मायस्थेनिया ग्रेविस - Myasthenia Gravis in Hindi

Dr. Nadheer K M (AIIMS)MBBS

June 28, 2017

March 24, 2021

मायस्थेनिया ग्रेविस
मायस्थेनिया ग्रेविस

मायस्थेनिया ग्रेविस (एमजी) एक न्यूरोमस्कुलर डिसऑर्डर है, जिसमें स्केलेटल मसल्स (ऐसी मांसपेशियां जो हड्डियों से जुड़ी होती हैं) में कमजोरी आ जाती है। यह ऐसी मांसपेशियां हैं, जो शरीरिक गतिविधियों के लिए उपयोगी हैं। यह समस्या तब होती है, जब तंत्रिका कोशिकाओं और मांसपेशियों के बीच तालमेल में असंतुलन आ जाता है। यह समस्या अलग-अलग उम्र के पुरुषों और महिलाओं दोनों को प्रभावित करती है। अक्सर यह महिलाओं में शुरुआती वर्षों में और पुरुषों में बाद के वर्षों में देखी जाती है। मायस्थेनिया ग्रेविस का कोई इलाज नहीं है, लेकिन इसके संकेतों और लक्षणों से राहत पाई जा सकती है।

(और पढ़ें - कमजोरी दूर करने का उपाय क्या है)

मायस्थेनिया ग्रेविस के लक्षण - Myasthenia Gravis symptoms in Hindi

मायस्थेनिया ग्रेविस का मुख्य लक्षण स्केलेटल मसल्स में कमजोरी है जो कि आमतौर पर ज्यादा गतिविधि करने से खराब हो जाती है, जबकि आराम करने पर इनमें सुधार होता है। इसके अन्य लक्षणों में शामिल हैं :

यह समस्या 40 साल से कम उम्र की महिलाओं और 60 से ज्यादा उम्र के पुरुषों में अधिक आम है। मायस्थेनिया ग्रेविस से ग्रस्त हर व्यक्ति में एक जैसे लक्षण नहीं दिखते हैं। इसके अलावा मांसपेशियों में होने वाली कमजोरी की तीव्रता में भी दिन-प्रतिदिन बदलाव हो सकता है। यदि इन लक्षणों का इलाज या प्रबंधन नहीं किया गया तो आमतौर पर इनकी गंभीरता समय के साथ बढ़ती जाती है।

(और पढ़ें - सांस लेने में दिक्कत हो तो क्या करें)

myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Urjas Capsule बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने कई लाख लोगों को सेक्स समस्याओं के लिए सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं।
Long Time Capsule
₹719  ₹799  10% छूट
खरीदें

मायस्थेनिया ग्रेविस का कारण - Myasthenia Gravis causes in Hindi

मायस्थेनिया ग्रेविस का कारण ऑटोइम्यून रोग है। ऑटोइम्यून विकार तब होता है, जब प्रतिरक्षा प्रणाली गलती से स्वस्थ ऊतकों को नुकसान पहुंचाने लगती है। इस स्थिति में एंटीबॉडी फॉरेन बॉडी (कोई भी ऐसी बाहरी चीज जो शरीर में फंस/रह जाती है) पर अटैक करने की बजाय न्यूरोमस्कुलर जंक्शन (जहां मांसपेशियां और दिमाग की कोशिकाएं मिलती हैं) को नुकसान पहुंचाती है। ऐसे में एसिटाइलकोलाइन का प्रभाव कम हो जाता है, यह तंत्रिका कोशिकाओं और मांसपेशियों के बीच संचार के लिए एक महत्वपूर्ण पदार्थ है। इसका प्रभाव कम होने से मांसपेशियों में कमजोरी आती है।

(और पढ़ें - मांसपेशियों की कमजोरी का इलाज)

मायस्थेनिया ग्रेविस का निदान - Myasthenia Gravis diagnosis in Hindi

मायस्थेनिया ग्रेविस के निदान के लिए डॉक्टर लक्षणों और मेडिकल हिस्ट्री की समीक्षा करने के साथ साथ शारीरिक परीक्षण कर सकते हैं, जिसकी मदद से निम्नलिखित स्थितियों के बारे में जानकारी मिलती है :

