ट्राइकोमोनिएसिस - Trichomoniasis in Hindi

Dr. Ajay Mohan (AIIMS)MBBS

June 28, 2017

January 31, 2024

ट्राइकोमोनिएसिस
ट्राइकोमोनिएसिस

ट्राइकोमोनिएसिस (Trichomoniasis) को 'ट्रिक' (trich) के नाम से भी जाना जाता है। यह यौन संचारित संक्रमण (sexually transmitted infection) है जो ट्राइकोमोनास वैजिनैलिस (Trichomonas vaginalis) नामक एककोशिकीय प्रोटोज़ोआ के कारण होता है। यह प्रोटोजोआ संभोग के दौरान एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में स्थानांतरित होता है। महिलाओं में यह संक्रमण सामान्यतः निचले जनन अंगों और पुरुषों में मूत्रमार्ग को प्रभावित करता है।

यह संक्रमण हाथों, मुँह और मलद्वार (Anus) में नहीं फैलता है। रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र [Centers for Disease Control and Prevention (CDC)] के अनुसार, ट्राइकोमोनिएसिस सबसे ज्यादा होने वाला यौन संचारित संक्रमण है। 

ट्राइकोमोनिएसिस के लक्षण - Trichomoniasis Symptoms in Hindi

लगभग 70% लोगों में ट्राइकोमोनिएसिस संक्रमण के कोई लक्षण नज़र नहीं आते हैं। विशेष रूप से पुरुषों में कोई लक्षण नहीं पाए जाते लेकिन अगर ये लक्षण प्रकट होते हैं तो ये पुरुषों और महिलाओं को अलग अलग तरीकों से प्रभावित करते हैं। शुरुआत में इसमें जलन का अनुभव होता है और बाद में यह सूजन का रूप ले लेता है। कभी कभी जनन अंगों से स्रावण भी होता है।

महिलाओं में ट्राइकोमोनिएसिस के लक्षण-

  1. सफ़ेद, ग्रे, पीला या हरा, झागदार और बदबूदार योनि स्राव।
  2. योनि स्राव में रक्त आना। (और पढ़ें - योनि से रक्तस्राव के कारण)
  3. योनि क्षेत्र में खुजली, जलन और लालिमा होना। (और पढ़ें - योनि में इन्फेक्शन और खुजली के घरेलू उपाय)
  4. जननांग क्षेत्र में या पेशाब के दौरान उत्तेजनाएं जलन। 
  5. श्रोणि सूजन (Pelvic Inflammation)।
  6. सेक्स के दौरान दर्द। (और पढ़ें - सेक्स से फायदे और नुकसान)
  7. जल्दी जल्दी मूत्र त्याग के लिए जाना।
  8. पेशाब करने में दर्द और जलन होना (डिस्यूरिया)।

पुरुषों में ट्राइकोमोनिएसिस के लक्षण-

  1. मूत्रमार्ग से स्रावण होना।
  2. लिंग में खुजली या जलन होना।
  3. स्खलन (ejaculation) या पेशाब के बाद जलन होना।
  4. बार बार मूत्र त्याग के लिए जाना।
  5. पेशाब करने में दर्द और जलन होना (डिस्यूरिया; Dysuria)।

ट्राइकोमोनिएसिस के कारण - Trichomoniasis Causes in Hindi

ट्राइकोमोनिएसिस, ट्राइकोमोनास वैजिनैलिस नामक प्रोटोज़ोआ से होता है और आमतौर पर यह शरीर के अन्य क्षेत्रों को प्रभावित नहीं करता है। यह संक्रमण निम्नलिखित कारणों से होता है :

  1. एक से अधिक लोगों के साथ यौन सम्बन्ध स्थापित करने से आपको संक्रमण हो सकता है।
  2. अगर यौन संचारित संक्रमण आपको आनुवंशिक रूप से मिला हो तो भी आपको संक्रमण होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।
  3. असुरक्षित यौन संपर्क के दौरान ट्राइकोमोनिएसिस एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में स्थानांतरित होता है।

ट्राइकोमोनिएसिस से बचाव - Prevention of Trichomoniasis in Hindi

ट्राइकोमोनिएसिस एक यौन संचारित संक्रमण है इसलिए संयम ही इस संक्रमण से पूरी तरह से बचने का एकमात्र तरीका है। सुरक्षित सेक्स और स्वच्छता ही इस संक्रमण को रोकने में आपकी मदद कर सकते हैं।

  1. कंडोम का उपयोग करें। हालांकि यह संक्रमण की सम्भावना कम कर देता है लेकिन पूरी तरह संक्रमण से बचा नहीं सकता।
  2. अपने जनन अंगों को संभोग से पहले और बाद में धोएं।
  3. स्विमसूट या तौलिए साझा न करें क्योंकि ट्राइकोमोनास शरीर के बाहर 45 मिनट तक जीवित रह सकता है और साझा करने से यह दूसरे व्यक्ति में स्थानांतरित हो सकता है।
  4. सार्वजनिक स्विमिंग पूल इस्तेमाल करने के बाद दोबारा स्नान ज़रूर करें।

