क्या आप अपनी त्वचा के नुक्स खत्म करने के लिए कोई सरल उपचार ढूंढ रहीं हैं? केमिकल पील ऐसी ही एक प्रक्रिया है जो जल्दी और आसानी से आपको साफ़ और सुन्दर त्वचा देती है। 

केमिकल पील के अंतर्गत सीमित रूप से टॉक्सिक केमिकल सॉल्यूशन को त्वचा पर लगाया जाता है जिससे त्वचा की ऊपरी परत के टिश्यू या ऊतक मर जाते है और त्वचा की एक परत उतर जाती है। जिससे त्वचा अधिक सुन्दर दिखने लगती है। 

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त्वचा की एक के ऊपर कई परतें होती हैं और केमिकल पील कितना गहरा होगा यह इस पर निर्भर करता है कि आपकी त्वचा की क्या समस्या है। केमिकल पील के बाद क्षतिग्रस्त त्वचा अंदर की परत की कोशिकाओं के विकास से फिर से बन जाती है।

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इस लेख में विस्तार से बताया गया है कि केमिकल पील क्या है, केमिकल पील कैसे करें इसके साथ ही केमिकल पील के फायदे और नुकसान भी बताए गए हैं। लेख में केमिकल पील कॉस्ट भी बताई गई है।

  1. केमिकल पील क्या है - Chemical peel kya hai in hindi
  2. फेस पीलिंग ट्रीटमेंट कैसे करें - Face peeling kaise kare in hindi
  3. केमिकल पील के फायदे - Chemical peel ke fayde in hindi
  4. केमिकल पील के नुकसान - Chemical peel side effects in hindi
  5. केमिकल पील कॉस्ट - Chemical peel cost in hindi

केमिकल पील चेहरे, गले और हाथों की त्वचा की सुंदरता के लिए उपयोग की जाने वाली तकनीक है। एक प्रकार के केमिकल सॉल्यूशन को त्वचा पर लगाया जाता है जिससे त्वचा की परत उतर जाती है और उसे हटा दिया जाता है। उसकी जगह नयी बनने वाली त्वचा अधिक मुलायम और कम झुर्रियों वाली होती है। नयी त्वचा अस्थायी तौर पर सूर्य की रोशनी के प्रति अधिक सवेंदनशील होती है।

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केमिकल पील के मूल रूप से तीन प्रकार हैं -

  • सुपरफिशल या हल्का पील -
    अल्फा-हाइड्रोक्सी एसिड या अन्य किसी हल्के एसिड का उपयोग त्वचा की केवल बाहरी परत को उतारने के लिए किया जाता है। जब त्वचा के रंग को हल्का साफ करना हो या रूखी त्वचा को सही करना हो, तो हलके पील का उपयोग किया जाता है। इसके साथ ही यदि चेहरे, गले और हाथों को अधिक फ्रेश दिखाना हो, तो इस तरीके का इस्तेमाल करा जाता है। (और पढ़े - रूखी त्वचा के लिए घरेलू उपाय)
     
  • मध्यम पील -
    त्वचा की बाहरी और मध्यम परत की क्षतिग्रस्त कोशिकाओं को हटाने के लिए ग्लायकोलिक या ट्राई क्लोरो एसिटिक एसिड त्वचा पर लगाया जाता है। इस तरीके का उपयोग झाइयां, झुर्रियां, चकत्ते, और हल्की बदरंग त्वचा को सही करने के लिए किया जाता है। इसका उपयोग रूखी त्वचा को मुलायम करने और कैंसर से पूर्व होने वाली कुछ तरह की त्वचा वृद्धि जैसे ऐक्टिनिक केरेटोसिस (actinic keratosis: सूर्य के अधिक संपर्क से होने वाली त्वचा परतों की एक अतिवृद्धि) के उपचार में भी किया जा सकता है। (और पढ़े - ​चेहरा साफ करने के तरीके)
     
  • डीप पील -
    त्वचा की मध्यम परत की गहराई तक क्षतिग्रस्त कोशिकाओं को हटाने के लिए ट्राई क्लोरो एसिटिक एसिड या फिनोल का उपयोग किया जाता है। यह उपचार त्वचा की हल्की झुर्रियों, उम्र के बढ़ने से होने वाले निशान, चकत्ते और घाव के निशान को हटा देता है। इस तरीके से इलाज करवाने वाले लोगों को त्वचा में काफी अधिक परिवर्तन दीखता है। यह तरीका केवल चेहरे पर और केवल एक बार ही प्रयोग किया जा सकता है। (और पढ़े - झुर्रियां हटाने के उपाय)
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आप केमिकल पील डॉक्टर के क्लिनिक या सर्जरी सेंटर पर करवा सकते हैं। यह एक "आउट पेशेंट" प्रक्रिया है (इसका मतलब है कि आपको हॉस्पिटल में भर्ती होने की जरुरत नहीं होती है)।

आपका केमिकल पील करने वाले पेशेवर सबसे पहले आपकी त्वचा को साफ करते हैं। उसके बाद वो आपकी त्वचा के एक छोटे हिस्से पर कोई केमिकल सॉल्यूशन जैसे ग्लायकोलिक एसिड, ट्राई क्लोरो एसिटिक एसिड, सैलिसिलिक एसिड, लैक्टिक एसिड या कार्बोलिक एसिड (फिनोल) इत्यादि लगाते हैं। यह एक मामूली सा नियंत्रित घाव बना देता है जिसकी जगह नई त्वचा आ जाती है।

केमिकल पील के दौरान अधिकांश लोगों को जलन महसूस होती है जो पांच से दस मिनट तक रहती है, जो चुभन में बदल जाती है। इस चुभन में ठंडा सेक करने से आराम मिलता है। आपको गहरी पील करवाने पर दर्द के लिए दवा की भी आवश्यकता हो सकती है।

