आपका मानसिक स्वास्थ्य ही आपकी भीतरी और बाहरी सेहत को तय करता है। इसी मानसिक स्वास्थ्य की मजबूती के आधार पर आप अपनी भावनाएं मैनेज कर पाते हैं या फिर रोजाना के काम पूरे कर पाते हैं। यानी कि आप मानसिक रूप से जितने  मजबूत हैं, उतने ही अच्छे से इन सभी गतिविधियों को संभाल पाएंगे। डॉक्टर से इलाज करवाना ही मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल करना नहीं होता है, इसके साथ ही मानसिक रूप से मजबूत बनने के लिए कुछ उपाय करना भी मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

हालांकि यह कोई कठिन काम नहीं है, क्योंकि बहुत सारी छोटी-छोटी बातें होती है जिनका ध्यान रख कर आप मानसिक रूप से मजबूत बन सकते हैं। जैसे शारीरिक रूप से मजबूत होने के लिए व्यायाम करना जरूरी होता है, ताकि मांसपेशियों को मजबूत बनाया जा सके। कुछ इसी प्रकार ही मानसिक रूप से मजबूत बनने के लिए दिमाग की एक्सरसाइज करना जरूरी होता है, ताकि आप अपने विश्वास और अच्छी आदतों को कायम रख सकें। 

(और पढ़ें - मानसिक रोग का इलाज)

  1. मानसिक रूप से मजबूत बनने के लिए भावनाओं को समझें - Mansik roop se majboot rahne ke liye emotions ko samjhe
  2. मानसिक रूप से मजबूत रहने के लिए दिल की बात किसी को बताएं - Mansik roop se strong rahne ke liye apne dil ki baat batayen
  3. खुद की देखभाल करना है मानसिक रूप से मजबूत बनने का तरीका - Khud ki care karna hai Mansik roop se majboot rahne ka tarika
  4. मानसिक रूप से मजबूत रहने के लिए मस्तिष्क की कसरत - Mentally strong rahne ke liye mind ki exercise kare
  5. बुरी आदतें छोड़ना है मानसिक रूप से मजबूत बनने के लिए जरूरी - Mansik roop se strong rahne ke liye buri aadten chhod den
  6. मानसिक रूप से मजबूत रहने बनने के लिए नशा छोड़ दें - Mansik roop se majboot rahne ke liye nashe ki adat chhod den
  7. मानसिक रूप से मजबूत बनने के लिए व्यायाम करें - Mentally strong banne ke liye exercise kare
  8. मानसिक रूप से मजबूत बनने के लिए स्वस्थ आहार खाएं - Mansik roop se strong rehne ke liye swasth aahar khaye
  9. मानसिक रूप से मजबूत रहने के उपाय - Mansik roop se majboot rahne ke tarike
  10. मानसिक स्वास्थ्य का महत्व क्या है - Mansik swasthya kyon jaruri hai

अपनी भावनाओं का सामना करें

यदि एक मानसिक रूप से मजबूत व्यक्ति बनना चाहते हैं, तो आपको खुद को कंट्रोल करने की कला सीखनी ही होगी। अपने डिप्रेशनतनाव को कम करने के लिए किसी प्रकार की दवाएं या खुद को नुकसान पहुंचाने की बजाए आपको कुछ अच्छी आदत अपना लेनी चाहिए, जैसे:

  • यदि आपको बहुत अधिक तनाव, डिप्रेशन या गुस्सा आदि आ रहा है, तो ऐसे में आपको अपने उन गहन विचारों को अपनी डायरी में लिख लेना चाहिए। ऐसा करने से आपको इस बारे में सोच-विचार करने में भी मदद मिलेगी।
  • बाहर चलें या दौड़ लगाएं, खुद को नुकसान न पहुंचाएं। शारीरिक गतिविधि करना भी आपको शांत करने में मदद कर सकता है। सामान्य रूप से शारीरिक गतिविधि करने से मस्तिष्क में एंडोर्फिन नाम का एक हार्मोन बनाने लगता है, जिससे आपको अच्छा महसूस हो सकता है। 
  • मेडिटेशन करने से भी आपके मानसिक स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है। अपने दिमाग को खाली कर दें और सभी बुरे विचारों को दिमाग से निकाल दें। ऐसा करने से आपके मस्तिष्क के भीतर की नकारात्मक भावनाएं निकल जाती हैं, आपको शांति व सब्र महसूस होता है और आप अपनी परेशानियों का अच्छे से सामना कर पाते हैं। 
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दूसरों का भरोसा जीतें

यह जानना आपके लिए बहुत जरूरी है, कि ऐसे बहुत सारे लोग हैं जिनके लिए आप बहुत मायने रखते हो। जब आप यह बात सोचने लगेंगे तो आपके मन में सकारात्मक विचार आने लगेंगे और आपके मानसिक स्वास्थ्य में भी सुधार होगा। इतना ही नहीं दूसरों के लिए भरोसेमंद बनने से आपकी भावनात्मक अच्छाईयां बढ़ती हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि जितना आप दूसरों के अंदर की अच्छाईयों को ढूंढने में सक्षम होंगे, उतने ही अच्छे से आप खुद को पहचान पाएंगे।

