बच्चों में माइग्रेन - Migraine in Children in Hindi

Dr. Nadheer K M (AIIMS)MBBS

September 28, 2019

March 06, 2020

बच्चों में माइग्रेन
बच्चों में माइग्रेन

बच्चों में माइग्रेन क्या है 

माइग्रेन अटैक आम सिरदर्द से हटकर होता है। इसकी वजह से रोजमर्रा के कार्यों को करने में दिक्कत आती है। जब माइग्रेन का अटैक वयस्कों में ही इतना खतरनाक होता है तो जरा सोचिए की बच्चों के लिए माइग्रेन अटैक कितना भयावाह हो सकता है। माइग्रेन में बच्चों को माथे या सिर के दोनों तरफ दर्द हो सकता है। इसमें ऐसा महसूस होता है जैसे कोई सिर पर किसी भारी चीज से मार रहा है। इसमें होने वाला तेज दर्द एक घंटे से कम या एक दिन तक या लंबे समय तक रह सकता है। कुछ गंभीर मामलों में, यह लगभग एक सप्ताह तक रह सकता है। बता दें, कि आप बच्चे को बेहतर महसूस कराने के साथ-साथ माइग्रेन अटैक को रोकने में भी उसकी मदद कर सकते हैं। 

बच्चों में माइग्रेन के लक्षण 

कभी-कभी, माइग्रेन से पीड़ित बच्चों को पेट खराब होने की भी समस्या हो सकती है। आंखों पर धुंधलापन छा सकता है, इसके अलावा तेज खुशबू या चमकदार रोशनी भी बच्चे को परेशान कर सकती है।

कभी-कभी माइग्रेन से पीड़ित छोटे बच्चों को दर्द महसूस नहीं होता है। इसकी बजाय, उन्हें बार-बार पेट से जुड़ी कोई समस्या और चक्कर आ सकते हैं। यह माइग्रेन अटैक शुरू होने से पहले के संकेत हो सकते हैं। इसके अलावा कभी-कभी उनके हाथ, पैर या चेहरे पर झनझनाहट-सी महसूस हो सकती है। कम उम्र के माइग्रेन के मरीज को अक्सर मोशन सिकनेस (सिर चकराना और उल्टी आना) भी होने की संभावना रहती है।

बच्चों में माइग्रेन अटैक के कारण

  • तेज सिरदर्द: 
    माइग्रेन आमतौर पर तेज सिरदर्द के कारण हो सकता है। यदि इसे समय रहते नियंत्रित नहीं किया गया तो यह माइग्रेन का रूप ले सकता है। 
  • अत्यधिक तनाव:
    माइग्रेन अटैक में तनाव अहम भूमिका निभाता है। इसमें मांसपेशियों में खिंचाव या चिंता भी शामिल है।

एक सर्वेक्षण के मुताबिक, परीक्षण किए गए लोगों में माइग्रेन अटैक वाले बच्चों में फैमिली हिस्ट्री (जेनेटिक) से संबंध पाया गया। माइग्रेन से ग्रस्त 92 प्रतिशत युवाओं को ये बीमारी अपनी मां से मिली थी जबकि 38 प्रतिशत मामले पिता से संबंधित थे।

कुछ अन्य कारण

बच्चों में माइग्रेन का निदान 

अगर आप बच्चे के माइग्रेन अटैक के बारे में जानकारी रखें तो डॉक्टर को यह पता लगाने में मदद मिल सकती है कि बच्चे को ऐसा क्यों हो रहा है। इन बातों को ध्यान में रखें:

  • दिन के किस समय में माइग्रेन अटैक आता है 
  • यह कितने समय तक रहता है
  • दर्द कहां होता है
  • दर्द कितना तकलीफदायक होता है
  • माइग्रेन आने से पहले किस तरह के संकेत मिलते हैं
  • कुछ भी ऐसा, जो माइग्रेन की स्थिति को बढ़ाता या बदतर बना सकता है

बच्चों में माइग्रेन का इलाज 

कुछ बच्चों को नींद लेने से माइग्रेन से आराम मिल जाता है। बच्चे को अंधेरे और शांत कमरे में आराम करने दें। उसके माथे या आंखों पर ठंडी पट्टी रखें। डॉक्टर निम्नलिखित दवाई लेने की सलाह दे सकते हैं जैसे:

इनमें से कोई भी दवा देने से पहले एक बार डॉक्टर से सलाह जरूर लें। माइग्रेन से पीड़ित बच्चों को रिलैक्स महसूस करवाने के लिए माता-पिता को डॉक्टर से कुछ तकनीक सीखने की जरूरत है। माइग्रेन अटैक के वक्त गहरी सांस कैसे ली जाए या मांसपेशियों को आराम कैसे दिया जाए, यदि बच्चा इन बातों को सीख जाए तो उसे दर्द को कम करने में मदद मिल सकती है।



संदर्भ

  1. Raluca Ioana Teleanu et al. Treatment of Pediatric Migraine: a Review. Maedica (Buchar). 2016 Jun; 11(2): 136–143. PMID: 28461833
  2. Cleveland Clinic. Migraines in Children and Adolescents. [Internet]
  3. The Nemours Foundation. migraines. [Internet]
  4. Nick Peter Barnes. Migraine headache in children. BMJ Clin Evid. 2011; 2011: 0318. PMID: 21481285
  5. Joanne Kacperski et al. The optimal management of headaches in children and adolescents. Ther Adv Neurol Disord. 2016 Jan; 9(1): 53–68. PMID: 26788131