डकार मुंह से गैस निकलने की एक सामान्य प्रक्रिया है। जिस तरह पेट से गैस निकलने से आप आराम महसूस करते हैं, वैसे ही मुंह से गैस निकलने पर भी आराम आता है। असल में दोनों तरह से गैस निकलने का एक ही मकसद है, पाचन तंत्र को आराम पहुंचाना। अमूमन डकार कुछ खाने के बाद आती है। यही वजह है कि ज्यादातर लोगों को लगता है कि डकार आने का मतलब है, खाना पच जाना। जबकि हमेशा ऐसा हो, यह जरूरी नहीं। बार-बार और सामान्य से ज्यादा डकार आए तो यह बीमारी का संकेत हो सकता है। इस लेख में हम जानेंगे डकार क्यों आती है और बार-बार डकार आने का क्या मतलब है।

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क्यों आती है डकार

जब आप खाना निगलते हैं तो यह एक ट्यूब, जिसे एसोफैगस कहते हैं, से होते हुए पेट तक पहुंचता है। यहां शरीर एसिड, बैक्टीरिया और रसायनों, जिसे एन्जाइम्स कहते हैं, द्वारा पोषक तत्वों को ऊर्जा में बदलने का काम करता है। यदि आप खाना खाते  समय हवा भी निगल लेते हैं या फिर सोडा, बीयर जैसी चीजें पीते हैं जिसमें गैस होती है, वह गैस एसोफैगस से होते हुए वापिस लौट आती है। इसी गैस के निकलने की प्रक्रिया को डकार कहते हैं।

डकार असामान्य कब होती है?

यदि आप एक सप्ताह में तीन या इससे ज्यादा दिनों तक डकार लेते हैं तो यह चिंता का विषय हो सकता है। ऐसी स्थिति में डाॅक्टर से संपर्क करें। डाॅक्टर सबसे पहले आपकी दिनचर्या और सामान्य आदतों के बारे में पूछेंगे जिस वजह से यह डकार की समस्या पैदा हुई हो। विशेषज्ञों के अनुसार एरोफेसिया या हवा अंदर ले लेना ही डकार की सबसे आम वजह है, यह सामान्य है और संभव है इसका आपको पता भी न चले। जब हवा एसोफैगस यानी खाने की नली और पेट में अटक जाती है तब डकार निकलती है।

बार-बार डकार आने का क्या मतलब है

अमूमन खाने के बाद चार बार डकार लेना आम होता है। लेकिन बार-बार डकार लेना किसी अन्य बीमारी की ओर भी इशारा कर सकता है। जानिए इन बीमारियों के बारे में-

  • जीईआरडी (गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स रोग) को एसिड रिफ्लक्स भी कहते हैं। जब पेट में गैस खाने की नली की ओर वापिस लौटती है तो इससे सीने में जलन की समस्या हो सकती है। यदि आपको ऐसा कभी-कभी होता है तो यह समस्या नहीं है। इसको लेकर चिंता की जरूरत नहीं होती। लेकिन अगर आपको बार-बार ऐसा होता है तो अपने खानपान और जीवनशैली में थोड़े बदलाव करें। जरूरी हो तो इसके लिए दवा भी ले सकते हैं।
  • अपच या बदहजमी की वजह से पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द और असहजता हो सकती है। इसके साथ ही आपको डकार, पेट फूलना, सीने में जलन, मतली और उल्टी के लक्षण भी नजर आएंगे। इस स्थिति में डकार या तो समस्या है या अन्य बीमारी का लक्षण है।
  • गेस्ट्राइटिस या पेट की परत में सूजन होने पर भी डकार आ सकती है।
  • एच पाइलोरी या हेलिकोबैक्टर पाइलेरी एक प्रकार का बैक्टीरिया है जिससे पेट में संक्रमण हो सकता है। समय पर इसका इलाज न किया जाए तो यह अल्सर या पेट के छाले में तब्दील हो जाता है। इस समस्या के होने पर भी असामान्य डकार आ सकती है।
  • उल्टी आने के पहले भी कई बार डकार आती है। हालांकि ये खट्टी डकारें होती हैं। यह आपके स्वास्थ्य के बुरे होने की ओर इशारा करती है। विशेषज्ञों के अनुसार असामान्य डकार हाइटल हर्निया और एसिड रिफ्लक्स का संकेत भी हो सकता है बशर्ते इसके साथ आपको उल्टी जैसा अनुभव हो या फिर उल्टी होने लगे।

आप क्या करें

यदि डकार किसी अन्य बीमारी का संकेत न हो तो इसका आप घर में खुद ही उपचार कर सकते हैं। हालांकि डकार के इलाज के लिए आपको किसी तरह के उपायों को आजमाने की जरूरत नहीं होती। इसके बावजूद डकार रोकने के लिए या बार-बार डकार आने को कम करने के लिए निम्न उपायों को आजमा सकते हैं-

  • पानी धीरे-धीरे पीएं ताकि पानी के साथ-साथ हवा पेट तक न जा सके।
  • बार-बार डकार आने पर ब्रोकली, बंदगोभी, बीन्स और दुग्ध पदार्थ न खाएं। इससे पेट में गैस भी बन सकती है।
  • सोडा और बीयर कम से कम पीएं।
  • च्युंगम न चबाएं।
  • धूम्रपान बंद कर दें। इसके लिए जरूरी हो तो डाॅक्टर की मदद लें।
  • खाने के बाद चहलकदमी जरूर करें।
  • पाचनतंत्र को बेहतर करने के लिए नियमित एक्सरसाइज करें।
  • इन सबसे आराम न मिले तो डाॅक्टर के परामर्श से एंटासिड लें।
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