चीन में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 1,000 के पार चली गई है। इस जानलेवा विषाणु से यहां अब तक 1,018 लोगों की मौत हो गई है। वहीं, कोरोना वायरस के कुल मामले बढ़ कर 43,101 हो गए हैं। इनमें 7,300 से ज्यादा मरीजों की हालत गंभीर बनी हुई हैं। उधर, जापान में भी कोरोना वायरस के 161 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। चीन के अलावा वह एकमात्र देश है जहां वायरस के मरीजों की संख्या सौ से 150 के पार गई है। हालांकि यहां किसी व्यक्ति की मौत नहीं हुई है।

बीत कुछ दिनों के घटनाक्रम पर गौर करें तो पता चलता है कि चीन में कोरोना वायरस से होने वाली मौतों में तेजी आई है। कुछ दिनों पहले तक इस वायरस से हर रोज 60 से 70 लोगों की मौत हो रही थी। लेकिन अब यह संख्या प्रतिदिन 90 से 100 होती दिख रही है। सोमवार की ही बात करें तो इस एक दिन में ही 108 लोगों ने दम तोड़ दिया। इनमें से 67 मौतें सिर्फ वुहान शहर में हुईं। वहीं, बाकी मृतक हेलओंजियांग, अनहुई, हेनान और तियानजिन तथा बीजिंग के शहरों के थे। यह बताता है कि कोरोना वायरस चीन में किस पैमाने पर फैल चुका है। हालात की गंभीरता को देखते हुए चीन की सरकार ने हुबेई प्रांत के दो वरिष्ठ नेताओं को उनके पदों से हटा दिया है।

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चीन से अमेरिका वापस लौटे व्यक्ति में कोरोना वायरस
इस बीच, अमेरिका में कोरोना वायरस का पहला मामला कहां पाया गया था, इसकी पुष्टि होने की खबरें आ रही हैं। अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, यहां कैलिफोर्निया राज्य के सैन डिएगो शहर में कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया था। एक स्थानीय अमेरिकी टेलीविजन स्टेशन ने इस बारे में जानकारी दी है। बताया गया है कि यह मरीज उन अमेरिकी नागरिकों में शामिल था जिन्हें हाल ही में चीन के वुहान शहर से वापस अमेरिका लाया गया था। अन्य अमेरिकी मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक इस मरीज को पहले गलती से अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी। दरअसल, उस समय उसकी शुरुआती जांच रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई थी। यह व्यक्ति पिछले हफ्ते ही चीन से अमेरिका लौटा है। बता दें कि अमेरिका में कोरोना वायरस के अब तक 13 मामले सामने आ चुके हैं।

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क्या कह रहे हैं विशेषज्ञ?
कोरोना वायरस की दहशत के बीच मेडिकल विशेषज्ञों ने लोगों को कुछ हिदायतें दी हैं। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, विशेषज्ञों का कहना है कि आसपास के वातावरण को साफ और हवादार बनाए रख कर कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता है। उनकी मानें तो लोगों को इन दिनों हाथ ज्यादा अच्छे तरीके से धोने चाहिए और एयर-कंडीशनर के बजाय सामान्य पंखों का इस्तेमाल करना चाहिए। दरअसल, कोरोना वायरस को लेकर एक जानकारी यह है कि यह सूखे और ठंडे माहौल में फैलता है, ऐसे में सामान्य हवा के माहौल में संक्रमित होने की संभावना कम होती है। यानी लोगों को अपने घरों के खिड़की-दरवाजें खोल कर रखने चाहिए।

वहीं, कुछ अन्य अध्ययनों के आधार पर यह भी बताया गया है कि कोरोना वायरस 30 डिग्री सेल्सियम से ज्यादा वाले वातावरण में अधिक समय तक कायम नहीं रह पाते। सिंगापुर स्थित एक मेडिकल संस्थान में प्रोफेसर वांग लिन्फा की मानें तो धूप में कुछ देर तक खड़े रहने से वायरस को रोका जा सकता है, क्योंकि धूप से हमें विटामिन-डी मिलता है जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।

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