साबुत अनाज की लोकप्रियता दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। आजकल लोग स्वाद के मुकाबले पोषक तत्वों को महत्व देने लगे हैं। इसी तरह वाइट ब्रेड की जगह अब ब्राउन ब्रेड का इस्तेमाल ज्यादा होने लगा है। वास्तव में, कोई भी ब्रेड जो साबुत अनाज से बनी होती है, उसमें अन्य दूसरे प्रकार के ब्रेड से अधिक पोषक तत्व होते हैं। यही कारण है कि वाइट ब्रेड की जगह ब्राउन ब्रेड का उपयोग अधिक लाभकारी होता है। तो आइये जानें कि कैसे ब्राउन ब्रेड वाइट ब्रेड की बजाए एक स्वस्थ विकल्प है -

  1. सफेद ब्रेड या ब्राउन ब्रेड में पोषक तत्व - Nutrients in Brown Bread or White Bread in Hindi
  2. मैन्युफैक्चरिंग ब्राउन ब्रेड या सफेद ब्रेड - Manufacturing of White Bread vs Brown Bread in Hindi
  3. सफेद ब्रेड या ब्राउन ब्रेड में कैलोरी - Calories in Whole Wheat Bread vs White Bread in Hindi
  4. ग्लाइसेमिक इंडेक्स है वाइट ब्रेड या ब्राउन ब्रेड में अधिक - Glycemic Index in White Bread vs Brown Bread in Hindi

होल ग्रेन से बनी ब्राउन ब्रेड में वाइट ब्रेड से अधिक पौष्टिक और स्वस्थ नाश्ता विकल्प है। इसमें उच्च मात्रा में फाइबर मौजूद होता है और यह कई स्वास्थ्य लाभों से जुडी हुई है। ब्राउन ब्रेड में विटामिन बी-6, विटामिन ई, मैग्नीशियम, फॉलिक एसिड, ज़िंक, क़ॉपर और मैगनीज़ आदि शामिल होते हैं। वहीं दूसरी ओर, वाइट ब्रेड में कम फाइबर होता है लेकिन ब्राउन ब्रेड से अधिक कैल्शियम पाया जाता है। आप वाइट ब्रेड के डेली ब्रेड जैसे कुछ ख़ास ब्रांड ले सकते हैं जो कि फॉर्टीफाइड विटामिन और फाइबर के साथ आते हैं।

myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Urjas Capsule बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने कई लाख लोगों को सेक्स समस्याओं के लिए सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं।
Long Time Capsule
₹719  ₹799  10% छूट
खरीदें

वाइट ब्रेड बनाते समय गेहूं के आटे से चोकर और वीट जर्म निकाल दिए जाते हैं और फिर उसे पोटेशियम ब्रोमेट (potassium bromate), बैंजोल पेरोक्साइड (benzoyl peroxide) और क्लोरीन डाइऑक्साइड (chlorine dioxide) गैस जैसे यौगिकों के साथ वाइट ब्लीच किया जाता है। इन यौगिकों की वजह से बहुत सारी स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। वहीं दूसरी ओर, ब्राउन ब्रेड बनाते समय गेहूं के आटे से चोकर और वीट जर्म नहीं निकाले जाते हैं जिसकी वजह से उसका पोषण बना रहता है।

वाइट ब्रेड में चीनी की अतिरिक्त मात्रा होती है और इसी कारण से ब्राउन ब्रेड की तुलना में इनके अंदर बहुत अधिक कैलोरी होती है। अगर आप अपनी डाइट में वाइट ब्रेड शामिल कर रहे हैं तो सुनिश्चित करें कि आप दिन में दो से ज्यादा स्लाइज़ का सेवन नहीं करते हैं। (और पढ़ें - पूरे दिन अच्छे से कैलोरी बर्न हो, इसके लिए बीस मिनट पॉवर वाक भी काफी है)

myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Kesh Art Hair Oil बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने 1 लाख से अधिक लोगों को बालों से जुड़ी कई समस्याओं (बालों का झड़ना, सफेद बाल और डैंड्रफ) के लिए सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं।
Bhringraj Hair Oil
₹599  ₹850  29% छूट
खरीदें

कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले आहार स्वस्थ होते हैं क्योंकि वे रक्त शर्करा के स्तर में किसी भी तरह की वृद्धि नहीं करते हैं। ब्राउन ब्रेड में वाइट ब्रेड की तुलना में कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है, जिसका मतलब है कि यह आपके रक्त शर्करा के स्तर को प्रभावित नहीं करता है। इसके सेवन से मधुमेहमोटापा और अन्य हृदय की बीमारियों का खतरा कम होगा।

टिप्स

  1. सभी ब्राउन ब्रेड 100% होल वीट से नहीं बने होते हैं इसलिए ब्रेड का लेबल ज़रूर पढ़ें। इन सामग्री में पहली चीज़ होल वीट या होल मील फ्लोर होना चाहिए।
  2. अगर सामग्री में केरेमल है तो इसका मतलब ये होगा कि वाइट ब्रेड पर ब्राउन रंग किया गया है।
  3. हमेशा यह सुनिश्चित कर लें कि ब्रेड में कम से कम सामग्री हो क्योंकि सबसे कम सामग्री वाला ब्रेड अधिक हेल्दी होता है।
ऐप पर पढ़ें
cross
डॉक्टर से अपना सवाल पूछें और 10 मिनट में जवाब पाएँ