ल्यूकोरिया या श्वेत प्रदर महिलाओं में एक बहुत ही आम बात है। यह एक गाढ़े सफेद या पीले योनि स्राव के रूप में जाना जाता है जो मासिक धर्म चक्र या गर्भावस्था के दौरान हो सकता है। आमतौर पर यह कुछ दिनों से कुछ सप्ताह तक रहता है। ज्यादातर मामलों में, श्वेत प्रदर से चिंतित होने की ज़रूरत नहीं है जब तक इसमें जलन, गंध और खुजली पैदा नहीं होती है।

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स्राव की मात्रा योनि के संक्रमण या एसटीडी के कारण बढ़ सकती है। स्राव में भिन्नता का कारण कैंसर का होना और हार्मोन में परिवर्तन हो सकता है। इसके कारण स्राव अधिक पीला, स्राव में दुर्गन्ध या खुजली हो सकती है जो स्वस्थ स्थिति नहीं है। यदि आप में से कोई इस समस्या से पीड़ित है तो कुछ सरल घरेलू उपचारों की मदद से आप इस समस्या से निजात पा सकते हैं।

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  1. ल्यूकोरिया का घरेलू उपाय है भिंडी
  2. सफेद पानी का घरेलू उपाय है केले
  3. सफेद पानी का रामबाण इलाज है आम
  4. सफेद पानी को रोकने के घरेलू उपाय है धनिया
  5. लिकोरिया का घरेलू उपाय है क्रैनबेरी और अनार
  6. सफेद पानी की रामबाण दवा है चावल का पानी
  7. सफेद पानी से छुटकारा दिलाता है मेथी
  8. सफेद पानी से बचने का तरीका है आँवला
  9. सफेद पानी का घरेलू नुस्खा करें अमरनाथ से
  10. श्वेत प्रदर का उपाय है शतावरी
  11. लिकोरिया से बचने का उपाय है अशोका पाउडर
  12. सफेद पानी की रामबाण दवा है एलोवेरा
ल्यूकोरिया के घरेलू उपाय के डॉक्टर

भिंडी ल्यूकोरिया या श्वेत प्रदर के लिए काफी लोकप्रिय उपाय माना जाता है। आप इसके लाभों के लिए अपने दैनिक भोजन में इस सब्जी को शामिल कर सकते हैं। भिंडी का उपयोग करके आप एक बहुत लोकप्रिय स्वस्थ खुराक तैयार कर सकते हैं। लगभग 15 मिनट के लिए 500 मिलीलीटर पानी में अच्छी तरह से कटी हुई 50 ग्राम भिंडी को उबालें और 50 मिलीलीटर शहद के साथ इस मिश्रण को दिन में दो बार लें।

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केले कई ऐसे महत्वपूर्ण पोषक तत्वों में समृद्ध हैं जो योनि स्वास्थ्य को बनाए रखने में सहायता करते हैं। ये समग्र शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारने में भी सहायता करते हैं। आपको हर दिन दो केले खाने चाहिए। ये स्वस्थ मल त्याग में भी मदद करेंगे।

आम ल्यूकोरिया और ल्यूकोरिया की वजह से खुजली जैसी समस्याओं से राहत में सहायता करता है। आप आहार की आवश्यकताओं के अनुसार दैनिक आधार पर आम का सेवन कर सकते हैं। आप योनि पर एक पूरी तरह से पका हुआ आम या उसकी स्किन को लगा सकते हैं लेकिन 5-10 मिनट के बाद ज़रूर धो लें। (और पढ़ें - खुजली का समाधान)

धनिया के बीजों का उपयोग भी सफेद पानी की समस्या का इलाज करने के लिए किया जाता है। इस उपाय के लिए, रात में 500 मिलीलीटर पानी में दो बड़े चम्मच धनिया बीज को भिगो कर रखें। इस पेय को छाने और पी लें। कुछ दिन के लिए दैनिक रूप से इस उपाय का पालन करें। (और पढ़ें – हकलाने का इलाज है हरा धनिया)

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क्रैनबेरी और अनार ये दोनों फल स्वस्थ योनि बनाए रखने के लिए फायदेमंद होते हैं। क्रैनबेरी में एंटी माइक्रोबियल गुण होते हैं जो संक्रमण से लड़ने के लिए बहुत अच्छा काम करते हैं। हर रोज एक गिलास बिना कटे हुए क्रैनबेरी और अनार का रस पीना चाहिए।