इसलिए लोगों का भरोसा जीतने और किसी भरोसेमंद व्यक्ति से अपने दिल की बातें शेयर करने से मन हल्का होता है व साथ ही मानसिक स्वास्थ्य में भी सुधार होता है। 

खुद की विशेष रूप से देखभाल करें

चाहे आप कुछ भी काम करते हों या अपने जीवन में कितने भी व्यस्त हैं, अपने लिए विशेष रूप से समय निकालना बहुत जरूरी होता है। क्योंकि यदि आप खुद की विशेष रूप से देखभाल नहीं रख पा रहे हैं, तो अंत मे आप नीरस बन जाएंगे और अपने परिवार के लोगों व करीबियों को वह प्यार व केयर नहीं दे पाएंगे जो आप देना चाहते हैं। खुद की देखभाल करना जरूरी है। कभी कभी यह बेहद जटिल भी हो सकता है। 

एक बार फिर हम आपको यह बता दें कि यह बात मतलब ही नहीं रखती कि आप दिन में कितना काम करते है या कितने व्यस्त रहते हैं। यह याद रखें आपको खुद के लिए थोड़ा समय निकालना है या कोई ऐसी गतिविधि करनी है जिससे आप खुद को खुशी दे पाएं।

दिमाग की एक्सरसाइज करें

जैसे आपको मांसपेशियां मजबूत करने के लिए व्यायाम करना पड़ता है, ठीक वैसे ही मानसिक रूप से मजबूत बनने के लिए मस्तिष्क को कसरत करनी पड़ती है। लगातार मेहनत करने से ही व्यक्ति का विकास और वृद्धि होती है। यदि आपने अभी मेहनत करना शुरू नहीं किया तो आप खुद को उतना विकसित नहीं कर पाएंगे, जितना करने की आप क्षमता रखते हैं। 

छोटी-छोटी बहुत सारी जीत पाकर ही व्यक्ति मानसिक रूप से मजबूत बनता है और खुद की सोच-विचारों व रोजाना लिए गए फैसले के अनुसार ही वह अपने मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखता है। सहनशीलता व मानसिक शक्ति को हासिल करने के लिए रोजाना ऐसे काम करें, जो आपके धीरज को बढ़ाकर मानसिक रूप से मजबूत बनाते हैं।

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बुरी आदतों को छोड़ दें

बुरी आदतों के होते हुए आप एक अच्छा इन्सान नहीं बन पाएंगे और मानसिक रूप से मजबूत होने की तो बात ही दूर है। यदि आप एक ऐसा व्यक्ति बनना चाहते हैं, जो मानसिक रूप से मजबूत हो, तो आपको सारी बुरी आदतें जितना जल्दी हो सके छोड़नी पड़ेंगी। क्योंकि आप जितना आगे बढ़ने की कोशिश करेंगे, बुरी आदतें आपको उतना ही पीछे धकेलती रहेंगी। ऐसी बहुत सारी आदतें हैं, जिन्हें छोड़ना बहुत जरूरी है, जैसे:

  • आपस में लोगों की या खुद की दूसरों के साथ तुलना करने की आदत
  • नकारात्मक सोच रखने वाले लोगों के साथ रहना या खुद को ऐसे लोगों के बीच रखना जिन्हें आप पसंद नहीं करते हैं।
  • अतीत की बातों को याद करना या उनके बारे में बातें करना
  • जिंदगी में किसी प्रकार का बदलाव करने से डरना
  • अपने या दूसरों के द्वारा की गई गलतियों से सीख लेने की कोशिश ना करना
  • ऐसी चीजों कों आप कंट्रोल नहीं कर सकते या जिन्हें बदल नहीं सकते, उन चीजों के बारे में चिंता करना

जब आप ये सभी बुरी आदतें छोड़ देंगे, तो हमारी बात का भरोसा कीजिए आपके मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होगा और आप मानसिक रूप से मजबूत बन जाएंगे। इतना ही नहीं ये बुरी आदतें छोड़ने से आपका जीवन भी काफी सुधर जाएगा।

शराब व अन्य नशे छोड़ दें

यदि आप वाकई में अपने मानसिक स्वास्थ्य को सुधारना चाहते हैं, तो आपको किसी भी प्रकार का नशा करने से बचना होगा। यदि आप शराब पीते हैं, तो धीरे-धीरे उसे कम करके पूरी तरह से छोड़ दें। कई बार लोग गुस्सा उतारने या गम को भुलाने के लिए शराब या अन्य नशा करते हैं, जो कि बहुत गलत होता है। क्योंकि वास्तव में शराब की लत या कोई भी नशीला पदार्थ, किसी मानसिक समस्या को कम नहीं करता है उल्टा बढ़ाता है।

