद लाभदायक है। इसलिए शुगर से ग्रसित लोगों को फुर्तीला रहने के लिए रोजाना व्यायाम करना चाहिए।

एक्सरसाइज करने से निम्न लाभ होते हैं -

  • व्यायाम करने से आपका वजन कम होता है। (और पढ़ें - पेट कम करने के लिए व्यायाम)
  • इंसुलिन की मात्रा बढ़ती है, जिससे शुगर का स्तर सामान्य होता है।
  • एक्सरसाइज करने से आपके दिल और फेफड़े स्वस्थ रहते हैं।
  • व्यायाम करने से आपको अधिक उर्जा मिलती है।

मगर एक्सरसाइज करने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर सलाह लें। यदि आपको हाई बीपी की या आंखों में किसी प्रकार की समस्या है, तो कुछ व्यायाम आपके लिए हानिकारक हो सकते हैं जैसे वजन उठाना। इसलिए अपने डॉक्टर से पूछें की कौन सा एक्सरसाइज आपके लिए बेहतर होगा।

(और पढ़ें - वजन कम करने के लिए व्यायाम)

एक हफ्ते में तीन दिन कम से कम 30 से 45 मिनट व्यायाम करें। अगर आप 30 से 45 मिटन व्यायाम नहीं कर पाते हैं, तो 5 से 10 मिनट से शुरूआत करें। इस बात का भी ध्यान रखें कि अगर आपके शुगर का स्तर 100 से 200 है, तो व्यायाम करने से पहले एक सेब या एक गिसाल दूध जरूर पिएं।

यदि आप इंसुलिन लेते हैं, तो निम्न बातों का ध्यान रखें -

  • खाने के बाद ही व्यायाम करें।
  • व्यायाम करने के पहले और व्यायाम करने के बाद शुगर के स्तर की जांच जरूर करें। अगर इसका स्तर 240 से ऊपर है, तो व्यायाम न करें।
  • सोने से पहले व्यायाम न करें। इससे शुगर का स्तर कम हो सकता है।

यदि आप इंसुलिन नहीं लेते हैं, तो निम्न बातों का ध्यान रखें -

  • एक्सरसाइज रूटीन को अपनाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
  • यदि आप शुगर से संबंधित कोई टैबलेट लेते हैं, तो व्यायाम करने से पहले और बाद में अपने शुगर के स्तर की जांच करें। इसका स्तर न्यूनतम 70 और अधिकतम 240 होना चाहिए।

(और पढ़ें - डायबिटीज के लिए योगासन)

डायबिटीज से बचाव के लिए करें शुगर की जांच - diabetes se bachav ke liye kare shugar ki janch in Hindi

रोजाना अपने शुगर के स्तर की जांच करें -

आपको इस बात का पता होना चाहिए कि मधुमेह के लिए शुगर के स्तर की जांच कैसे की जाए। इसके अलावा ये भी पता होना चाहिए कि अगर आपके खून में शर्करा का स्तर बहुत कम जाता है, तो इसका पता कैसे लगाया जाए। इसका सबसे बहेतरी तरीका है खून की जांच। यदि इसका स्तर बहुत कम है या बहुत ज्यादा है, तो अपने डॉक्टर से सलाह लें। हो सकता है आपका डॉक्टर आपके डाइट प्लान, व्यायाम और दवाई में परिवर्तन लाए।

कुछ लोग इस टेस्ट को दिन में केवल एक बार करते हैं। जबकि कुछ लोग 3 से 4 बार करते हैं एक दिन में। हालांकि, डॉक्टर इस टेस्ट के लिए एक बार भोजन करने से पहले की सलाह देते हैं। इस टेस्ट को सोने से पहले और कभी-कभी मध्य रात्री में भी करना चाहिए।

(और पढ़ें - ब्लड शुगर टेस्ट)

डायबिटीज के लिए करवाएं अन्य टेस्ट भी - diabetes ke liye karwayen anya test bhi in Hindi

मधुमेह से ग्रसित लोगों को टेस्ट जरूर कराना चाहिए। इसके अलावा इस बात का भी पता करना चाहिए कि उनके रक्त में शर्करा का स्तर क्या है। 

मधुमेह के लिए अन्य टेस्ट इस प्रकार हैं -

(और पढ़ें - मधुमेह रोगियों के लिए नाश्ता)

शुगर में डॉक्टर से कराएं शरीर और आंखों की जांच - shugar me doctor se karwayen sharir aur ankhon ki janch in Hindi

एक साल में कम से कम दो से चार बार मधुमेह के लिए जांच कराना चाहिए। इसके अलावा शरीर व आंखों की भी जांच कराते रहना चाहिए।

शरीरिक परीक्षण के दौरान डॉक्टर आपसे आपके डाइट और अन्य गतिविधियों के बारे में पूछ सकते हैं। इसके साथ ही साथ मधुमेह से संबंधित अन्य जटिलताएं जैसे किडनी खराब होने का संकेत, तंत्रिकाओं का क्षति होना, हृदय रोग आदि की जांच भी कर सकते हैं। इसके अलावा नेत्र विशेषज्ञ आपके आंखों में रेटीना और मोतियाबिंद की भी जांच कर सकते हैं।   

