जामुन के फायदों से तो आप सभी वाकिफ हैं. यह एक ऐसा फल है, जिसके असंख्य औषधीय फायदे होते हैं. गर्मी लगने पर जामुन खूब खाया जाता है. सेहत के लिए जामुन ही नहीं इसके पत्ते भी फायदेमंद होते हैं. कई गंभीर बीमारियों में जामुन की पत्तियों का इस्तेमाल किया जाता है.

इस लेख में हम जामुन की पत्तियों से संबंधित स्वास्थ्यवर्धक फायदों के बारे में बताएंगे -

  1. जामुन की पत्तियों के फायदे
  2. जामुन की पत्तियों का उपयोग
  3. जामुन की पत्तियों के नुकसान
  4. सारांश
जामुन के पत्ते के फायदे, उपयोग व नुकसान के डॉक्टर

जामुन की पत्तियों का सेवन करने से डायबिटीज, पाचन से जुड़ी बीमारी, अल्सर जैसे रोगों से छुटकारा मिल सकता है. आइए, जामुन की पत्तियों के फायदे के बारे में विस्तार से जानते हैं -

डायबिटीज

2 ग्राम जामुन की पत्तियों में एक लीटर पानी मिलाकर चाय बनाई जाती है. ऐसा माना जाता है कि ये चाय डायबिटीज में फायदेमंद होती है, लेकिन ऐसा प्रमाणित नहीं हो पाया है कि जामुन की पत्तियों से टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों में फास्टिंग ब्लड शुगर के स्तर में सुधार आ सकता है.

हालांकि, पशुओं पर हुए अध्ययन से पता चलता है कि जामुन के बीज और छाल ब्लड शुगर को कम कर सकते हैं, लेकिन इंसानों पर इस तरह का कोई प्रभाव अब तक सामने नहीं आया है. एक अन्य रिसर्च के अनुसार जामुन के बीज हाई कोलेस्ट्राॅल से ग्रस्त डायबिटीज के मरीजों में कोलेस्ट्राॅल के स्तर को कम करते हैं, लेकिन इंसानों पर इस प्रभाव की भी अब तक पुष्टि नहीं हुई है.

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पेचिश

अगर आप पेचिश (खून और श्लेम वाले दस्त) से परेशान हैं, तो जामुन के पत्ते आपकी मदद कर सकते हैं. ये पत्ते पेचिश के इलाज में बहुत असरकारी होते हैं और इससे दोबारा पेचिश की समस्या होने से भी निजात मिलती है. जामुन की पत्तियां पेचिश का इलाज करने का प्राकृतिक स्रोत हैं, जिसका कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं होता है.

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कैंसर

जामुन की पत्तियों के कैंसर-रोधी गुण कैंसर से बचाव कर सकते हैं. ये शरीर की कोशिकाओं के ऊतकों को नुकसान पहुंचाने वाली कैंसर की कोशिकाओं के हमले से शरीर की रक्षा करती हैं. रिसर्च के मुताबिक, जामुन की पत्तियों में फ्लेवोनॉइड होता है, जो एंटी कैंसर प्रभाव को दिखाता है. यहां हम स्पष्ट कर दें कि जामुन की पत्तियों से कैंसर का इलाज नहीं किया जा सकता. यह सिर्फ कैंसर से बचाव कर सकता है. 

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ट्यूमर

इस बीमारी के होने पर असामान्य कोशिकाओं के समूह गांठ के रूप में विकसित होते हैं. अगर समय रहते इसे रोका न जाए तो ट्यूमर, कैंसर में भी बदल सकता है. जामुन की पत्तियां ट्यूमर से बचाने में उपयोगी हैं. इसमें ऐसे प्राकृतिक तत्व होते हैं, जो बिना किसी साइड इफेक्ट के ट्यूमर को पैदा होने और बढ़ने से रोकते हैं.

बुखार

अगर तीन या इससे ज्यादा दिनों तक बुखार रहता है, तो ये किसी गंभीर बीमारी या समस्या का संकेत हो सकता है. बुखार में आप जामुन के पत्तों का उपयोग कर सकते हैं. बुखार के पहले दिन से ही आप इसका इस्तेमाल करना शुरू कर सकते हैं. इससे शरीर के गर्म तापमान से राहत मिलती है. जामुन की पत्तियों का तब तक उपयोग करें जब तक की बुखार कम न हो जाए.

वैज्ञानिक रिसर्च के अनुसार बुखार होने पर जामुन के पत्ते में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायरल गुण होते हैं, जो वायरल और बैक्टीरिया की वजह से हुए बुखार को कम करने में प्रभावी साबित हो सकते हैं. यहां हम स्पष्ट कर दें कि हल्के-फुल्के बुखार के लिए ही जामुन की पत्तियों का इस्तेमाल किया जा सकता है. गंभीर स्थितियों में मरीज को तुरंत डॉक्टर के पास ले जाने की सलाह दी जाती है.