डॉक्टर कुछ अन्य टेस्ट भी कर सकते हैं, जो उन्हें निदान में मदद कर सकते हैं :

  • रिपीटिटिव नर्व सिमुलेशन टेस्ट, जो कि न्यूरोमस्कुलर जंक्शन डिसआर्डर के बारे में जानकारी देता है।
  • ब्लड टेस्ट जो उन्हें मायस्थेनिया ग्रेविस से जुड़े एंटीबॉडी के बारे में जानकारी दे सकता है।
  • एड्रोफोनिम (टेंसिलोन) टेस्ट : इसमें टेंसिलोन (या प्लेसबो) नामक दवा को नसों के जरिये शरीर में पहुंचाया जाता है। इस दौरान डॉक्टर आपको मसल्स मूवमेंट (मांसपेशियों की गतिविधियां) करने के लिए कह सकते हैं।
  • सीटी स्कैन या एमआरआई का उपयोग करके सीने का इमेजिंग टेस्ट करना

(और पढ़ें - मांसपेशियों में दर्द का इलाज)

myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Kesh Art Hair Oil बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने 1 लाख से अधिक लोगों को बालों से जुड़ी कई समस्याओं (बालों का झड़ना, सफेद बाल और डैंड्रफ) के लिए सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं।
Bhringraj Hair Oil
₹599  ₹850  29% छूट
खरीदें

मायस्थेनिया ग्रेविस का उपचार - Myasthenia Gravis treatment in Hindi

मायस्थेनिया ग्रेविस का इलाज नहीं है, लेकिन इसमें दिखाई देने वाले लक्षणों का प्रबंधन और प्रतिरक्षा प्रणाली की एक्टिविटी को नियंत्रित किया जा सकता है। 

  • दवा : प्रतिरक्षा प्रणाली को नियंत्रित करने के लिए कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स और इम्यूनोसप्रेसेन्ट्स का उपयोग किया जा सकता है। ये दवाएं मायस्थेनिया ग्रेविस में होने वाली असामान्य प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को कम करने में मदद करती हैं। इसके अतिरिक्त नसों और मांसपेशियों के बीच संचार बढ़ाने के लिए कोलिनेस्टेरेज इन्हिबिटर जैसे कि पायरीडोस्टिगमाइन (pyridostigmine) का उपयोग किया जा सकता है।​

(और पढ़ें -  इम्यूनिटी बढ़ाने के उपाय)

  • थाइमस ग्लैंड रिमूवल : थाइमस ग्रंथि (जो प्रतिरक्षा प्रणाली का हिस्सा है) को निकालना मायस्थेनिया ग्रेविस से ग्रस्त रोगियों के साथ-साथ कई मरीजों के लिए उपयुक्त हो सकता है।
  • प्लाज्मा एक्सचेंज : प्लाज्माफेरेसिस को प्लाज्मा एक्सचेंज के रूप में भी जाना जाता है। यह प्रक्रिया खून से हानिकारक एंटीबॉडी को हटाती है, जिसके परिणामस्वरूप मांसपेशियों की ताकत में सुधार हो सकता है। (और पढ़ें - प्लाज्मा थेरेपी क्या है?)
  • नसों के माध्यम से इम्यून ग्लोब्युलिन : नसों के माध्यम से इम्यून ग्लोब्युलिन (आईवीआईजी) ऐसा उत्पाद है, जो एंटीबॉडी से बना होता है और इसे नसों के माध्यम से दिया जाता है। इससे ऑटोइम्यून मायस्थेनिया ग्रेविस का इलाज किया जाता था। हालांकि, यह पूरी तरह से ज्ञात नहीं है कि आईवीआईजी काम कैसे करता है, यह एंटीबॉडी के निर्माण और कार्य को प्रभावित करता है।
  • जीवन शैली में बदलाव : मायस्थेनिया ग्रेविस के लक्षणों को कम करने में मदद करने के लिए आप घर पर कुछ चीजें कर सकते हैं :
    • मांसपेशियों की कमजोरी को कम करने में मदद करने के लिए भरपूर आराम करें।
    • यदि आप दोहरी दृष्टि से ग्रस्त हैं, तो डॉक्टर से परामर्श करें कि क्या आपको आंख पर पैच (eye patch) पहनना चाहिए।
    • तनाव और गर्मी से बचें, क्योंकि दोनों लक्षण खराब कर सकते हैं।

