कोरोना वायरस से अमेरिका के 14 नागरिकों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। ये 14 लोग उन 300 अमेरिकी नागरिकों में शामिल हैं, जो जापान के योकोहामा बंदरगाह पर पिछले दो हफ्ते से रुके 'डायमंड प्रिंसेस' क्रूज शिप में सवार थे। सोमवार को यह जानकारी सामने आने के बाद अमेरिकी प्रशासन में हलचल तेज हो गई थी। हालांकि, अधिकारियों ने सभी संक्रमितों को बाकी लोगों से अलग कर आइसोलेशन वॉर्ड में भेजे जाने की बात कही है।

क्रूज से निकालते वक्त हुई वायरस की पुष्टि
अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, इन अमेरिकी नागरिकों की जांच कुछ दिन पहले ही कराई गई थी, जिसके नतीजे अब सामने आए हैं। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने बताया कि इन 300 लोगों को विमान के जरिये अमेरिकी सेना के बेस कैंपों में लाया गया था। उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान संक्रमित यात्री अन्य लोगों में संक्रमण न फैलाएं, इसलिए उन्हें उड़ान से लगभग 40 मिनट पहले ही अलग-थलग कर दिया गया था। इसके बाद अमेरिकी चार्टेड प्लेन के जरिये इन लोगों को अमेरिका लगाया गया। 

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खबरों के मुताबिक, इन सभी लोगों को टेक्सास और कैलिफोर्निया स्थित आर्मी बेस कैंपों में रखा गया है। अमेरिका के हेल्थ एंड ह्यूमन सर्विस डिपार्टमेंट ने एक साझा बयान जारी कर यह जानकारी दी। बयान में विभाग ने बताया कि इन 14 अमेरिकी यात्रियों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की जानकारी उस समय मिली, जब इन यात्रियों को क्रूज शिप से निकाला जा रहा था।

क्रूज शिप में 99 नए मामलों की हुई पुष्टि
उधर, 'डायमंड प्रिंसेज' में सीओवीआईडी-19 के नए मामलों का बढ़ना जारी है। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, सोमवार को और 99 लोगों में नए कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। जापान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस बाबत जानकारी दी। इसके साथ ही क्रूज शिप में पाए गए कुल संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 454 हो गई है। इनमें से 19 लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है।

वुहान में अस्पताल डायरेक्टर की मौत
वहीं, चीन में कोरोना वायरस से संक्रमित एक और मेडिकल विशेषज्ञ की मौत की खबर सामने आई है। इस मेडिकल विशेषज्ञ का नाम लियू झिमिंग है। बताया जा रहा है कि वे वुहान के वुचंग अस्पताल के निदेशक थे। अस्पताल प्रशासन के मुताबिक, लियू को बचाने की काफी कोशिश की गई, लेकिन डॉक्टर्स इसमें नाकाम रहे। मंगलवार सुबह उनकी मौत हो गई।

लियू झिमिंग कोरोना वायरस से मरने वाले पहले स्वास्थ्य अधिकारी या कर्मी नहीं हैं। चीनी मीडिया के हवाले से आई जानकारी के मुताबिक, उनसे पहले छह स्वास्थ्य कर्मियों की मौत कोरोना वायरस की वजह से हो चुकी है। इन लोगों में डॉक्टर ली वेनलियांग भी शामिल हैं, जिन्होंने सबसे पहले नए कोरोना वायरस की जानकारी दी थी। गौरतलब है कि चीन में नए कोरोना वायरस की चपेट में आने से स्वास्थ्यकर्मी भी नहीं बच पाए हैं। चीनी अधिकारियों के मुताबिक, अब तक सैकड़ों मेडिकल स्‍टाफ के सदस्य कोरोना वायरस से संक्रमि‍त पाए गए हैं।

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नया कोरोना वायरस क्या है?
कोरोनावायरस 'सीओवीआईडी-19' कोरोनाविरिडाई नामक विषाणु परिवार का नया सदस्य है। परिवार के अन्य सदस्यों की तरह यह वायरस भी मनुष्यों के शरीर सामान्य सर्दी-जुकाम, इंफ्लुएंजा आदि के संक्रमण पैदा करता है। मेडिकल विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना वायरस मुख्य रूप से नाक, साइनस (नाक के आसपास की हड्डियों की खाली जगह) और गले के ऊपरी भाग को प्रभावित करता है। इससे गंभीर रूप से प्रभावित व्यक्ति को निमोनिया भी हो सकता है।

कोरोना वायरस के लक्षण
कोरोना वायरस मुख्य रूप से निचले श्वसन तंत्र में संक्रमण, छाती में संक्रमण, ब्रोंकाइटिस या निमोनिया जैसे लक्षण पैदा करते हैं। इनमें से कुछ निम्नलिखित हैं-

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चीन समेत दुनिया भर में नए कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या प्रतिदिन बढ़ रही है। हालांकि इसकी दर में कुछ कमी जरूर देखी गई है। ताजा रिपोर्टों के मुताबिक, अभी तक 73,336 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। इनमें से 1,874 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, 11,795 लोगों की हालत चिंताजनक बनीं हुई है।

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