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रक्त प्रवाह बेहतर होता है

स्वस्थ रहने के लिए शरीर में रक्त प्रवाह का बेहतर होना जरूरी है. जामुन की पत्तियों से ब्लड सर्कुलेशन को भी बेहतर किया जा सकता है. जामुन की पत्तियों से रक्त प्रवाह बेहतर होता है, जिससे हृदय ठीक तरह से काम कर पाता है और हृदय पूरे शरीर में अच्छी तरह से खून को पंप करता है.

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किडनी स्टोन

जामुन की पत्तियां किडनी स्टोन में भी काफी प्रभावी हैं. 10 से 15 ग्राम जामुन की पत्तियां लें, इसे अच्छी तरह से धोकर इनका जूस बना लें. इस जूस में 3 काली मिर्च मिलाएं और रोज़ाना दिन में दो बार पिएं.

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अल्सर की परेशानी करे कम

आयुर्वेद में जामुन की पत्तियों का इस्तेमाल अल्सर को कम करने के लिए दवा के रूप में किया जाता है. हालांकि, अल्सर होने पर डॉक्टर से इलाज करना ही सबसे बेहतर विकल्प हो सकता है.

पाचन संबंधी परेशानी करे दूर

पाचन से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में जामुन की पत्तियां लाभकारी हो सकती हैं. रिसर्च के मुताबिक, जामुन के पेड़ के कई हिस्सों में पाचन संबंधी समस्याओं को दुरुस्त करने का गुण होता है. एनसीबीआई पर छपी रिपोर्ट के मुताबिक, पाचन से जुड़ी परेशानी होने पर जामुन की ताजा पत्तियों को बकरी के दूध में पीसकर सेवन करने से पाचन प्रक्रिया को तेज किया जा सकता है. साथ ही इससे गैस, अपचपेट फूलना जैसी परेशानी कम होती है.

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एंटी-एलर्जी गुण

जामुन की पत्तियों में एलर्जी की परेशानी जैसे- मतली, उल्टी, दस्त, स्किन पर रैशेज को कम करने का गुण होता है. रिसर्च में बताया गया है कि इसकी पत्तियों में एंटी-एलर्जिक गुण पाया जाता है. जामुन की पत्तियों में ब्लड प्रेशर से जुड़ी परेशानी व पेचिश को दूर करने का भी गुण है.

इसके अलावा, निम्न बीमारियों में जामुन की पत्तियों के लाभकारी होने के पर्याप्त प्रमाण उपलब्ध नहीं हैं: 

जामुन की पत्तियों का इस्तेमाल कई तरीकों से किया जा सकता है. अधिकतर लोग इसकी पत्तियों को सुबह खाली पेट खाने की सलाह देते हैं. आइए, विस्तार से जामुन की पत्तियों के उपयोग के बारे में जानते हैं -

  • जामुन की पत्तियों का इस्तेमाल चाय के रूप में किया जा सकता है.
  • रिसर्च के अनुसार, बकरी के दूध में जामुन की ताजा पत्तियों को पीसकर इसका सेवन किया जा सकता है.
  • जामुन की पत्तियों को सूखाकर इसका पाउडर तैयार करके भी इसका सेवन किया जा सकता है.
  • नियमित रूप से सुबह-शाम जामुन की ताजी पत्तियों को चबाकर खाया जा सकता है.
  • जामुन की पत्तियों से रस निकालकर इसका सेवन कर सकते हैं.

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कुछ परिस्थितियों या अधिक मात्रा में जामुन की पत्तियों का सेवन करने से शरीर को लो ब्लड शुगरलो ब्लड प्रेशर जैसे कुछ नुकसान भी हो सकते हैं. आइए, विस्तार से जामुन की पत्तियों के नुकसान के बारे में जानते हैं -

लो ब्लड शुगर की समस्या

जामुन की पत्तियों का सेवन करने से ब्लड शुगर को कंट्रोल किया जा सकता है. वहीं, अगर मरीज पहले से ब्लड शुगर कंट्रोल करने की दवा ले रहा है और साथ ही जामुन की पत्तियों का सेवन कर रहा है, तो इस स्थिति में शरीर में शुगर की मात्रा काफी कम हो सकती है.

(और पढ़ें - जामुन के बीज के फायदे)

ब्लड प्रेशर कम होना

जामुन के पत्तों में एंटी-हाइपरटेंसिव का गुण पाया जाता है, जो ब्लड प्रेशर को कम करने में प्रभावी है. ऐसे में यदि मरीज अधिक मात्रा में जामुन की पत्तियों का सेवन करता है, तो ब्लड प्रेशर के बहुत कम होने की आशंका रहती है.

जामुन की पत्तियों का उपयोग चाय और पाउडर के तौर पर किया जा सकता है. इसका सेवन करने से पाचन से जुड़ी समस्याएं, ब्लड प्रेशर व डायबिटीज जैसे रोगों को कंट्रोल किया जा सकता है. वहीं, अधिक मात्रा में सेवन करने से लो ब्लड शुगर और लो ब्लड प्रेशर जैसी समस्या भी हो सकती है. बेहतर तो यह होगा कि किसी गंभीर परेशानी में जामुन की पत्तियों का सेवन करने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लेनी चाहिए.

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