इन दोनों अद्भुत सामग्रियों का उपयोग करके लिकोरिया या श्वेत प्रदर से राहत में मदद मिल सकती है। आप लगभग 800 मिलीलीटर पानी और 2-3 चम्मच चावलो से काढ़ा तैयार कर सकते हैं और दैनिक रूप से इसे पिएं। (और पढ़ें – ब्राउन राइस के फायदे)

मेथी हार्मोन्स के स्तर को नियमित करने में मदद करती है जो महिला प्रजनन प्रणाली के स्वस्थ कार्यों को बढ़ावा देते हैं। यह योनि के आदर्श पीएच स्तर को बनाए रखने में भी मदद करती है। इस जड़ी-बूटियों का उपयोग करने के लिए, आप मेथी के बीजो को रात भर पानी में भिगो कर रखें। छानने के बाद बाद इस पेय को शहद के साथ लें। आप मेथी के बीज के पानी को वेजाइनल वॉश के रूप में भी उपयोग कर सकते हैं। इसके लिए मेथी के बीज को रात भर पानी में रखें और सुबह 20 मिनट के लिए उबाल लें और ठंडा करके उपयोग करें।

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आँवला एक महान पौधा है जिसका उपयोग आयुर्वेद में कई बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता है। यह विशेष रूप से ल्यूकोरिया या श्वेत प्रदर के लिए बहुत ही अच्छी औषधि है। यह योनि संक्रमण से निपटने और योनि को स्वस्थ रखने में मदद करता है। यह योनि में लालिमा और खुजली का भी इलाज करता है। आप अपने आहार में आँवला को शामिल कर सकते हैं। इसके अलावा आप हर रोज शहद के साथ दो चम्मच आँवला पाउडर का भी सेवन कर सकते हैं।

अमरनाथ भी एक बहुत ही अच्छी जड़ी बूटी है जो ल्यूकोरिया के उपचार के लिए उपयोग की जा सकती है। इस पौधे की जड़ बेहद फायदेमंद होती है। आप 5 मिनट के लिए एक गिलास पानी में इसकी जड़ को उबालें और छानने के बाद इस पेय का सेवन कर लें। इसके अलावा आप इसकी जड़ को रात भर पानी में रखें और सुबह उठकर इस पेय का सेवन करें। (और पढ़ें – योनि में इन्फेक्शन और खुजली के उपाय)

शतावरी सबसे अधिक लाभकारी जड़ी बूटियों में से एक है। यह आयुर्वेद में महिला प्रजनन प्रणाली की बहुत सी बीमारियों के उपचार के लिए उपयोग की जाती है। यह श्वेत प्रदर या लिकोरिया के लक्षणों की जाँच और राहत प्रदान करने के लिए फायदेमंद है। आप शतावरी रूट को लेकर उसका पाउडर तैयार कर सकते हैं। और हर रोज शहद के साथ एक चम्मच शतावरी चूर्ण का सेवन करें।

अशोक एक और आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है जो महिला प्रजनन स्वास्थ्य के क्षेत्र में अनेक लाभ प्रदान करती है। यह ल्यूकोरिया और खुजली को कम करने में मदद करती है। आप नियमित इसके उपयोग के साथ अंतर नोटिस करना शुरू कर देंगे। आप अशोक की जड़ का पाउडर तैयार करें और हर दिन दूध के साथ दो बड़े चम्मच लें। (और पढ़ें – योनि के कालेपन को दूर करने के सफल घरेलू उपचार)

एलोवेरा महिला प्रजनन स्वास्थ्य से संबंधित कई समस्याओं को हल करने में भी बहुत प्रभावी है। यह गर्भाशय की कोशिकाओं के उचित कार्य को बढ़ावा देता है। आप योनि के लिए एलोवेरा जैल और पानी को मिलाकर वेजाइनल वॉश तैयार कर सकते हैं।

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संदर्भ

  1. Centre for Health Informatics. [Internet]. National Institute of Health and Family Welfare Sailan-ur- Rahem (Leucorrhoea)
  2. Jaspreet Kaur and AK Kapoor. Perceptions and Knowledge about Leukorrhea in a Slum Dwelling South Asian Community. 2014 Mar; 8(1): 45–52. PMID: 24971133
  3. Ahmed Al-Badr and Ghadeer Al-Shaikh. Recurrent Urinary Tract Infections Management in Women. 2013 Aug; 13(3): 359–367. PMID: 23984019
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  5. Centre for Health Informatics. [Internet]. National Institute of Health and Family Welfare Vaginal Candidiasis
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