आँख से कीचड़ आना - Eye Discharge in Hindi

Dr. Rajalakshmi VK (AIIMS)MBBS

October 08, 2018

September 06, 2021

आँख से कीचड़ आना
आँख से कीचड़ आना

आंख से कीचड़ आना क्या होता है?

आंख से कीचड़ आने का मतलब है आंख से एक पीले, चिपचिपे और पपड़ी वाले पदार्थ का रिसाव होना, जिससे ऐसा लगता है जैसे आपकी आंख को गोंद से चिपका दिया गया है। आमतौर पर, आंख से रिसाव होना हानिकारक नहीं होता, लेकिन कुछ मामले गंभीर भी हो सकते हैं। यह समस्या बड़ों, छोटों और महिलाओं एवं पुरुषों को सामान्य रूप से प्रभावित करती है।

आंख से कीचड आना कुछ समय के लिए भी हो सकता है, जैसे सो कर उठने पर और यह लम्बे समय के लिए भी आपको प्रभावित कर सकता है, जिसके लिए आपको डॉक्टर के पास जाना चाहिए।

आंख से कीचड़ आने का कारण "कंजंक्टिवाइटिस" (आंख आना), गुहेरी, आँखों में सूखापन और "कॉर्निया" (Cornea) में अलसर हो सकते हैं। आंख में कीचड़ तब जमा होता है जब हम सो रहे होते हैं क्योंकि दिन के समय पलकें झपकने से ऑंखें साफ होती रहती हैं और कीचड़ जमा नहीं हो पाता।

(और पढ़ें - आंखों के सूखेपन के घरेलू उपाय)

इसके साथ अन्य लक्षण भी हो सकते हैं, जैसे आंख से पानी आना, आंखों की सूजन, आंखों में खुजली होना और आंख लाल होना।

(और पढ़ें - आंखों की सूजन के घरेलू उपाय)

सोकर उठने पर आंख से थोड़ा रिसाव होना आम बात है, लेकिन अधिक रिसाव होना या पीले/हरे रंग का रिसाव होना एक गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है। अगर आपकी आंख से असामान्य रिसाव हो रहा है, तो अपने डॉक्टर के पास जाएं। अगर आपकी आंख से रिसाव किसी संक्रमण के कारण हो रहा है, तो आपके डॉक्टर आपको आंख में डालने वाली "एंटीवायरल" (Antiviral) दवाएं और एंटीबायोटिक (Antibiotic) दवाएं दे सकते हैं।

(और पढ़ें - वायरल इन्फेक्शन के लक्षण)

आँख से कीचड़ आना के प्रकार - Types of Eye Discharge in Hindi

आंख से कीचड़ आने के कितने प्रकार होते हैं?

आंख से कीचड़ आने के निम्नलिखित प्रकार हो सकते हैं -

  • पानी वाला रिसाव - आंख से पानी वाला रिसाव "कंजंक्टिवाइटिस" (आंख आना), "एलर्जिक कंजंक्टिवाइटिस" (Allergic conjunctivitis), आंखों के संक्रमण, आंखों का सूखापन, आंख में चोट और "टीयर डक्ट इन्फेक्शन" (Tear duct infection: आंखों की अश्रु नलिका का इन्फेक्शन) में होता है।
  • पपड़ी वाला रिसाव - आंख से पपड़ी वाला रिसाव "ब्लेफेराइटिस" (Blepharitis: पलकों की सूजन), "बैक्टीरियल कंजंक्टिवाइटिस" (Bacterial conjunctivitis), गुहेरी और अन्य आंखों के संक्रमण के कारण होता है।
  • चिपचिपा और लसीला रिसाव - इस प्रकार का रिसाव गुहेरी, "बैक्टीरियल कंजंक्टिवाइटिस" (Bacterial conjunctivitis), "कॉर्नियल अलसर" (Corneal ulcer), "डैकरायोसिस्टाइटिस" (Dacryocystitis: अश्रु नलिका की सूजन या संक्रमण) और अन्य आंखों के संक्रमण में होता है।
  • रेशेदार रिसाव - आंख से रेशेदार रिसाव आंखों का सूखापन, "कॉर्नियल अलसर", "एलर्जिक कंजंक्टिवाइटिस" (Allergic conjunctivitis) और आंख के संक्रमण में होता है।

