यह तो आपको पता होगा कि कोको बटर को खाद्य पदार्थों व ब्यूटी उत्पादों में शामिल किया जाता है। कोको बटर त्वचा व आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत ही अच्छा होता है। कोको बटर का इस्तेमाल करने से कई त्वचा संबंधी समस्याएं नहीं होती जैसे एजिंग, स्ट्रेच मार्क्स, सनबर्न आदि। कोको बटर के लाभ के साथ-साथ कुछ नुकसान भी हैं जो ध्यान में रखने बेहद जरूरी हैं। 

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तो चलिए फिर आपको इस लेख में हम कोको बटर क्या है, फायदे और नुकसान के बारे में जानकारी देते हैं -

  1. कोको बटर क्या होता है - Cocoa butter kya hota hai
  2. कोको बटर के फायदे - Cocoa butter ke fayde
  3. कोको बटर के नुकसान - Cocoa butter ke nuksan

कोको बटर एक प्रकार का शुद्ध फैट है, जो कि दिखने में सफेद और छूने में मुलायम होता है। इसका प्रयोग कई सदियों से चॉकलेट बनाने और ब्यूटी प्रोडक्ट के लिए किया जा रहा है। कोको बटर बनाने के लिए, एक बहुत बड़े काकाओ पेड़ (cacao plant) से बीज निकाले जाते हैं, फिर बीज को भूना जाता है और उनकी उपरी परत को हटाकर उन्हें दबाया जाता है। इस तरह बीज के अंदर का फैट अलग हो जाता है, जिसे कोको बटर कहते हैं। कोको का इस्तेमाल लगभग 3,000 वर्षों तक दवा के लिए किया गया है। कई रिसर्चर का मानना है कि कोको में मौजूद फायटोकेमिकल्स (phytochemicals) स्वास्थ्य और त्वचा के लिए बेहद बेहतरीन हैं। 

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कोको बटर के फायदे इस प्रकार हैं -

कोको बटर स्ट्रेच मार्क्स को कम करता है - Cocoa butter stretch marks ko kam karta hai

स्ट्रेच मार्क्स की समस्या वेट लॉस या गर्भावस्था की वजह से शुरू होती है। गर्भावस्था के दौरान, बाद में या वेट लॉस के बाद होने वाली स्ट्रेच मार्क्स की परेशानी को ठीक करने के लिए कोको बटर बहुत ही बेहतरीन उपाय माना जाता है। कुछ उत्पाद ऐसे होते हैं जिनमें कई हानिकारक केमिकल शामिल होते हैं, लेकिन कोको बटर का इस्तेमाल गर्भावस्था के दौरान बहुत ही सुरक्षित माना जाता है।

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कोको बटर एजिंग से बचाता है - Cocoa butter ageing se bachata hai

कोको बटर में एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होते हैं जैसे पालमिटिक एसिड (palmitic acid), ओलिक एसिड और स्टेरिक एसिड। यह बहुत ही आवश्यक फैटी एसिड हैं, लेकिन इनमें एंटीऑक्सीडेंट्स के भी गुण होते हैं। कोको बटर आपको जवान बनाए रखने में मदद करता है, क्योंकि इसमें पॉलीफेनोल्स (polyphenols) होते हैं जो एजिंग के लक्षणों को और त्वचा संबंधी समस्याओं को भी कम करते हैं जैसे डर्मेटाइटिस। पॉलीफेनोल्स न सिर्फ एजिंग के लक्षण को कम करता है बल्कि त्वचा के लचीलेपन में भी सुधार करता है।

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कोको बटर विटामिन और मिनरल का अच्छा स्रोत है - Cocoa butter vitamin aur mineral ka achha srot hai

कोको बटर स्वास्थ्य के लिए भी बेहद अच्छा है। इसमें कई विटामिन और खनिज होते हैं जो आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद हैं। इसमें विटामिन K और विटामिन ई पाया जाता है। ध्यान दें कि कोको बटर से स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करने के लिए सही मात्रा में कोको बटर लें।

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कोको बटर प्रतिरोधक क्षमता बढाता है - Cocoa butter pratirodhak shamta hai

कोको बटर में पॉलीफेनोल्स होते हैं और अगर आपको अपनी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ानी है तो आप कोको बटर ले सकते हैं। पॉलीफेनोल्स में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो कि क्षतिग्रस्त डीएनए (DNA) और सूजन की समस्या से लड़ते हैं, जिसके चलते थकान और हृदय रोग जैसी स्थितियां खड़ी हो जाती है। कोको बटर का इस्तेमाल करने से हार्मोन को संतुलित करने में मदद मिलती है और इससे मस्तिष्क भी स्वस्थ रहता है। इस तरह आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार होता है।

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कोको बटर बालों और नाख़ून को स्वस्थ रखता है - Cocoa butter balo aur nakhun ko swasth rakhta hai

कोको बटर कोको बीन्स से लिया जाता है, जो कि सल्फर का बहुत अच्छा स्रोत है। डाइट में सल्फर शामिल होने से आपकी रंगत में सुधार आता है, बाल चमकदार होते हैं और नाखून स्वस्थ होते हैं। कोको बटर का इस्तेमाल बालों और नाखून के इलाज के लिए भी किया जाता है। यह रूखी त्वचा को मॉइस्चर देने में मदद करता है।

