घमौरीयां - Heat Rash in Hindi

Dr. Ayush PandeyMBBS,PG Diploma

August 12, 2018

August 31, 2023

घमौरीयां
घमौरीयां

घमौरी क्या होती है ?

घमौरी एक ऐसी स्थिति है, जिसमें त्वचा के कुछ हिस्सों में कंटीला महसूस होता है। इसमें बहुत खुजली हो सकती है, लेकिन यह खतरनाक नहीं होता।

घमौरियों में शरीर पर छोटे-छोटे लाल उभार हो जाते हैं। यह आमतौर पर शरीर के उन क्षेत्रों में होता है, जो कपड़ों से ढ़के रहते हैं, जैसे की पीठ, पेट, गर्दन, छाती का ऊपरी भाग, पेट व जांध के बीच का भाग या बगल। सामान्यतः घमौरी त्वचा के ठन्डे होने के बाद ठीक हो जाती है।

घमौरियां ज़्यादातर गर्म व नम स्थितियों में होती हैं। शिशुओं में यह सबसे आम है। इन्क्यूबेटरों में मौजूद नवजात शिशु और बुखार से ग्रस्त बिस्तर पर रहने वाले लोगों को यह होने की अधिक संभावना होती है।

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घमौरियां तब होती हैं, जब आपकी त्वचा के अवरुद्ध छिद्र आपकी त्वचा के नीचे मौजूद पसीने को बाहर नहीं निकले देते। इसमें छाले व छोटे-छोटे गांठ होते हैं। कुछ प्रकार की घमौरियां कांटेदार या अत्यधिक खुजली वाली हो सकती हैं।

यह आमतौर पर अपने आप ठीक हो जाती हैं। गंभीर मामलों में चिकित्सा की आवश्यकता हो सकती है, लेकिन लक्षणों को दूर करने का सबसे अच्छा तरीका है त्वचा को ठंडा रखना और पसीने को कम करना। 

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घमोरियों के प्रकार - Types of Heat Rash in Hindi

घमौरी के कितने प्रकार होते हैं?

घमौरी के निम्नलिखित तीन प्रकार होते हैं -

क्रिस्टलीय प्रकार -
यह घमौरियों का सबसे सामान्य प्रकार होता है। इसमें त्वचा की सतह पर द्रव (पसीना) से भरे छोटे स्पष्ट (या सफेद) उभार होते हैं। इसमें कोई खुजली या दर्द नहीं होता है। यह वयस्कों की तुलना में शिशुओं में अधिक आम है।

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रूब्रा प्रकार -
इस प्रकार में प्रभावित क्षेत्र में लाल उभार, सूजन और पसीना न आने जैसी स्थिति होती है। यह त्वचा की गहरी परतों में होता है और इसलिए अधिक असुविधाजनक होता है। यदि उभार बढ़ जाते हैं और मवाद से भर जाते हैं, तो इसे मिलिअरिया पस्टुलोसा कहा जाता है।

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गहरा प्रकार -
यह घमौरी का सबसे असामान्य प्रकार होता है। यह त्वचा की सबसे गहरी परत में होता है। यह बार-बार हो सकता है और फिर स्थायी हो भी सकता है। इसमें बड़े, कठोर और मांस के रंग के उभार होते हैं।

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घमोरियों के लक्षण - Symptoms of Heat Rash in Hindi

घमौरी के लक्षण क्या होते हैं?

घमौरी में छोटे-छोटे लाल उभार होते हैं, जो खुजली कर सकते हैं या गुदगुदी करते हैं। यह एक ही समय में शरीर के विभिन्न भागों में हो सकते हैं।

घमौरी होने के सबसे सामान्य स्थान चेहरा, गर्दन, स्तन के नीचे और अंडकोश के नीचे वाला भाग होता है। यह वहां भी हो सकता है, जहां त्वचा की सिकुड़न होती है और शरीर के ऐसे क्षेत्रों में भी हो सकता है, जो कपड़ों से रगड़ते हैं, जैसे कि पीठ, छाती और पेट। ये सभी वह जगहें होती हैं, जहां अधिक पसीना आता है।

