हमारा मस्तिष्क या दिमाग एक बहुत ही नाजुक अंग होता है जो सिर के अंदर मौजूद खोपड़ी में मौजूद होता है। ये खोपड़ी दिमाग के लिए एक सुरक्षात्मक कवच की तरह काम करती है। दिमाग और खोपड़ी के बीच में एक तरल पदार्थ मौजूद होता है जो सिर को लगने वाले झटकों से दिमाग को बचा लेता है। ये तरल पदार्थ हल्के-फुल्के झटकों से दिमाग को बचा सकता है, लेकिन ज्यादा जोर से चोट लगने पर दिमाग को गंभीर नुक्सान हो सकता है।

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ज्यादातर सिर की चोट गंभीर नहीं होती हैं और इनसे सिर पर उभार होता है या नील पड़ जाता है। सिर की चोट लगने पर बहुत खून भी निकल सकता है। कभी-कभी ऐसा भी होता है कि चोट के कोई लक्षण नहीं होते और दिमाग को नुक्सान हो जाता है, इसीलिए सिर की चोट को गंभीर माना जाता है चाहे इसके कोई दिखने वाले लक्षण हों या न हों।

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इस लेख में सिर पर चोट लगने से क्या होता है, सिर में चोट लगने पर क्या करें और डॉक्टर के पास कब जाएं के बारे में बताया गया है।

  1. सिर पर चोट लगने से क्या होता है - Sir me chot lagne se kya hota hai
  2. सिर में चोट लगने पर क्या करें - Sar par chot lage to kya kare
  3. सिर की चोट के लिए डॉक्टर के पास कब जाना चाहिए - Sir me chot lage to doctor ke pas kab jaye

सिर पर चोट लगने से खून निकलने के अलावा निम्नलिखित समस्याएं होती हैं -

  1. सिर में चोट लगने से व्यक्ति थोड़े समय या ज्यादा समय के लिए बेहोश हो सकता है। ऐसा भी हो सकता है वह एक बार बेहोश होने के बाद होश में आ जाए और फिर से बेहोश हो जाए।
  2. कान या नाक से खून आना या तरल पदार्थ निकलना। (और पढ़ें - नाक से खून आने पर क्या करना चाहिए)
  3. सिर में चोट लगने के कारण व्यक्ति सुस्त और उलझन में रह सकता है।
  4. बहुत तेज सिरदर्द होना। (और पढ़ें - सिर दर्द से छुटकारा पाने के उपाय)
  5. अगर चोट बहुत ज्यादा लगी है, तो सिर में फ्रैक्चर भी हो सकता है। (और पढ़ें - हड्डी टूटने का प्राथमिक उपचार)
  6. आंखों के नीचे या कानों के पीछे काले घेरे पड़ना। (और पढ़ें - आंखों के काले घेरे हटाने के घरेलू उपाय)
  7. सांस न ले पाना। (और पढ़ें - सांस लेने में तकलीफ हो तो क्या करें)
  8. सिर पर चोट लगने के कारण आंखों की पुतलियों का आकार व साइज बदल सकता है।
  9. अपना संतुलन न बना पाना। 
  10. सिर की चोट की वजह से व्यक्ति को दोहरा या धुंधला दिखना जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
  11. एक हाथ या पैर में कमजोरी महसूस होना या उन्हें हिला न पाना। (और पढ़ें - कमजोरी दूर करने के घरेलू उपाय)
  12. बोलने में दिक्कत
  13. सिर में चोट लगने पर बार-बार उल्टी आ सकती है। (और पढ़ें - उल्टी रोकने के घरेलू उपाय)
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सिर में चोट लगना हमेशा एक गंभीर स्थिति मानी जाती है और जिसके लिए डॉक्टर के पास जाना चाहिए। हालांकि, मदद आने तक आप घायल व्यक्ति को निम्नलिखित तरीके से प्राथमिक चिकित्सा दे सकते हैं -

  • जब तक मदद नहीं आ जाती, तब तक व्यक्ति को हिलाएं नहीं और लेटे रहने दें।
  • व्यक्ति के कंधे और सिर को थोड़ा ऊपर की तरफ उठा कर रखें ताकि खून बहना कम हो जाए। (और पढ़ें - चोट की सूजन कम करने के घरेलू उपाय)
  • चोट वाली जगह पर 10-15 मिनट तक आइस पैक रखें।
  • अगर घाव से खून निकल रहा है, तो पट्टी या साफ कपड़े को घाव पर रखकर दबाव बनाएं, इससे खून बहना बंद हो जाएगा। (और पढ़ें - खून बहना कैसे रोकें)
  • अगर आपको लग रहा है कि व्यक्ति के सिर में फ्रैक्चर हुआ है, तो खून रोकने के लिए दबाव न बनाएं।
  • व्यक्ति को कम से कम 2 दिन तक अकेला न छोड़ें। (और पढ़ें - ड्रेसिंग कैसे करें)
  • अगर घायल व्यक्ति अधिक सुस्त लग रहा है या होश में नहीं आ रहा है, तो तुरंत एम्बुलेंस को फोन करें।
  • अगर व्यक्ति सांस नहीं ले रहा है, तो उसे सीपीआर दें।
  • सिर पर चोट लगने के बाद अगर व्यक्ति बिलकुल ठीक है और पूरे होश में है, तो उसे सोने दें। कोई भी समस्या या लक्षण दिखने पर तुरंत उसे डॉक्टर के पास ले जाएं।

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सिर पर चोट लगने पर हमेशा डॉक्टर के पास जाना चाहिए ताकि वे आपके दिमाग को हुए नुक्सान और अन्य समस्याओं को देख सकें। अगर आप डॉक्टर के पास नहीं गए हैं और सिर पर चोट लगने से होने वाली समस्याएं कुछ दिन बाद भी ठीक नहीं हो रही हैं, तो अपने डॉक्टर के पास अवश्य जाएं।

नीचे दी गई स्थितियों में जल्द-से-जल्द अपने डॉक्टर के पास जाएं -

सिर पर चोट लगने के बाद जरूरी नहीं है कि समस्याएं उसी समय शुरू हो जाएं। कई बार चोट लगने के कुछ समय या दिनों बाद भी समस्याएं होने लगती हैं।

नोट: प्राथमिक चिकित्सा या फर्स्ट ऐड देने से पहले आपको इसकी ट्रेनिंग लेनी चाहिए। अगर आपको या आपके आस-पास किसी व्यक्ति को किसी भी प्रकार की आपातकालीन स्वास्थ्य समस्या है, तो डॉक्टर या अस्पताल​ से तुरंत संपर्क करें। यह लेख केवल जानकारी के लिए है।

संदर्भ

  1. St John Ambulance [Internet]. Order of Saint John. London. UK; Head injuries in babies and children
  2. St John Ambulance [Internet]. Order of Saint John. London. UK; Head injuries in adults
  3. St John New Zealand [Internet]. Ellerslie. Auckland. New Zealand; Head Injuries
  4. The British Red Cross Society [Internet]. UK; Learn first aid for someone who has a head injury
  5. Romanelli D, Farrell MW. AVPU (Alert, Voice, Pain, Unresponsive) [Updated 2019 Feb 10]. In: StatPearls [Internet]. Treasure Island (FL): StatPearls Publishing; 2019 Jan-
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