समुद्री भोजन पोषक तत्वों में समृद्ध होता है। यह प्रोटीन, विटामिन और खनिजों के अच्छे स्रोत के रूप में कार्य करता है और साथ ही ओमेगा -3 फैटी एसिड में समृद्ध होता है जिसके कारण कई सामान्य बीमारियों को कम किया जा सकता है।

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  1. समुद्री भोजन के फायदे - Seafood Benefits in Hindi
  2. समुद्री भोजन के नुकसान - Seafood Side Effects in Hindi

यह निर्भर करता है कि आप किस प्रकार के समुद्री भोजन का सेवन करते हैं। समुद्री भोजन विटामिन और खनिजों का प्राकृतिक स्रोत होने के लिए जाना जाता है। विटामिन डी और विटामिन बी-कॉम्प्लेक्स (बी 1, बी 3, बायोटिन, बी 12 आदि जैसे विटामिन) कई अलग-अलग कार्य करते हैं और ऊर्जा उत्पादन, चयापचय, एकाग्रता और यहां तक ​​कि सुंदरता को प्रभावित भी करते हैं! कुछ प्रकार की मछली जैसे सैल्मन, विटामिन ए से समृद्ध होती है, जो आँखों की रक्षा करने और प्रतिरक्षा और प्रजनन प्रणाली की क्षमताओं को बढ़ावा देती है। कुछ समुद्री भोजन में पाया जाने वाला विटामिन 'डी' अक्सर सैल्मन और ट्यूना की फैटी त्वचा में पाया जाता है जो स्वस्थ हड्डी की वृद्धि एवं कैल्शियम अवशोषण को बढ़ावा देता है और प्रतिरक्षा प्रणाली की दक्षता को बढ़ाता है और साथ ही साथ कोशिकाओं के विकास को भी बढ़ाता है। तो आइये जानते हैं इसके लाभों के बारे में - 

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समुद्री भोजन के फायदे रखें हृदय को स्वस्थ - Seafood Good for Heart in Hindi

समुद्री भोजन में संतृप्त वसा कम और प्रोटीन अधिक होता है। इसका सबसे बड़ा स्वास्थ्य लाभ यह है कि ये ओमेगा -3 फैटी एसिड का एक महत्वपूर्ण स्रोत होता है। ओमेगा -3 फैटी एसिड के लाभों पर कई अध्ययन किए गए हैं, लेकिन हृदय स्वास्थ्य में इसके फायदे के लिए यह सबसे अधिक जाना जाता है। सी फूड हृदय संबंधी समस्याओं से होने वाले खतरे को कम कर सकता है, जैसे कि अनियमित दिल की धड़कन, स्ट्रोक और दिल का दौरा

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सी फूड के लाभ हैं जोड़ों के लिए उपयोगी - Seafood Good for Joints in Hindi

नियमित रूप से समुद्री भोजन खाने से गठिया के लक्षण को कम करने में मदद मिलती है। रिसर्च के अनुसार ओमेगा -3 फैटी एसिड संवेदनशील जोड़ों और रुमेटीय गठिया के साथ होने वाली कठोरता को कम कर सकते हैं। 

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समुद्री भोजन का सेवन करें आंखों के लिए - Seafood for Eyes in Hindi

अन्वेषी नेत्र विज्ञान और विजुअल साइंस जर्नल में प्रकाशित एक 2014 के अध्ययन से पता चलता है कि जो लोग समुद्री भोजन में पाए जाने वाले ओमेगा -3 फैटी एसिड का सेवन करते हैं, उनमें आयु से संबंधित मैक्युलर डीजेनेरेशन से पीड़ित होने की संभावना नहीं होती है। मछली और शंख भी आपकी नाईट विज़न को बढ़ा सकते हैं। तेल से भरपूर मछली खाने से नियमित रूप से आँखें उज्ज्वल और स्वस्थ रखने में मदद मिल सकती है।

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सीफूड बेनिफिट्स फॉर स्किन - Seafood Benefits for Skin in Hindi

समुद्री भोजन खाने से त्वचा में नमी को संरक्षित करने में मदद मिलती है। आप क्या खाते हैं इसका आपकी स्किन पर बहुत अधिक प्रभाव पड़ता है। इसलिए इसका सीधा असर आपकी त्वचा की प्राकृतिक चमक पर होता है। सीफ़ूड में ओमेगा -3 फैटी एसिड सूरज से यूवी किरणों के खिलाफ त्वचा की सुरक्षा करता है और हालिया शोध में पाया गया है कि मछली के तेल से मुँहासो को कम करने में मदद मिल सकती है।

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सी फूड के फायदे मस्तिष्क के लिए - Seafood Good for Brain in Hindi

समुद्री भोजन ओमेगा -3 एस में परिपूर्ण होता है जो अल्जाइमर रोग के विकास के जोखिम को कम कर सकता है। ओमेगा -3 फैटी एसिड में डीएचए और ईपीए का पर्याप्त सेवन शिशुओं और बच्चों में उचित मस्तिष्क की वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए जाना जाता है। इसके सेवन से बुढ़ापे में महिलाओं में संज्ञानात्मक कार्य को बढ़ाया जा सकता है।