ट्राइकोमोनिएसिस का परीक्षण - Diagnosis of Trichomoniasis in Hindi

ट्राइकोमोनिएसिस संक्रमण का निदान करने के लिए डॉक्टर को आपके जनन अंगों के स्रावण (Discharge) की ज़रूरत पड़ेगी। वो इसकी माइक्रोस्कोप या प्रयोगशाला जांच करवा कर इस संक्रमण की पुष्टि करते हैं।

जांच से पूर्व निम्न कार्य न करें :

  1. जांच से 24 घंटे पहले डूश (douche) न करें क्योंकि इससे डिस्चार्ज दूर हो जाता है।
  2. डिओडोरेंट का इस्तेमाल न करें क्योंकि यह योनि में असहजता का कारण बन सकता है।
  3. 24-48 घंटों पहले संभोग से दूर रहे और योनि में उपयोग किये जाने (टेम्पॉन आदि) वाले किसी भी उपकरण या वस्तु का उपयोग न करें।
  4. हो सके तो डॉक्टर से मिलने की अवधि अपने मासिक धर्म होने के पहले या बाद में तय करें।

पहले ट्राइकोमोनिएसिस को कल्चर (बैक्टीरिया और अन्य सूक्ष्मजीवों को बढ़ाने या उनका अध्ययन करने की विधि) करके उसकी पुष्टि की जाती है उसके बाद उसका उपचार किया जाता है।

ट्राइकोमोनिएसिस का इलाज - Trichomoniasis Treatment in Hindi

ट्राइकोमोनिएसिस का उपचार महिलाओं, गर्भवती महिलाओं और पुरुषों में भी आसानी से किया जा सकता है। एंटीबायोटिक दवाओं मेट्रोनिडाजोल (Metronidazole) और टिनिडाज़ोल (Tinidazole) के सेवन से इसके कारक प्रोटोज़ोआ को नष्ट किया जा सकता है। इस संक्रमण के उपचार के लिए निम्नलिखित तरीके अपनाकर आप इस संक्रमण से निजात पा सकती हैं :

  1. कम से कम एक हफ्ते के लिए संभोग से दूर रहें।
  2. सेक्स के दौरान कंडोम का उपयोग करें या कुछ दिन तक खुद पर संयम रखें। (और पढ़ें - sex karne ke tarike)
  3. अगर आपको ट्राइकोमोनिएसिस के लक्षण महसूस हो रहे हैं तो किसी से इस विषय पर खुल कर बात करें और ज़रूरी हो तो डॉक्टर को अवश्य दिखायें।

ट्राइकोमोनिएसिस के जोखिम और जटिलताएं - Trichomoniasis Risks & Complications in Hindi

ट्राइकोमोनिएसिस संक्रमण एचआईवी, अन्य यौन संचारित संक्रमणों से संक्रमित होने के जोखिम को बढ़ाता है। ट्राइकोमोनिएसिस गर्भावस्था में निम्न जटिलताओं का कारण बन सकता है :

  1. अपरिपक्व बच्चे का जन्म होना (समय से पूर्व बच्चे का जन्म)।
  2. बच्चे की रक्षा झिल्ली का समय से पहले नष्ट हो जाना।
  3. जन्म के समय शिशुओं का वज़न कम (2.5 किलोग्राम से कम) होने की संभावना बढ़ जाती है।
  4. जन्म के दौरान बच्चे में भी संक्रमण होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।

सौभाग्यवश, गर्भावस्था के दौरान ट्राइकोमोनिएसिस का इलाज एंटीबायोटिक दवाओं से किया जा सकता है। (और पढ़ें - एंटीबायोटिक दवा लेने से पहले ज़रूर रखें इन बातों का ध्यान)



संदर्भ

  1. Center for Disease Control and Prevention [internet], Atlanta (GA): US Department of Health and Human Services; Trichomoniasis - CDC Fact Sheet.
  2. MedlinePlus Medical Encyclopedia: US National Library of Medicine; Trichomoniasis.
  3. Office on Women's Health [Internet] U.S. Department of Health and Human Services; Trichomoniasis.
  4. Patricia Kissinger. Trichomonas vaginalis: a review of epidemiologic, clinical and treatment issues. BMC Infect Dis. 2015; 15: 307. PMID: 26242185
  5. Jane R. Schwebke,Donald Burgess. Trichomoniasis. Clin Microbiol Rev. 2004 Oct; 17(4): 794–803. PMID: 15489349