(और पढ़ें - आँखों में दर्द का घरेलू इलाज)

शुगर में जरूरत हो तो लें रोजाना एस्प्रिरिन - shugar me jarurat ho to le rojana aspirin in Hindi

यदि आपको मधुमेह और हृदय से संबंधित किसी प्रकार की बीमारी जैसे- सांस लेने में दिक्कत, हाई बीपी की समस्या है तो, ऐसी स्थिति में डॉक्टर आपको रोजाना एस्पिरिन लेने की सलाह दे सकते हैं। इससे दिल का दौरा और स्ट्रोक का खतरा कम हो जाता है। अपने डॉक्टर से पूछे की रोजाना एस्पिरिन लेना आपके लिए सही होगा या नहीं।

इसके अलावा ये भी पूछें की कम प्रभाव वाला या अधिक प्रभाव वाला कौन सा एस्प्रिरिन लेना आपके लिए बहेतर होगा।

संतुलित आहार खाएं शुगर को कम करने के लिए - santulit aahar kaye shugar ko kam karne ke liye in Hindi

मधुमेह से ग्रसित लोगों को अपने डाइट प्लान का खास ध्यान रखना चाहिए। इसके साथ ही साथ अपने आहार में कम नमक, कम शुगर और कम फैट वाले खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए। इसके अलावा अधिक फाइबर वाले खाद्य पदार्थ जैसे बीन्स, फल, सब्जियां और अनाज को अधिक से अधिक मात्रा में खाना चाहिए।

निम्न बातों का भी ध्यान रखें -

अपने डॉक्टर से किसी अच्छे डायटीशियन के बारे में पता करें, जो आपके डाइट प्लान में आपका और आपके परिवार की मदद करे।

(और पढ़ें - डायबिटीज डाइट चार्ट)

यदि आप इंसुलिन लेते हैं तो निम्न बातों का ध्यान रखें -

  • रोजाना इंसुलिन का इंजेक्शन लगाएं। (और पढ़ें - इन्सुलिन टेस्ट)
  • रोजाना निर्धारित मात्रा में और एक निश्चित समय पर ही भोजन करें।
  • किसी भी हाल में भोजन करना न भूलें और अगर आपने इंसुलिन लिया है तब तो किसी भी हाल में नहीं। अगर आप इंसुलिन लेने के बाद भोजन नहीं करते हैं, तो आपके शुगर का स्तर बहुत कम हो जाता है।

इंसुलिन नहीं लेते तो निम्न बातों का ध्यान रखें -

  • अपने डाइट प्लान का सही तरीके से पालन करें।
  • किसी भी टाइम भोजन करना न भूलें, खासकर जब आपने शुगर के लिए कोई टैबलेट लिया है। इससे आपके शुगर का स्तर बहुत कम हो सकता है।

अगर आप सुबह का भोजन नहीं करते हैं, तो स्वाभाविक है कि दोपहर में अधिक भोजन करेंगे। इसलिए अपने भोजन को कई भागों में विभाजित कर के खाएं, बजाय एक या दो बार के।

(और पढ़ें - डायबिटीज में क्या खाना चाहिए)

डायबिटीज में न करें धूम्रपान - diabetes me na kare dhumrapan in Hindi

धूम्रपान करने से 'टाइप 2' डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है और मधुमेह से संबंधित अन्य जटिलताएं भी उत्पन्न हो जाती हैं।

धू्म्रपान करने से निम्न समस्याएं होती हैं -

  • पैरों और फेफड़ो में रक्त का प्रवाह कम होता है, जिससे अल्सर होने की संभावना बढ़ती है।
  • हृदय रोग की समस्या।
  • स्ट्रोक
  • आंखों की बीमारी (जिससे इंसान अंधा भी हो सकता है)
  • तंत्रिकाओं की क्षति
  • गुर्दे की बीमारी
  • समय से पहले मृत्यु

अगर आप धूम्रपान नहीं छोड़ पा रहे हैं, तो अपने डॉक्टर से धूम्रपन छोड़ने के तरीकों के बारे में पूछें। इसके अलावा आप किसी अन्य प्रकार के तंबाकू का इस्तेमाल करें, जो कम हानिकारक हो।

(और पढ़ें - धूम्रपान छोड़ने के घरेलू उपाय)

डायबिटीज में दन्त स्वास्थ्य न करें नज़रअंदाज़ - diabetes me dant swasthya n kare najarandaj in Hindi

मांसूड़ों में सक्रमण की वजह से डायबिटीज की समस्या हो सकती है। इसलिए फ्लोराइड टूथपेस्ट से अपने दांतों को दिन कम से कम दो बार ब्रश करें। इसके अलावा एक साल में कम से कम दो बार दांतों को डॉक्टर से चेक कराएं। अगर आपके मसूड़ों से सूजन है या खून निकल रहा है, तो इस स्थिति में दातों के विशेषज्ञ को जरूर दिखाएं।

(और पढ़ें - दांत दर्द के घरेलू उपाय)