(और पढ़ें - आंख आने के घरेलू उपाय)

Vitamin E Capsules
₹449  ₹499  10% छूट
खरीदें

आँख से कीचड़ आना के लक्षण - Eye Discharge Symptoms in Hindi

आंख से कीचड़ आने के लक्षण क्या होते हैं?

आंख से कीचड़ आना आम बात है लेकिन कुछ आंखों के संक्रमण में भी ऐसे ही लक्षण होते हैं, इसीलिए आपको सामान्य और हानिकारक रिसाव के बीच अंतर का पता होना चाहिए।

इसके कुछ लक्षण निम्नलिखित हैं -

  • रिसाव में अचानक कोई बदलाव आना।
  • रिसाव के साथ आंख में दर्द होना।
  • आंखें लाल होना।
  • चोट लगने के बाद आंख से रिसाव होना।
  • आंखों में दर्द होना।
  • प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता।
  • नज़र में बदलाव।
     

डॉक्टर को कब दिखाएं?

बैक्टीरियल संक्रमण से कुछ अन्य गंभीर समस्याएं भी हो सकती हैं, जैसे "कॉर्नियल अलसर", "सेलुलाइटिस" या "एनोफ्थलमाइटिस" (Enophthalmitis: आंख के अंदर के भाग की सूजन)। इसीलिए अगर आपको दर्द, आंख में सूजन या नज़र में बदलाव के साथ आंख से रिसाव का अनुभव हो रहा है, तो तुरंत अपने आंखों के डॉक्टर के पास जाएं।

(और पढ़ें - मोतियाबिंद के लक्षण)

आँख से कीचड़ आना के कारण और जोखिम कारक - Eye Discharge Causes & Risk Factors in Hindi

आंख से कीचड़ क्यों आता है?

आंख से कीचड़ आने के कई कारण होते हैं जो आमतौर पर हानिकारक नहीं होते हैं लेकिन कुछ कारण गंभीर भी हो सकते हैं। सोकर उठने के बाद आंख में कीचड़ आने का मतलब है कि सोते समय किसी प्रकार के बैक्टीरिया ने आपकी आंख में प्रवेश करने का प्रयास किया है।

इसके कारण निम्नलिखित हैं -

  • आंख आना (कंजंक्टिवाइटिस)
    "कंजंक्टिवाइटिस" से आंख में लाली और जलन होती है और साथ में हरे, सफ़ेद या पीले रंग का रिसाव भी हो सकता है। कुछ लोगों को ऐसा लगता है जैसे उनकी आंख में कुछ चला गया है। यह किसी "बैक्टीरिया", "वायरस" या "एलर्जी" के कारण हो सकता है। ज़्यादातर "कंजंक्टिवाइटिस" वायरस होता है और शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली अपने आप इसे ठीक कर देती है।
     
  • बैक्टीरियल कंजंक्टिवाइटिस या अन्य संक्रमण
    "बैक्टीयल इन्फेक्शन" के कारण "ब्लेफेराइटिस" (Blepharitis) जैसी गंभीर समाया हो सकती है, जिसमें पलकों के निचले हिस्से में सूजन आ जाती है और पीले रंग की पस बनती है। अगर "कंजंक्टिवाइटिस" "बैक्टीरिया" के कारण होता है, तो उसे "पिंक आई" (Pink eye) कहते हैं। इससे आंख गुलाबी, सूजी हुई और दर्दनाक हो जाती है, साथ ही इससे बुखार भी हो सकता है। (और पढ़ें - बुखार के घरेलू उपाय)
     
