अमिबायसिस - Amebiasis in Hindi

Dr. Ajay Mohan (AIIMS)MBBS

November 21, 2011

August 23, 2023

अमिबायसिस
अमिबायसिस

अमिबायसिस क्या है?

अमिबायसिस परजीवी से होने वाला संक्रमण है। यह 'प्रोटोजोएन एंटामीबा हिस्टोलिटिका' या ई. हिस्टोलिटिका नामक परजीवी की वजह से होता है।

वैसे तो किसी को भी यह बीमारी हो सकती है, लेकिन यह उन लोगों में सबसे आम है जो ऐसे विकासशील देशों में रहते हैं जहां अच्छी स्वच्छता नहीं है। यह समस्या उन्हें भी हो सकती है जो इन विकासशील देशों में रहकर या घूमकर आए हैं। इस संक्रमण से ऐसे पुरुष भी संक्रमित हो सकते हैं जो पुरुषों से सेक्स करते हैं, लेकिन अक्सर उनमें लक्षण नहीं पाए जाते हैं। अमिबायसिस के लक्षणों में ढीला मल, पेट में ऐंठन और पेट दर्द शामिल हैं।

अमिबायसिस के संकेत और लक्षण क्या हैं?

रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) के अनुसार, अमिबायसिस से ग्रस्त केवल 10 से 20 प्रतिशत लोगों में यह संक्रमण बीमारी का रूप लेता है।

इस बीमारी में हर संक्रमित व्यक्ति बीमार नहीं होता है, लेकिन ई. हिस्टोलिटिका से संक्रमित औसतन 10 में से एक व्यक्ति बीमार हो जाता है। इस​ स्थिति में लक्षण अक्सर काफी हल्के होते हैं और इन लक्षणों में ढीला मल, पेट में दर्द और पेट में ऐंठन शामिल हैं। अमिबायसिस के गंभीर रूप में पेचिश की समस्या होती है, जो कि पेट दर्द, खूनी दस्त और बुखार से जुड़ा हुआ है। दुर्लभ मामलों में ई. हिस्टोलिटिका लिवर पर अटैक करता है और इसकी वजह से फोड़ा बनने लगता है।

अमिबायसिस का कारण क्या है?

ई. हिस्टोलिटिका आंत को नुकसान पहुंचाए बिना बड़ी आंत (कोलन) में रह सकता है। कुछ मामलों में, यह कोलन की परत (कोलन वॉल) को नुकसान पहुंचाता है, जिसकी वजह से कोलाइटिस, एक्यूट डिसन्टेरी (तेजी से या अचानक से होने वाली पेचिश) या क्रोनिक डायरिया (धीरे-धीरे या लंबे समय से दस्त) की समस्या हो सकती है। इस स्थिति में संक्रमण रक्तप्रवाह से माध्यम से लिवर तक फैल सकता है। दुर्लभ मामलों में, यह फेफड़े, मस्तिष्क या अन्य अंगों में भी फैल सकता है।

यह स्थिति दुनियाभर में किसी को भी हो सकती है, लेकिन यह उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में सबसे आम है। अफ्रीका, मैक्सिको, दक्षिण अमेरिका के कुछ हिस्से और भारत में इस स्थिति के कारण स्वास्थ्य संबंधी बड़ी समस्याएं होती हैं।

अमिबायसिस का निदान कैसे होता है?

डॉक्टर आपके स्वास्थ्य (मेडिकल हिस्ट्री) और ट्रैवेल हिस्ट्री के बारे में पूछने के बाद अमिबायसिस को लेकर संदेह कर सकते हैं। डॉक्टर ई. हिस्टोलिटिका की उपस्थिति के लिए आपका परीक्षण कर सकते हैं। इसके अलावा सिस्ट का पता लगाने के लिए आपको कई दिनों तक मल के नमूने देने पड़ सकते हैं। यदि लिवर को नुकसान पहुंचा है, तो लिवर के कार्यों की जांच के लिए डॉक्टर लैब टेस्ट का सुझाव दे सकते हैं।

जब परजीवी आंत के बाहर फैलते हैं, तो यह मल में दिखाई नहीं देंगे। ऐसे में डॉक्टर लिवर पर घावों की जांच के लिए अल्ट्रासाउंड या सीटी स्कैन का सुझाव दे सकते हैं। यदि घाव दिखाई देते हैं, तो डॉक्टर लिवर में फोड़े की जांच कर सकते हैं, क्योंकि यदि फोड़ा है तो यह स्थिति अमिबायसिस का गंभीर रूप हो सकती है।

अमिबायसिस का इलाज कैसे होता है?

उपचार इस बात पर निर्भर करता है कि संक्रमण कितना गंभीर है। अमिबायसिस के इलाज के लिए कई एंटीबायोटिक्स उपलब्ध हैं। डॉक्टर स्थिति के अनुसार एंटीबायोटिक निर्धारित करते हैं। यदि ई. हिस्टोलिटिका से संक्रमित होने के बाद भी आप बीमार नहीं हैं, तो ऐसे में केवल एक एंटीबायोटिक के साथ आपका इलाज किया जाएगा। यदि यह संक्रमण आपको बीमार करता है तो ऐसे में एंटीबायोटिक दवाओं की खुराक बढ़ाई जा सकती है।

यदि आपको उल्टी आ रही है और आप मुंह से दवाई लेने में सक्षम नहीं हैं तो ऐसे में आईवी यानी नसों के जरिए दवाएं दी जाती हैं। दस्त को रोकने के लिए दवाएं आमतौर पर निर्धारित नहीं होती हैं, क्योंकि वे स्थिति को बदतर बना सकते हैं। एंटीबायोटिक उपचार के बाद यह सुनिश्चित करने के लिए मल की दोबारा से जांच की जाएगी कि संक्रमण पूरी तरह से ठीक हो गया है या नहीं।

(और पढ़ें - दस्त का होम्योपैथिक इलाज)



संदर्भ

  1. Nagata N. General Information. U.S. Department of Health & Human Services. [internet]
  2. Mathew G, Horrall S. Amebiasis. Amebiasis.StatPearls [Internet]. Treasure Island (FL): StatPearls; 2019 Jan
  3. U.S. Department of Health & Human Services. Amebiasis. centres for disease control and prevention. [internet]
  4. MedlinePlus Medical Encyclopedia: US National Library of Medicine; Amebiasis
  5. World Health Organization [Internet]. Geneva (SUI): World Health Organization; Amoebiasis

अमिबायसिस की ओटीसी दवा - OTC Medicines for Amebiasis in Hindi

अमिबायसिस के लिए बहुत दवाइयां उपलब्ध हैं। नीचे यह सारी दवाइयां दी गयी हैं। लेकिन ध्यान रहे कि डॉक्टर से सलाह किये बिना आप कृपया कोई भी दवाई न लें। बिना डॉक्टर की सलाह से दवाई लेने से आपकी सेहत को गंभीर नुक्सान हो सकता है।