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यदि आप घर पर फेस पीलिंग या केमिकल पील करना चाहते हैं तो सामान्य तौर पर, ओवर द काउंटर पील आपकी त्वचा को क्षतिग्रस्त नहीं करते हैं। लेकिन एक पेशेवर द्वारा किये जाने वाले केमिकल पील जितना अधिक परिणाम नहीं मिलता है। हालाँकि, ये सुरक्षित होते हैं और त्वचा को किसी तरह का नुकसान नहीं होता है।

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एक लाइट केमिकल पील त्वचा की बनावट और रंग में सुधार के साथ हल्की झुर्रियों का दिखना भी कम कर देता है। शुरुआत में परिणाम बहुत कम दिखाई देंगे पर उपचार के दोहराव के साथ बदलाव दिखने लगेगा। केमिकल पील के बाद सूर्य की रोशनी से तब तक दूर रहें जब तक कि नई त्वचा उपचार किये गए पूरे भाग पर न आ जाए।

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अगर आप ने मध्यम केमिकल पील करवाया है तो उपचार वाली त्वचा निश्चित तौर पर पहले से अधिक मुलायम दिखेगी। आपके डॉक्टर कुछ महीनों तक सूरज की रोशनी से दूर रहने की सलाह देंगे।

डीप केमिकल पील के बाद तो आपकी त्वचा के दिखने में नाटकीय परिवर्तन महसूस होगा। आपको अपनी त्वचा के रंग में बदलाव को रोकने के लिए इसे हमेशा सूरज की रोशनी से बचाना होगा।

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यह ध्यान रखें कि केमिकल पील से प्राप्त परिणाम हमेशा रहें, यह आवश्यक नहीं है। जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती है आपके चेहरे पर लकीरें फिर से बन जाती हैं। सूरज की रोशनी से होने वाले नुकसान से भी आपकी त्वचा का रंग फिर से बदल सकता है।

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केमिकल पील करवाने से निम्नलिखित साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं -

  • त्वचा लाल होना -
    उपचार के बाद सामान्य स्थिति में आने से पहले त्वचा लाल पड़ जाती है। मध्यम और डीप केमिकल पील के बाद तो यह कुछ महीनों तक भी रह सकती है।
     
  • निशान पड़ना -
    केमिकल पील से निशान पड़ने की बहुत कम संभावना होती है, अगर निशान होता है तो आमतौर पर चेहरे के निचले हिस्से पर हो सकता है। एंटीबायोटिक और स्टेरॉयड दवाएँ ऐसे निशान को हल्का करने के लिए उपयोग की जा सकती हैं। (और पढ़े - एंटीबायोटिक दवा लेने पर रखें इन बातों का ध्यान)
     
  • त्वचा के रंग में बदलाव -
    केमिकल पील के कारण आपकी त्वचा सामान्य से अधिक काली (हाइपरपिगमेंटेशन) या सामान्य से अधिक गोरी (हाइपोपिगमेंटेशन) हो सकती है। सुपरफिशल पील्स के बाद हाइपरपिगमेंटेशन होने की संभावना अधिक होती है वहीं हाइपोपिगमेंटेशन की संभावना डीप पील के बाद अधिक होती है। त्वचा के रंग में परिवर्तन होने की संभावना काली त्वचा वाले लोगों में अधिक होती है, जो स्थायी हो सकता है। 
     
  • संक्रमण -
    केमिकल पील दाद के वायरस (ऐसा वायरस जो दर्द भरे छाले कर सकता है) के भड़कने का कारण हो सकता है। कभी-कभी केमिकल पील बैक्टीरियल संक्रमण या फंगल संक्रमण का कारण हो सकता है, हालाँकि इसकी संभावना बहुत कम है।
     
  • हार्ट, किडनी या लीवर का नुकसान -
    डीप केमिकल पील में कार्बोलिक एसिड (फिनोल) का उपयोग किया जाता है जो हृदय की मांसपेशी को नुकसान पहुँचा सकता है और हृदय की धड़कन को अनियमित कर सकता है। फिनोल किडनी और लीवर को भी नुकसान कर सकता है। फिनोल के प्रभाव से बचने के लिए केमिकल पील हिस्सों में 10 से 20 मिनट के अंतराल पर की जाती है।

    केमिकल पील्स छिद्र का आकार कम नहीं करता और गहरे निशान या झुर्रियों को भी समाप्त नहीं कर सकता है। केमिकल पील का उपयोग करना सभी के लिए सही नहीं होता है इसलिए अपने डॉक्टर से बात करने के बाद ही केमिकल पील करवाना चाहिए।

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केमिकल पील का एक उपचार पर लगभग 1500 से 3500 रुपये प्रति सत्र का खर्च आता है। हालाँकि, यह कीमत आपके शहर, केमिकल पील के प्रकार और पीलिंग प्रक्रिया की गहराई पर निर्भर करती है। लाइट पील आमतौर पर डीप पील से सस्ते होते हैं। आपकी त्वचा का प्रकार, क्लिनिक का नाम और त्वचा विशेषज्ञ का अनुभव आदि भी उपचार की कीमत पर असर डालता है। कई क्लिनिक ऑफर देते हैं जिससे आपको प्रति सत्र की लागत कम आ सकती है।

नोट - ये लेख केवल जानकारी के लिए है। myUpchar किसी भी सूरत में किसी भी तरह की चिकित्सा की सलाह नहीं दे रहा है। आपके लिए कौन सी चिकित्सा सही है, इसके बारे में अपने डॉक्टर से बात करके ही निर्णय लें।

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