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कोको बटर सनबर्न का इलाज करता है - Cocoa butter sunburn ka ilaaj karta hai

अगर त्वचा काफी ज्यादा सूरज के सम्पर्क में रहती है तो सूरज की पराबैंगनी किरणों के कारण उम्र से पहले एजिंग की समस्या और त्वचा संबंधी अन्य गंभीर समस्याएं हो सकती है। कोको बटर सनबर्न का इलाज करने का बहुत अच्छा तरीका है। इसके अलावा अगर आपको त्वचा के किसी क्षेत्र में जलन होती है तो कोको बटर लगाने से काफी राहत महसूस होगी। इस बात का भी ध्यान रखें कि आपको अपनी त्वचा पर केमिकल युक्त कोको बटर का इस्तेमाल नहीं करना है क्योंकि इससे आपकी त्वचा पर अन्य समस्याएं हो सकती है। कोको बटर रैशेस के लिए भी बहुत अच्छा प्राकृतिक उपाय है।

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कोको बटर दांतों को स्वस्थ रखता है - Cocoa butter danto ko swasth rkhta hai

आयल पुलिंग प्रक्रिया का इस्तेमाल काफी समय से शरीर से विषाक्त पदार्थों को साफ करने के लिए किया जा रहा है। आयल पुलिंग मुंह के विषाक्त पदार्थों को साफ करने में भी मदद कर सकता है। आयल पुल्लिंग के लिए आप कोको बटर का इस्तेमाल करें। दो छोटे चम्मच कोको बटर को पिघलाएं और फिर सुबह सबसे पहले मुंह में कोको बटर रखकर कुल्ला करें। इससे आपका शरीर और दांत दोनों ही स्वस्थ रहेंगे।

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कोको बटर त्वचा पर निशान को ठीक करता है - Cocoa butter twacha pr nishan ko theek karta hai

कोको बटर में एंटीऑक्सीडेंट और मॉइस्चराइजिंग गुण होते हैं जो खराब हुई त्वचा का इलाज करते हैं। त्वचा के निशानों से छुटकारा पाना थोड़ा मुश्किल है, लेकिन कोको बटर निशानों के लिए बहुत ही बेहतरीन उपाय है। अगर आप रूखी त्वचा से होने वाले चकत्तों और अन्य त्वचा संबंधी समस्याओं से पीड़ित हैं तो ऐसे में कोको बटर बहुत ही प्रभावी है। अगर आप रोजाना कोको बटर का इस्तेमाल निशानों पर करते हैं तो जल्द ही आपको असर दिखने लगेगा।

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कोको बटर के नुकसान इस प्रकार हैं -

1. कोको बटर से वजन बढ़ता है:
कोको बटर कोको बीन्स से निकलता है और इसका इस्तेमाल वाइट और डार्क चॉकलेट में बहुत ज्यादा किया जाता है। कोको बटर में फैट की मात्रा अधिक होती है और मिठास लाने के लिए इसे चीनी के साथ भी मिलाया जाता है। इसी कारणवश, अधिक मात्रा में कोको बटर लेने से वजन बढ़ने और शुगर की समस्या हो सकती है। (और पढ़ें - वजन कम करने के उपाय)

2. एलर्जी और स्किन रिएक्शन:
अगर आप त्वचा की समस्याओं या एलर्जी से ग्रस्त हैं तो आपको कोको बटर का सेवन या किसी भी लोशन का उपयोग ध्यानपूर्वक करना चाहिए। डर्मेटोलॉजिस्टों (चर्म रोग विशेषज्ञों) के अनुसार, चॉकलेट के चलते आपको त्वचा से संबंधित कई समस्याएं हो सकती हैं, उनमें से एक है मुंहासे। अन्य समस्याएं जैसे स्किन इरिटेशन, पित्ती, खुजली और स्किन रैशेस भी हो सकते हैं। (और पढ़ें - एलर्जी होने पर क्या खाना चाहिए)

3. सांस लेने में दिक्कत: 
कुछ शोधों के अनुसार, अधिक मात्रा में कोको बटर लेने से आपको सांस लेने में दिक्कत हो सकती है और शिशु को कोलिक (पेट में तेज दर्द) की समस्या हो सकती है। शोधों का कहना है कि, जितना उत्पाद आपके स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है, अधिक मात्रा में लेने से वो उतना ही स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता है। तो यह बेहद जरूरी है कि आप कोको बटर को नियंत्रित मात्रा में लें। (और पढ़ें - सांस लेने में दिक्कत हो तो क्या करे)

4. ह्रदय की बीमारी को बढ़ा सकता है:
"अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन" के अनुसार कोको बटर में सेचुरेटेड फैट होता है। सेचुरेटेड फैट, जानवरों पर आधारित खाद्य पदार्थों में पाया जाता है, जो कि बैड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाने का अहम कारण है। कोको में कैफीन होता है और इसके कारण आपको अनिद्रासिरदर्द की समस्या हो सकती है। अन्य नुकसान जो आपको कोको बटर से हो सकते हैं उनमें शामिल है, कब्ज, छाती में दर्द आदि। (और पढ़ें - कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए डाइट चार्ट)

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