  • गुहेरी
    गुहेरी आपकी आंख में मौजूद ग्रंथियों के बंद होने के कारण होती है। इससे ज़्यादातर सूजन या उभार होते हैं। इससे दर्द और खुजली हो सकती है, लेकिन यह गर्म सिकाई करने से अपने आप ठीक हो जाती हैं।
     
  • आंख में चोट
    "कॉर्निया" पर निशान पड़ने जैसी समस्याओं से आंख में सूजन और खुजली होती है। इससे ऐसा लगता है जैसे आपकी आँख में कुछ चला गया है। अगर आंख में चोट संक्रमित हो जाती है, तो गाढ़ा रिसाव हो सकता है।
     
  • अश्रु नलिका की रुकावट (Blocked tear duct)
    अश्रु नलिका में रुकावट होने से आंख से एक चिपचिपा और गाढ़ा रिसाव हो सकता है जिससे दर्द होता है।
     
  • आंख में कुछ चला जाना
    "कांटेक्ट लेंस" का उपयोग करने वाले लोगों का लेंस सूख सकता है और पलकों की तरफ मुड़ सकता है। आंख की पालक या किसी अन्य छोटी सी वास्तु से भी आंख में समस्याएं हो सकती हैं। इससे आँखों से पानी आता है, हाथ लगाने पर दर्द होता है, प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता होती है और रिसाव होता है।
     

आंख से कीचड़ आने के जोखिम कारक क्या होते है?

आंख से कीचड़ आने के निम्नलिखित जोखिम कारक हो सकते हैं -

आँख से कीचड़ आना से बचाव - Prevention of Eye Discharge in Hindi

आंख से कीचड़ आने को कैसे रोका जा सकता है?

आंख से कीचड़ आने को रोकने के लिए निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें -

  • आंख या उसके आसपास हाथ लगाने से पहले हाथ धो लें।
  • अगर आपको "कंजंक्टिवाइटिस" है, तो बार-बार अपने हाथ धोएं।
  • अपनी आंखों को न छुएं।
  • अपने तौलिये और तकिए के कवर को गर्म पानी से धोएं।
  • दूसरों के साथ अपना आंख का मेकअप शेयर न करें।
  • ज़्यादा लम्बे समय तक "कांटेक्ट लेंस" न पहनें।
  • अगर आपको लेंस का इस्तेमाल करने पर रिसाव होता है, तो लेंस न लगाएं और अपने डॉक्टर के पास जाएं।
  • अगर आपको आंख का संक्रमण है, तो "आईलाइनर" जैसी वस्तु का इस्तेमाल न करें जो संक्रमित हो सकती है।
  • अगर आपको एलर्जी के कारण आंख से पानी आता है, तो एलर्जी करने वाले पदार्थों के संपर्क में न आएं।
  • अपनी आँखों को साफ रखें और रात को मेकअप हटा कर सोएं।

(और पढ़ें - आँखों में दर्द का घरेलू इलाज)

आँख से कीचड़ आना का परीक्षण - Diagnosis of Eye Discharge in Hindi

आंख से कीचड़ आने का परीक्षण कैसे होता है?

आंख में कीचड़ आना एक आम बात है, लेकिन कभी-कभी यह किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है। इसका निदान करने के लिए आपके डॉक्टर आपसे रिसाव से सम्बंधित निम्नलिखित सवाल पूछेंगे -

  • रिसाव का रंग और उसका गाढ़ापन कैसा है।
  • रिसाव के साथ क्या अन्य लक्षण हैं।
  • रिसाव कब और कितना होता है।
  • "एलर्जी" जैसी कुछ अन्य समस्याएं हैं या नहीं।

(और पढ़ें - एलर्जी के घरेलू उपाय)

इन प्रष्नों के उत्तर के आधार पर डॉक्टर रिसाव की वजह जानने के लिए आपके अन्य परीक्षण भी कर सकते हैं। उदाहरण के तौर पर, अगर रिसाव का कारण "कॉर्निया" में अलसर है, तो उसका एक नमूना लेकर लैब में परीक्षण किया जाता है।

आँख से कीचड़ आना का इलाज - Eye Discharge Treatment in Hindi

आंख से कीचड़ आने का उपचार कैसे होता है?