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इसी से एक मिलती जुलती परिस्थिति होती है फॉलीक्युलिटिस, जिसमें किसी बाहरी कारणों जैसे त्वचा की मृत कोशिकाओं और त्वचा में मौजूद तेल ग्रंथि के कारण त्वचा पर मौजूद बालों यानी रोम की थैली बाहर उभर आती है। आगे चलकर इसमें संक्रमण हो जाता है और उसी के चलते सूजन होने लगती है। 

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घमोरियों के कारण - Causes of Heat Rash in Hindi

घमौरी के क्या कारण होते हैं ?

घमौरियां तब होती हैं, जब आपकी कुछ पसीने वाली नलिकाएं अवरुद्ध हो जाती हैं। पसीना भाप बनने के बजाय, त्वचा के नीचे फंस जाता है, जिससे सूजन और दाने होते हैं।

यह हमेशा स्पष्ट नहीं होता है कि पसीने वाली नलिकाएं क्यों अवरुद्ध होती हैं, लेकिन इसके कुछ संभावित कारक निम्नलिखित हैं -

अविकसित पसीने वाली नलिकाएं - एक नवजात शिशु की पसीने वाली नलिकाएं पूरी तरह से विकसित नहीं होती हैं। वे अधिक आसानी से बंद हो सकती हैं, जिससे त्वचा के नीचे पसीना फंस जाता है। घमौरियां नवजात शिशुओं के पैदा होने के पहले सप्ताह में विकसित हो सकती हैं, खासकर अगर शिशु को इनक्यूबेटर में रखा जा रहा है या उसे बहुत गर्म कपड़े पहनाए गए हैं या उसे बुखार है।

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मौसम -  गर्म व नम मौसम में घमौरियां हो सकती हैं।

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शारीरिक गतिविधि - ज्यादा व्यायाम, कड़ी मेहनत या कोई भी गतिविधि जिससे आपको ज़्यादा पसीना आता है, घमौरियों का कारण बन सकता है।

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अधिक गर्मी - सामान्य रूप से अधिक गरम रहने से भी घमौरियां हो सकती हैं।

लंबे समय के लिए बिस्तर पर आराम - घमौरियां उन लोगों को भी हो सकती हैं, जो लंबे समय तक बिस्तर पर आराम करते हैं, खासकर यदि उन्हें बुखार होता है।

घमौरी का जोखिम कारक क्या होते हैं?

  • उम्र - नवजात शिशुओं को घमौरियां होने की सबसे अधिक संभावना होती है।
  • मौसम - गरम क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को हल्के मौसम वाले क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की तुलना में घमौरियां होने की अधिक संभावना होती है।
  • शारीरिक गतिविधि - ऐसी कोई भी गतिविधि जिससे पसीना आता हो, खासकर यदि आपके कपड़े पसीने को भाप बनने में बाधक बन रहे हैं, तो इससे घमौरियां हो सकती हैं।

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घमोरियों से बचाव - Prevention of Heat Rash in Hindi

घमौरी से बचाव कैसे होता है?

घमौरी के जोखिम को कम करने के निम्नलिखित तरीके हैं -

  • हल्के कपड़े पहनें, जिससे आपकी त्वचा सांस ले सके, जैसे कॉटन/ सूती कपड़े।
  • अपने आस-पास के पर्यावरण को ठंडा करने के लिए एयर कंडीशनर का उपयोग करें।
  • गर्म और नम मौसम में जाने से बचें।
  • पसीना आने वाली गतिविधियों से बचें।
  • त्वचा की मृत कोशिकाओं और पसीने की ग्रंथियों को बंद करने वाले सीबम (त्वचा की वसामय ग्रंथियों से होने वाला तेलमय स्त्राव) को साफ करने के लिए त्वचा को ठीक से साफ़ करें।

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घमोरियों की जांच - Diagnosis of in Hindi

घमौरी का परीक्षणनिदान कैसे होता है ?