(और पढ़ें - मांसपेशियों में दर्द के घरेलू उपाय)

मायस्थेनिया ग्रेविस की रोकथाम - Myasthenia Gravis prevention in Hindi

मायस्थेनिया ग्रेविस की रोकथाम नहीं हो सकती। हालांकि, व्यक्ति लक्षणों को और बिगड़ने व इन्हें विकसित होने से रोकने के लिए कुछ कदम उठा सकता है।

इसमें संक्रमण से बचने के लिए सावधानीपूर्वक स्वच्छता बनाए रखें और यदि ऐसा होता है तो तुरंत उपचार लें।

बहुत ज्यादा तापमान और अत्यधिक थकान से बचने के लिए भी सलाह दी जाती है। इसके अलावा तनाव का प्रबंधन करने से भी मायस्थेनिया ग्रेविस के लक्षणों की आवृत्ति और गंभीरता को कम किया जा सकता है।

(और पढ़ें - तनाव दूर करने के लिए योग)

myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Urjas Energy & Power Capsule बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने कई लाख लोगों को शारीरिक व यौन कमजोरी और थकान जैसी समस्या के लिए सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं।
Power Capsule For Men
₹719  ₹799  10% छूट
खरीदें

मायस्थेनिया ग्रेविस की जटिलताएं - Myasthenia Gravis in complications in Hindi

मायस्थेनिया ग्रेविस की सबसे खतरनाक संभावित जटिलताओं में से एक मायस्थेनिक क्राइसिस है। इसमें श्वसन मांसपेशियां इतनी कमजोर हो जाती है कि सांस लेने में दिक्कत हो सकती है और स्थिति जानलेवा हो सकती है। ऐसे लक्षण महसूस होने पर तुरंत डॉक्टर से बात करनी चाहिए। ऐसे में प्लास्माफेरेसिस और इम्युनोग्लोबुलिन थेरेपी मदद कर सकती है।

अन्य जटिलताओं में शामिल हैं :

  • थायराइड की समस्याएं : इनमें ओवरएक्टिव या अंडरएक्टिव थायराइड शामिल हैं। थायराइड ग्रंथि गर्दन के सामने एक छोटी ग्रंथि है, जो चयापचय को नियंत्रित करने वाले हार्मोन जारी करती है।
  • ल्यूपस : यह एक ऑटोइम्यून बीमारी है जो सूजन और जोड़, त्वचा, किडनी, खून, हृदय और फेफड़ों को नुकसान पहुंचा सकती है।
  • रुमेटाइड गठिया : यह एक ऐसी प्रगतिशील बीमारी है, जो कि लंबे समय तक प्रभावित करती है। यह जोड़ों व इसके आसपास के ऊतकों में दर्द ओर सूजन का कारण बनती है।

(और पढ़ें -  थायराइड में परहेज)



संदर्भ

  1. Scherer K,Bedlack RS,Simel DL. Does this patient have myasthenia gravis? JAMA. 2005 Apr 20;293(15):1906-14. PMID: 15840866
  2. National Institute of Neurological Disorders and Stroke [internet]. US Department of Health and Human Services; Myasthenia Gravis Fact Sheet.
  3. National Institutes of Health; [Internet]. U.S. National Library of Medicine. Myasthenia gravis.
  4. MedlinePlus Medical Encyclopedia: US National Library of Medicine; Myasthenia Gravis.
  5. Office on Women's Health [Internet]: U.S. Department of Health and Human Services; Myasthenia gravis.

मायस्थेनिया ग्रेविस की ओटीसी दवा - OTC Medicines for Myasthenia Gravis in Hindi

मायस्थेनिया ग्रेविस के लिए बहुत दवाइयां उपलब्ध हैं। नीचे यह सारी दवाइयां दी गयी हैं। लेकिन ध्यान रहे कि डॉक्टर से सलाह किये बिना आप कृपया कोई भी दवाई न लें। बिना डॉक्टर की सलाह से दवाई लेने से आपकी सेहत को गंभीर नुक्सान हो सकता है।