कई बार माता-पिता अपने शिशु के ज्यादा सोने की आदत से चिंतित हो जाते हैं। उनको लगता है कि उनका शिशु अन्य शिशुओं की तुलना में ज्यादा सोता है, लेकिन आपको बता दें कि शिशु को उम्र के अनुसार नींद लेने की आवश्यकता होती है। आमतौर पर नवजात शिशु ज्यादा समय सोते रहते हैं, लेकिन वह इस दौरान थोड़े-थोड़े समय की नींद लेना पसंद करते हैं। जैसे-जैसे आपका शिशु बड़ा होता है, उसके बार-बार सोने की आदतों में कमी आ जाती है, जबकि रात में नींद लेने की अवधि बढ़ जाती है। सामान्यतः शिशु दिन के समय 8 से 9 घंटों की नींद लेते हैं और रात में करीब 8 घंटों तक सोते हैं, लेकिन वह लगातार दो घंटों से ज्यादा समय तक नहीं सो पाते हैं। तीन माह और 12 से 13 पाउंड से कम वजन का शिशु रात में लगातार लंबे समय तक नहीं सो पाता है।

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जन्म के बाद के पहले कुछ महिनों में शिशु को तीन घंटों से ज्यादा समय तक इसीलिए नींद नहीं आती है, क्योंकि उसको बार-बार भूख लग जाती है। ऐसे में मां को भी अपने शिशु के साथ रात में बार-बार जागना पड़ता है। शिशु के सोने की आदत को इस लेख में विस्तार से बताया गया है। साथ ही इसमें नवजात शिशु की नींद का चार्ट और नवजात शिशु को सुलाने के तरीके, टिप्स व ट्रिक्स भी बताए जा रहे हैं।

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  1. शिशु की नींद का चार्ट - Sleep chart for kids
  2. नवजात शिशु को सुलाने का तरीका और ट्रिक्स - Navjat shishu ko sulane ka tarika aur tricks
बेबी को सुलाने के कुछ टिप्स, तरीके, ट्रिक्स के डॉक्टर

नीचे दिए चार्ट में आपको शिशुओं की सोने के घंटों का एक औसत आकंडा बताया जा रहा है। इस बात को ध्यान दें कि हर शिशु के शरीर की अपनी अलग आवश्यकता होती है, इसलिए आपके शिशु के सोने की घंटों में बदलाव भी हो सकता है।

आयु   कुल नींद का समय रात की नींद के कुल घंटे दिन की नींद के कुल घंटे
नवजात 16 घंटे 8 से 9 8 (तीन बार नींद लेना)
1 महीने 15.5 घंटे  8 से 9 6 से 7 (तीन बार नींद लेना)
3 महीने 15 घंटे   9 से 10 4 से 5 (तीन बार नींद लेना)
6 महीने 14 घंटे 10 4 (तीन बार नींद लेना)
9 महीने 14 घंटे 11   3 (दो बार नींद लेना)
1 साल 14 घंटे 11   3 (दो बार नींद लेना)
1.5 साल 13.5 घंटे 11   2.5
2 साल   13 घंटे  11   2

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कई बार माता-पिता को यह समझ ही नहीं आता कि वह अपने शिशु को कैसे सुलाएं। शिशु को सुलाने के लिए माता-पिता कई उपाय करने के बाद भी सफल नहीं हो पाते हैं, आपकी इन्हीं परेशानियों को दूर करने के लिए नीचे कुछ सरल टिप्स बताए जा रहें हैं।  

  1. पेसीफायर का इस्तेमाल करें – नवजात शिशु को मालूम नहीं होता कि नींद लेते समय वह कैसे खुद को आराम दें। ऐसे में आपको उनकी मदद करनी होती है। इसके लिए आप पेसीफायर (Pacifier: एक प्रकार का कृत्रिम निप्पल) का उपयोग कर सकते हैं। (और पढ़ें - शिशु का टीकाकरण चार्ट)
     
  2. शिशु को कपड़े से लपेटकर रखना – अपने नवजात को सुलाने के टिप्स में आप उसको किसी कपड़े से लेपटकर रखें। चार माह तक के शिशुओं को नींद लेते समय में ऐसा प्रतीत होता है कि वह गिर रहें हैं। ऐसे में शिशु डर के कारण अचानक उठ जाते हैं। इस स्थिति को कम करने के लिए शिशु को किसी कपड़े में लपेटा जाता है। (और पढ़ें - नवजात शिशु के पेट में दर्द का इलाज)   
     
  3. सोने से पहले शिशु को दूध पिलाएं – कई बार शिशु भूख के कारण भी रात में उठ जाता है। ऐसे में आपको शिशु को रात में दूध पिलाकर ही सुलाना चाहिए। लेकिन इस बात का भी ध्यान रखें कि शिशु को आवश्यकता से ज्यादा दूध न पिलाएं, क्योंकि कई लोगों का मानना है कि ज्यादा दूध पीने से भी शिशु को सोने में परेशानी होती है। (और पढ़ें - बच्चों में भूख ना लगने के का आयुर्वेदिक समाधान)
     
  4. शिशु को दिन में लंबे समय तक न सोने दें – शिशु को नींद से जगना बेहद मुश्किल होता है, लेकिन दिन के समय ज्यादा देर तक सोने से शिशु को रात में नींद लेने में परेशानी हो सकती है। अगर दिन में शिशु ढाई घंटे से ज्यादा नींद ले रहा हो तो ऐसे में आप उसको कुछ देर के लिए उठाकर स्तनपान करा सकती है। शिशु की दिन की नींद में कम करने से उसको रात के समय सोने में मदद मिलती है। लेकिन ऐसा जरूरी नहीं है कि शिशु को दिन में ढाई घंटे से ज्यादा देर तक न सोने दिया जाए, यदि आपको ऐसा लगे कि शिशु को ज्यादा नींद की आवश्यकता है तो इसको दिन के समय पर्याप्त नींद लेने दें। 

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