मानसून आते ही हर कोई खुश हो जाता है क्योंकि मानसून के आने से सबको गर्मी से राहत मिल जाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि मानसून का मौसम आपके स्वास्थ्य के लिए खतरा साबित हो सकता है क्योंकि बारिश के साथ कई प्रकार की बीमारियां भी आती है।
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मानसून आते ही हर कोई खुश हो जाता है क्योंकि मानसून के आने से सबको गर्मी से राहत मिल जाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि मानसून का मौसम आपके स्वास्थ्य के लिए खतरा साबित हो सकता है क्योंकि बारिश के साथ कई प्रकार की बीमारियां भी आती है।
ये रोग एक जगह रूके (ठहरे) हुए जल के माध्यम से फैलते हैं जो मच्छरों के विकास के लिए आदर्श होता है। स्थिर पानी केवल जल निकायों का उल्लेख नहीं करता है। कूलर, रबड़ टायर या बाहर खुले कंटेनरों में बचा हुआ पानी मच्छरों के लिए प्रजनन आधार हो सकता है। तो आइये जानते हैं कुछ मच्छर से उत्पन्न होने वाली बिमारियों के बारे में -
मलेरिया हर मानसून में हजारों लोगों को मारता है। यह मादा एनोफेलीज मच्छर के द्वारा काटने पर होता है। यह मच्छर शाम और सुबह को काटते हैं। (और पढ़ें – मलेरिया का घरेलू इलाज)
लक्षण
यह शायद सबसे कुख्यात मानसून की बीमारी है। डेंगू एडीज मच्छर द्वारा काटने पर होता है जो कि दिन के समय काटता है। (और पढ़ें - डेंगू बुखार के घरेलू उपचार)
लक्षण
सावधानियां
चिकनगुनिया वायरस एक संक्रमित मच्छर एडीज़ एलबोपिकटस के काटने से फैलता है। ये मच्छर रुके हुए पानी में पैदा होते हैं और दिन के समय काटते हैं।
लक्षण
सावधानियां
मानसून के दौरान, इस प्रकार के रोगों का प्रकोप होता है जो दूषित भोजन या पानी के माध्यम से फैलता हैं। यह उन इलाकों में आम है जहां स्वच्छता और समुचित सीवेज प्रणाली की कमी है। स्ट्रीट के अस्वस्थ भोजन और पेय पदार्थ भी ऐसे रोगों का स्रोत बन सकते हैं।
यह बीमारी आम तौर पर मानव मल द्वारा दूषित भोजन और पानी के माध्यम से फैलती है और मक्खियों द्वारा तेजी से आगे बढ़ती है। यह बीमारी खराब स्वच्छता वाले क्षेत्रों में आम है। हैजा आसानी से ठीक हो सकता है, अगर उपचार न किया जाए तो यह घातक भी हो सकता है।
लक्षण
टाइफाइड बुखार साल्मोनेला टाइफी बैक्टीरिया द्वारा दूषित भोजन या पानी के कारण होता है। यह बैक्टीरिया कई हफ्तों तक पानी या सूखे गंदे नालो में जीवित रह सकता है और आम तौर पर शरीर के मौलिक मार्ग (faeco-oral route) के माध्यम से प्रवेश करता है।
लक्षण
यह हेपेटाइटिस ए वायरस के कारण लिवर की एक गंभीर संक्रामक बीमारी है और यह संक्रमित मल, भोजन, पानी या संक्रमित व्यक्ति के साथ करीबी व्यक्तिगत संपर्क (close personal contact) के माध्यम से फैलता है। यह रोगी गैर-त्वचा संपर्क (non-skin contact) या निकटता के माध्यम से फैलता नहीं है। लक्षण आमतौर पर वायरस से संपर्क करने के 2-7 सप्ताह बाद विकसित होते हैं।
लक्षण
सावधानियां
यह मानसून में होने वाला एक और सबसे आम रोग है। अधिकतर कम गुणवत्ता के तेल से बने खाद्य और अस्वच्छ भोजन और पानी के कारण डायरिया होता है।
लक्षण
सावधानियां
वायरल संक्रमण विभिन्न रोगों के आक्रमण के कारण होता है जिसमें वायरस शरीर में फैलता है। ये संक्रमण प्रणालीगत हैं, जिसका मतलब है कि ये वायरस एक ही समय में शरीर प्रणाली के कई अलग-अलग हिस्सों को प्रभावित करते हैं। मानसून में दमनकारी आर्द्रता और बारिश के कारण यह संक्रमण एक व्यक्ति से दूसरे में आसानी से फैलता है और विशेष रूप से कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों में।
वायरल बुखार सबसे सामान्य चिकित्सा लक्षणों में से एक है।
लक्षण
वायरस की वजह से आंखों के संक्रमण आम तौर पर हल्के होते हैं और आमतौर पर स्वयं ठीक हो जाते हैं। इसमें कंजेक्टिवाइटिस (आँखे आना) भी शामिल है, जिसे अक्सर गुलाबी आंख कहा जाता है, जो आँखों की झिल्ली को प्रभावित करता है। और इसके अलावा जो पलकों और पलकों के मार्जिन के अंदर की रेखाओं को प्रभावित करता है।
लक्षण
सावधानियां
फंगल संक्रमण फंगस के कारण होते हैं, फंगस एक प्रकार का सूक्ष्मजीव होता है। यह संक्रमण बगल की तरह त्वचा की परतें और पैर की उंगलियों के बीच की जगह में होता है। अक्सर इन जगहों पर नमी बरकरार रहती है, विशेष रूप से नम मानसून के दौरान।
लक्षण
सावधानियां
इसके अलावा पीलिया वायरस आमतौर पर दूषित पानी और भोजन के कारण फैलता है। पीलिया के लक्षण कमज़ोरी, पीला मूत्र, उल्टी ओर यकृत रोग हैं। इस मानसून पीलिया रोग से दूर रहने के लिए उबला हुआ पानी पिएं और स्ट्रीट फूड खाने से बचें।