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सी फ़ूड फॉर डिप्रेशन - Seafood for Depression in Hindi

हाल के अनुसंधान ने ओमेगा -3 फैटी एसिड के सेवन और अवसाद के बीच एक लिंक दिखाया है। ओमेगा -3 फैटी एसिड लेने से अवसाद का खतरा सिर्फ कम ही नहीं होता बल्कि इसमें अवसाद का इलाज करने की क्षमता भी होती है। अधिक समुद्री भोजन का सेवन करने पर आप जीवन में बेहतर एवं अधिक सकारात्मक दृष्टिकोण प्राप्त कर सकते हैं। 

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समुद्री भोजन का उपयोग करें प्रेगनेंसी में - Seafood During Pregnancy in Hindi

जो महिलाएं माँ बनने जा रही है या जो स्तनपान करा रही हैं उन्हें प्रति सप्ताह विभिन्न प्रकार के समुद्री भोजन के 8 से लेकर 12 औंस खाने चाहिए। समुद्री भोजन ईपीए और डीपीए में भरपूर होने के कारण बच्चे के स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभकारी होता है। आप प्रति सप्ताह 6 औंस (लगभग170 ग्राम) सफ़ेद टूना फिश का सेवन कर सकती है। अधिक मात्रा में पारा (Mercury) होने के कारण आपको शार्क, स्वोर्ड फिश जैसी फिश का सेवन नहीं करना चाहिए। ऐसे में आपको कच्ची या अधपकी फिश का सेवन नहीं करना चाहिए।

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अध्ययन से पता चलता है कि अधिक मछली खाने से बच्चे के जन्म के वजन पर सकारात्मक लाभ होता है, क्योंकि यह भ्रूण के विकास को बढ़ाता है। समुद्री भोजन का सेवन भी प्रीटरएम डिलीवरी को कम करने में सहायता करता है और साथ ही साथ यह केंद्रीय तंत्रिका तंत्र के विकास के लिए आवश्यक है।

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इम्यून सिस्टम को मजबूत करें समुद्री भोजन से - Seafood for Immune System in Hind

ओमेगा -3 की वृद्धि से अस्थमा और कुछ एलर्जी के लक्षणों को कम किया जा सकता है। सेलेनियम समुद्री भोजन में पाया गया एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है जो प्रतिरक्षा प्रणाली को बेहतर बनाने के लिए जाना जाता है।

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समुद्री आहार है एडल्ट्स के लिए लाभकारी - Seafood Benefits for Adults in Hindi

स्वस्थ किशोरों और वयस्कों को प्रति सप्ताह 8 या इससे अधिक औंस विभिन्न प्रकार के समुद्री भोजन का सेवन करना चाहिए। नियमित रूप से सीफ़ूड के सेवन से हृदय रोग का खतरा कम हो सकता है। समुद्री खाद्य पदार्थ ईपीए और डीपीए से परिपूर्ण होते हैं। आप अपने स्वयं के जोखिम पर कच्चे या आंशिक रूप से पकाये गए समुद्री भोजन का सेवन कर सकते हैं।

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समुद्री आहार के फायदे बच्चों के लिए - Seafood for Children in Hindi

12 साल से छोटे बच्चों को प्रति सप्ताह कम से कम 8 औंस विभिन्न प्रकार का समुद्री भोजन खाना चाहिए। इसमें मौजूद ईपीए और डीपीए आपके बच्चे के लिए लाभकारी होते हैं। बच्चे प्रति सप्ताह 6 औंस सफ़ेद टूना फिश का सेवन कर सकते हैं। अधिक मात्रा में पारा (Mercury) होने के कारण शार्क, स्वोर्ड फिश जैसी फिश का सेवन नहीं करना चाहिए। बच्चों को कच्ची या अधपकी फिश का सेवन नहीं करना चाहिए।

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  1. सीफ़ूड खाने से जो मुख्य स्वास्थ्य जोखिम है वह है, हानिकारक बैक्टीरिया के संपर्क में आने की आशंका। जिसे उचित संभाल, भंडारण और खाना पकाने के जरिए रोका जा सकता है। जो लोग सीफ़ूड का सेवन करते हैं उन्हें समुद्री खाने में हानिकारक जीवाणुओं से निपटने के तरीकों पर ध्यान देना चाहिए। (और पढ़ें - चिकन खाने के फायदे)
  2. कुछ लोगों को सीफ़ूड के सेवन से एलर्जी हो सकती है। (और पढ़ें - मीट खाने के फायदे)
  3. कच्ची मछली या ऑयस्टर खाने से भोजन की विषाक्तता में योगदान हो सकता है। जब आप बैक्टीरिया या वायरस को पानी या भोजन के द्वारा सेवन करते हैं, तब फ़ूड पोइज़निंग होने की संभावना होती है।

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