घमौरी का निदान करने के लिए आपको किसी परीक्षण या टेस्ट की आवश्यकता नहीं होती है।
आपके डॉक्टर घमौरी का निदान देख कर ही कर लेते हैं।

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घमोरियों का इलाज - Heat Rash Treatment in Hindi

घमौरी का उपचार कैसे होता है?

घमौरी से बचने के लिए आपको ज़्यादा गर्मी से बचने की आवश्यकता हो सकती है। यदि त्वचा ठंडी हो जाती है, तो घमौरी जल्दी ठीक हो जाती है।

मलहम - घमौरी के अधिक गंभीर रूप से राहत के लिए और इसकी जटिलताओं को रोकने के लिए आपको त्वचा पर कैलामाइन लोशन जैसे मलहम लगाने की आवश्यकता हो सकती है।

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जीवन शैली में परिवर्तन और घरेलू उपचार-
 घमौरी के लिए आप निम्नलिखित उपाय कर सकते हैं -

  • गर्म मौसम में, ढीले एवं हल्के कपड़े पहनें जो आपकी त्वचा से नमी को दूर करें। 
  • कैलामाइन लोशन का प्रयोग करें या खुजली वाली त्वचा को ठीक करने के लिए ठंडी सिकाई करें।
  • पेट्रोलियम या मिनरल तेल वाली क्रीम और मरहम का उपयोग न करें, यह आपके पोर्स को और अधिक ब्लॉक कर सकते हैं। (और पढ़ें - पेट्रोलियम जेली के फायदे)
  • जितना हो सके एसी में अधिक समय व्यतीत करें।
  • ठंडे पानी में स्नान करें, फिर अपनी त्वचा को तौलिये से पोंछने के बजाय हवा में सूखने दें। (और पढ़ें - आयुर्वेदिक स्किन केयर टिप्स फॉर समर)

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घमोरियों के नुकसान - Complications of Heat Rash in Hindi

घमौरी से क्या क्या समस्याएं होती हैं?

कभी-कभी घमौरी बैक्टीरिया से संक्रमित हो सकती हैं। इससे इसके द्रव से भरे हुए उभार दर्दनाक, बड़े और अधिक सूजन वाले हो जाते हैं।

घमौरी की एक बहुत दुर्लभ जटिलता है, गर्मी से थकावट। यदि आपके बच्चे की पसीने वाली नलिकाएं बंद हैं, तो शरीर स्वयं को ठीक से ठंडा नहीं कर पाता है। अनुपचारित गर्मी की थकावट से ऊष्माघात हो सकता है।
यह एक खतरनाक बीमारी है, जिसके कारण अंगों को नुकसान पहुंच सकता है या मृत्यु भी हो सकती है। यह तब होता है, जब एक बच्चे का शरीर उससे अधिक गर्मी बनाता है, जितना वह शरीर से बाहर निकाल सकता है। इस स्थिति में बच्चे के शरीर का तापमान तेजी से बढ़ता है, जो 40 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक हो सकता है।

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संदर्भ

  1. Healthdirect Australia. Heat rash. Australian government: Department of Health
  2. Center for Disease Control and Prevention [internet], Atlanta (GA): US Department of Health and Human Services; Heat Stress - Heat Related Illness
  3. MedlinePlus Medical Encyclopedia: US National Library of Medicine; Babies and heat rashes
  4. MedlinePlus Medical: US National Library of Medicine; Infant heat rash
  5. Healthdirect Australia. Heat rash treatments. Australian government: Department of Health. [internet].

घमौरीयां की ओटीसी दवा - OTC Medicines for Heat Rash in Hindi

घमौरीयां के लिए बहुत दवाइयां उपलब्ध हैं। नीचे यह सारी दवाइयां दी गयी हैं। लेकिन ध्यान रहे कि डॉक्टर से सलाह किये बिना आप कृपया कोई भी दवाई न लें। बिना डॉक्टर की सलाह से दवाई लेने से आपकी सेहत को गंभीर नुक्सान हो सकता है।

दवा का नाम

कीमत

₹95.0

₹320.0

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