शुगर में न करें पैरों की समस्या को नजर अंदाज - shugar me na kare pairo ki samasya ko najarandaj in Hindi

शुगर का स्तर अधिक होने से रक्त प्रवाह का स्तर कम हो जाता है और आपके पैरों की तंत्रिकाएं क्षतिग्रस्त होने लगती हैं। इसका इलाज न करने से और छालों को नजरअदाज करने से गभीर संक्रमण हो सकता है। डायबिटीज से आपके पैरों में दर्द और झुझुनाहट की समस्या होती है। इसके साथ ही साथ पैरों की संवेदनशीलता भी कम हो जाती है।

पैरों की समस्या से बचने के उपाय -

  • पैरों को रोजाना गुनगुने पानी से धोएं। इसके अलावा पैरों को पानी में ज्यादा देर तक डालकर न रखें। इससे पैरों की त्वचा में सूखापन आ सकता है।
  • पैरों को धीरे-धीरे करके सुखाएं, खासकर पंजो को।
  • पैरों और एड़ियों को पेट्रोलियम जेली और लोशन से अच्छी तरह से मॉइस्चराइज़ करें। पंजो पर तेल या क्रीम न लगाएं और अधिक मॉइस्चराइजिंग भी न करें, इससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
  • पैरों पर रोजाना संक्रमण, फफोले, दर्द, लालिमा और सूजन का परीक्षण करें।
  • यदि आपके पैर में दर्द या अन्य कोई समस्या है, जो जल्दी ठीक नहीं हो रहा है, तो ऐसी स्थिति में अपने डॉक्टर से सलाह लें। यदि आपको पैर की अल्सर और दर्द जैसी समस्या है, तो डॉक्टर को जरूर दिखाएं।
  • घर के अंदर हो या बाहर खाली पैर कभी न चलें।   

(और पढ़ें - पैर में दर्द के घरेलू उपाय)

डायबिटीज में न बढ़ने दें ब्लैड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल - diabetes me na badhne de blood pressure aur Cholesterol in Hindi

हाई बीपी की वजह से रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाता है। हाई कोलेस्ट्रॉल, डायबिटीज की समस्या को और बढ़ाता है। इससे हार्ट-अटैक और स्ट्रोक की समस्या हो सकती है।

संतुलित भोजन करना, फैट की कम मात्रा खाना और रोजाना व्यायाम करने से उच्च रक्त चाप और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को निंयंत्रित किया जा सकता है। इसमें थोड़ा वक्त जरूर लगता है। इसके अलावा अगर आवश्यकता पड़े तो डॉक्टर से सलाह लेने के बाद मेडिसिन ले सकते हैं।

(और पढ़ें - हाई कोलेस्ट्रॉल कम करने के उपाय)

मधुमेह में न पीएं शराब - madhumeh me na piye sharab in Hindi

शराब पीने से शुगर का स्तर या तो बहुत कम हो जाता है या बहुत ज्यादा। हालांकि, ये इस बात पर निर्भर करता है कि आप कितना शराब पी रहे हैं और खाली पेट पी रहे हैं या खाने के बाद पी रहे हैं। यदि आप शराब पीते हैं, तो हल्की मात्रा में पीएं। महिलाएं और 60 साल से अधिक के पुरूष दिन में एक से अधिक बार शराब न पीएं, वो भी बहुत कम मात्रा में। इसके अलावा 65 साल से कम उम्र के पुरूष दिन में दो बार से ज्यादा शराब न पीएं, वो भी बहुत कम मात्रा में।

शराब पीते समय सलाद या स्नैक्स जरूर लें। इसके अलावा शराब के साथ जो स्नैक्स आप ले रहे हैं, उसे भी कैलोरी में गिनती करें। इस बात का भी ध्यान रहे कि शराब पाने के बाद रक्त में शर्करा का स्तर बहुत कम हो जाता है। यह बात उन लोगों के लिए सबसे महत्वपूर्ण है, जो लोग इंसुलिन लेते हैं।  

(और पढ़ें - शराब की लत छुड़ाने के घरेलू उपाय)

डायबिटीज में न हों तनाव ग्रस्त - diabetes me na hon tanav grast in Hindi

यदि आप तनाव से ग्रसित है, तो इसे कम करने का सबसे आसान तरीका है अपने डायबिटीज की देखभाल और दिनचर्या में व्यस्त रहें। इसके अलावा तनाव को कम करने के लिए अपने कामों पर ज्यादा ध्यान दें। इसके अलावा तनाव को कम करने के लिए नई-नई तकनीके भी सीखें।

(और पढ़ें - तनाव के घरेलू उपाय)

भरपूर मात्रा में नींद लें, सकारात्मक सोच रखें। डायबिटीज की देखभाल आपके नियंत्रण पर निर्भर करता है। यदि आप डायबिटीज को कम करने के लिए सही आहार, सही उपचार और इलाज कर रहे हैं, तो आप बहुत जल्दी डायबिटीज से मुक्त हो जाएंगे।

(और पढ़ें - तनाव के लिए योग)

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