वेर्निक-कोर्साकोफ सिंड्रोम (थायमिन की कमी) - Wernicke-Korsakoff Syndrome in Hindi

Dr. Ayush PandeyMBBS,PG Diploma

February 12, 2020

June 22, 2023

वेर्निक-कोर्साकोफ सिंड्रोम
वेर्निक-कोर्साकोफ सिंड्रोम

वेर्निक कोर्साकोफ सिंड्रोम (डब्ल्यूकेएस) मस्तिष्क से जुड़ा एक विकार है, जो विटामिन बी1 या थायमिन की कमी के कारण होता है। डब्ल्यूकेएस वास्तव में दो अलग-अलग (वेर्निक की बीमारी और कोर्साकॉफ सिंड्रोम) स्थितियां हैं जो एक ही समय में हो सकती हैं।

आमतौर पर लोगों में पहले डब्ल्यूडी यानी वेर्निक की बीमारी के लक्षण दिखाई देते हैं। डब्ल्यूडी को वेर्निक के एन्सेफैलोपैथी के रूप में भी जाना जाता है। डब्ल्यूकेएस के लक्षणों में भ्रम, आंखों में बदलााव और देखने में दिक्क्त या बढ़ा-चढ़ाकर कुछ बताने की आदत होती है।

डब्ल्यूकेएस के सबसे आम कारणों में शराब का सेवन है। डब्ल्यूकेएस को आहार की कमी या अन्य ऐसी चिकित्सा स्थितियों से जोड़ा जा सकता है, जिनसे शरीर विटामिन बी1 को सही तरह से अवशोषित नहीं कर पाता है।

वेर्निक कोर्साकोफ सिंड्रोम के लक्षण - Symptoms of Wernicke-Korsakoff Syndrome in Hindi

विटामिन बी1 की कमी के कारण मस्तिष्क पर घाव बन सकता है और इस घाव की वजह से डब्ल्यूडी की समस्या हो सकती है।

वेर्निक की बीमारी के प्रमुख लक्षण हैं :

  • दो-दो दिखाई देना
  • लटकी हुई पलकें
  • आंख को ऊपर-नीचे व दाएं-बाएं करने में दिक्क्त
  • मांसपेशियों के तालमेल में कमी या अटैक्सिया होना, जिसकी वजह से चलने में परेशानी आती है।
  • कंफूज यानी भ्रमित रहना, जो अक्सर लड़ाई या हिंसात्मक व्यवहार का कारण बन सकता है।
  • डब्ल्यूडी बाद में कोर्साकॉफ सिंड्रोम में विकसित हो सकता है। जो लोग डब्ल्यूकेएस से ग्रसित हैं, उनमें याद रखने से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे लोग नई यादें बनाने में भी असमर्थ हो सकते हैं।

डब्ल्यूकेएस वालों के अन्य निम्नलिखित लक्षण :

वेर्निक कोर्साकोफ सिंड्रोम के कारण - Causes of Wernicke-Korsakoff Syndrome in Hindi

वेर्निक-कोर्साकॉफ सिंड्रोम थायमिन (विटामिन बी 1) की कमी के कारण होता है। कुछ विकसित देशों में यह मामले ज्यादातर शराब पीने वालों में पाया गया है। अल्कोहल शरीर द्वारा थायमिन के अवशोषण को कम करने के अलावा लिवर में थायमिन के भंडार को कम करता है। इसके अलावा थायमिन को सक्रिय अवस्था में परिवर्तित करने वाले एंजाइम की गतिविधि को भी बाधित करता है।

वैसे डॉक्टरों का मानना है कि कुपोषण के कारण भी यह विकार भी हो सकता है। इनमें भुखमरी, खाने के विकार (जैसे एनोरेक्सिया), लंबे समय तक उल्टी आने की समस्या शामिल है। इसके अलावा कैंसरएड्स और पेट के विकार (गैस्ट्रोपैथी) भी वेर्निक-कोर्साकॉफ सिंड्रोम का कारण बन सकते हैं।

वेर्निक कोर्साकोफ सिंड्रोम का निदान - Diagnoses of Wernicke-Korsakoff Syndrome in Hindi

डब्ल्यूकेएस का निदान करना मुश्किल होता है। इस विकार से ग्रसित व्यक्ति अक्सर मानसिक रूप से भ्रमित होता है। इस वजह से मरीज और डॉक्टर के बीच सही तरह से संचार नहीं हो पाता है। ऐसे में गलत निदान होने की भी आशंका रहती है।

वेर्निक कोर्साकोफ सिंड्रोम का इलाज - Treatment of Wernicke-Korsakoff Syndrome in Hindi

डब्ल्यूकेएस का उपचार तुरंत शुरू कर देना चाहिए। जल्दी उपचार शुरू कर देने से इस विकार की प्रगति को रोका जा सकता है। उपचार के शुरुआत में अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत पड़ सकती है। अस्पताल में, इस बात को मॉनिटर किया जाएगा कि मरीज का पाचन तंत्र भोजन को ठीक से अवशोषित कर रहा है या नहीं।

फिलहाल डब्ल्यूकेएस के उपचार में शामिल हो सकते हैं : 

  • हाथ या भुजा की नसों में दवाई या तरल देकर विटामिन बी1 की कमी को दूर करना
  • विटामिन बी1 की कमी को दूर करने के लिए टैबलेट के रूप में दी जाने वाली दवाई
  • विटामिन बी1 स्तर को बनाए रखने के लिए संतुलित आहार
  • अल्कोहल का सेवन रोकना
  • निदान के बाद डॉक्टर सबसे पहले विटामिन बी1 की कमी को दूर करने पर फोकस करते हैं और जल्दी उपचार करने से कई न्यूरोलॉजिकल लक्षणों को ठीक किया जा सकता है।
  • कुछ दुर्लभ मामलों में विटामिन बी1 की कमी का उपचार करने से नकारात्मक प्रभाव देखे जा सकते हैं। यह ऐसे लोगों में ज्यादा आम है जो शराब का सेवन करते हैं।

कभी-कभी विटामिन बी1 की कमी पूरी करने के चक्कर में कुछ नकारात्मक प्रभाव भी दिखाई दे सकता है जैसे कि अनिद्रा, पसीना या मिजाज में बदलाव। इसके अलावा आप मतिभ्रम, भ्रम या बेचैनी का अनुभव कर सकते हैं।