इसलिए जल्दी से नशे की लत छोड़ने की कोशिश करें आप इसके लिए डॉक्टर से भी सलाह ले सकते हैं। जितना जल्दी आप एक नशा मुक्त व्यक्ति बन जाएंगे उतना ही जल्दी आप मानसिक रूप से मजबूत बन जाएंगे।

थोड़ी बहुत एक्सरसाइज जरूर करें

कुछ लोग नियमित रूप से एक्सरसाइज करते हैं, वे ऐसा इसलिए करते हैं क्योंकि व्यायाम करने से उन्हें अच्छा महसूस होता है और मानसिक शांति मिलती है। नियमित व्यायाम करने वाले लोग दिनभर खुद को ऊर्जावान महसूस करते हैं, रात को अच्छे से सो पाते हैं और अपने व अपने जीवन के बारे में सकारात्मक सोच रखते हैं। हमारे कहने का मतलब है कि जो लोग नियमित रूप से व्यायाम करते हैं, वे शारीरिक ही नहीं मानसिक रूप से मजबूत भी रहते हैं।

इतना ही नहीं नियमित रूप से एक्सरसाइज करना कई सामान्य मानसिक समस्याओं के लिए इलाज का काम भी करता है।

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अच्छा भोजन खाएं

जो भी आप खाते हैं उससे आपके सारे शरीर को पोषण मिलता है, जिसमें आपका मस्तिष्क भी शामिल है। सामान्य मात्रा में प्राप्त किया गया कार्बोहाइड्रेट्स शरीर में सेरोटोनिन को बढ़ाता है, जो एक प्रकार का केमिकल होता है। सेरोटोनिन एक ऐसा केमिकल है, जो आपके मूड को प्रभावित करता है। जिन खाद्य पदार्थों में प्रोटीन होता है, उनसे नेरोपाइनेफ्रिन, डोपामाइन और टायरोसिन नामक केमिकल स्रावित होते हैं, जो आपको सचेत रहने में मदद करता है।

ताजे फलसब्जियों में भरपूर मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं, जिनसे आपके शरीर की हर कोशिका को पोषण मिलता है। इतना ही नहीं फलों व सब्जियों में मस्तिष्क के केमिकल भी होते हैं, जो मूड को विनियमित रखते हैं। जिन खाद्य पदार्थों में ओमेगा-3 पॉलिअनसेचुरेटेड फैटी एसिड पाए जाते हैं, वे भी आपको मानसिक रूप से मजबूत बनाने में बहुत मदद करते हैं, इन खाद्य पदार्थों में मछली, नट्स (बादाम, काजू आदि) और सन के बीज आदि शामिल हैं। 

अध्ययन से पता चला कि ये पोषक तत्व आपके मूड में सुधार करते हैं और मस्तिष्क की संरचनात्मक स्थिति को स्थिर बनाए रखते हैं, जो कॉग्निटिव फंक्शन के लिए बहुत जरूरी होता है।

मानसिक रूप से मजबूत कैसे बनें?

यदि आपको लगता है कि आप मानसिक रूप से कमजोर हैं, तो हो सकता है कि यह लेख आपके लिए फायदेमंद हो। ऐसा इसलिए क्योंकि इस लेख में कुछ उपाय बताएं गए हैं, जिनकी मदद आप अपने मानसिक स्वास्थ्य में सुधार कर सकते हैं। जीवन में कुछ साधारण सी आदतें जैसे एक्सरसाइज करना, अपनी भावनाओं को किसी भरोसेमंद व्यक्ति को बताना, खुद की अच्छाईयों के बारे में सोचना और रात को अच्छी नींद लेने जैसे कुछ उपाय हैं, जिनकी मदद से मानसिक हालत में सुधार किया जा सकता है। 

नीचे कुछ उपायों के बारे में बताया गया है, जो आपको मानसिक रूप से मजबूत बनने में मदद कर सकते है:

(और पढ़ें - मानसिक मंदता के लक्षण)

 

मानसिक रूप से मजबूत होना जरूरी क्यों है?

भावनात्मक व मानसिक स्वास्थ्य को मजबूत रखना जीवन के लिए बहुत जरूरी होता है, क्योंकि इससे आपके व्यवहार, सोच और भावनाओं का निर्माण होता है। यदि कोई व्यक्ति मानसिक रूप से मजबूत व स्वस्थ है, तो वह स्कूल व अपने काम के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन दे सकता और दूसरों की अच्छी देखभाल कर सकता है। मानसिक स्वास्थ्य आपके रिश्तों व संबंधों में भी एक बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यदि आप मानसिक रूप से मजबूत हैं, तो अपने जीवन में होने वाले बदलावों के अनुसार ढल सकते हैं और विपत्तियों का सामना कर सकते हैं।

(और पढ़ें - मानसिक रोग दूर करने के उपाय)

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