आंख से थोड़ा कीचड़ आना हानिकारक नहीं होता है, लेकिन अगर आपको रिसाव के रंग, रिसाव होने की आवृत्ति, गाढ़ेपन और रिसाव की मात्रा में कुछ बदलाव अनुभव होते हैं, तो अपने आंखों के डॉक्टर के पास जाएं।

कारण के आधार पर, रिसाव के लिए कई उपचार उपलब्ध हैं। इनमें से कुछ उपचार स्वयं घर पर किए जा सकते हैं, और कुछ उपचारों के लिए डॉक्टर के पास जाना पड़ता है। अगर आपको अधिक रिसाव हो रहा है, तो लक्षण कम करने के लिए अपने डॉक्टर से खाने वाली और आंख में डालने वाली "एंटीबायोटिक" दवाएं (Antibiotics) लें।

  • अगर आंख में "इन्फेक्शन" के कारण आंख से कीचड़ आ रहा है, तो आपके डॉक्टर आपको आंख में डालने वाली "एंटीबायोटिक" या "एंटीवायरल" (Antiviral) दवाएं या मलहम दे सकते हैं।
  • अगर आंखों में एलर्जी के कारण आंख से पानी आ रहा है और जलन हो रही है, तो मेडिकल स्टोर पर मिलने वाली "एंटीहिस्टामिन" (Antihistamine) दवाओं से लक्षणों को ठीक किया जा सकता है। यह "एंटीहिस्टामिन" दवाएं आंख में डालने वाली ड्रॉप्स के रूप में भी उपलब्ध होती हैं। (और पढ़ें - आँखों में जलन का इलाज)
  • "आई ड्रॉप्स" का उपयोग आंखों के सूखेपन की समस्या में भी किया जाता है।
  • खुजली और आँखों की अन्य सामान्य समस्याओं से आराम के लिए आँखों की गर्म सिकाई की जा सकती है, जो आँखों से कीचड़ को हटाने में भी मदद करती है।
  • पलकों से तेल को हटाने के लिए आप अपनी पलकों को बच्चों के शैम्पू या किसी सौम्य साबुन से साफ कर सकते हैं। पलकों की नीचे की गति में मसाज करने से इनसे तेल निकलता है।
  • अगर आपकी पलकें आपस में चिपक रही हैं, तो इसे ठीक करने का सबसे अच्छा तरीका है कि अपने तौलिये को गर्म पानी में भिगोएं और कुछ मिनट के लिए अपनी आंखों के ऊपर रखें और फिर आराम से आंख को तौलिये से साफ करें।

आँख से कीचड़ आना की जटिलताएं - Eye Discharge Risks & Complications in Hindi

आंख से कीचड़ आने की जटिलताएं क्या होती हैं?

आंख से कीचड़ आने की निम्नलिखित जटिलताएं हो सकती हैं -



संदर्भ

  1. Healthychildren. Eye: Pus or Discharge. American academy of pediatrics. [internet].
  2. Seattle Children’s Hospital. Eye: Pus or Discharge. Seattle, Washington. [internet].
  3. Healthessentials. Why Your Eyes Are Crusty in the Morning?. Cleveland Clinic. [internet].
  4. Center for Disease Control and Prevention [internet], Atlanta (GA): US Department of Health and Human Services; Conjunctivitis (Pink Eye)
  5. Healthdirect Australia. Eye discharge. Australian government: Department of Health. [internet].

आँख से कीचड़ आना की ओटीसी दवा - OTC Medicines for Eye Discharge in Hindi

आँख से कीचड़ आना के लिए बहुत दवाइयां उपलब्ध हैं। नीचे यह सारी दवाइयां दी गयी हैं। लेकिन ध्यान रहे कि डॉक्टर से सलाह किये बिना आप कृपया कोई भी दवाई न लें। बिना डॉक्टर की सलाह से दवाई लेने से आपकी सेहत को गंभीर नुक्सान हो सकता है।